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दिल्ली के ईसाई मिशनरियों सहित पांच गिरफ्तारपचास-पचास हजार रु. देकर दलितों को ईसाई बना रहे थेउत्तर प्रदेश-मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिले के बैढ़न थाना क्षेत्र में देवरी गांव के वंचितों को पचास-पचास हजार रुपए नगद और अन्य सुविधाओं का लालच देकर दिल्ली से आये मिशनरियों ने मतान्तरित करने का प्रयास किया। इसका बजरंग दल और हिन्दू रक्षा सेना के कार्यकर्ताओं के भारी विरोध किया, जिस कारण न केवल उनका मिशन असफल हो गया बल्कि उन्हें जेल भी जाना पड़ा है। बजरंग दल और हिन्दू रक्षा सेना के कार्यकर्ताओं को जानकारी मिली थी कि देवरा गांव में पिछले साल ही मत परिवर्तन कर ईसाई बन चुके गुलाब साकेत के घर दिल्ली से 9 ईसाई मिशनरी एकत्र होकर कुछ वंचित लोगों को धन तथा अन्य सुविधाओं का प्रलोभन देकर मतांतरण कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं। इन कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंच कर विरोध किया। पुलिस मौके पर पहुंच कर दोनों पक्षों के लोगों को थाने ले आई। पूछताछ में अनुसूचित वर्ग की महिला रामरति व एक अन्य ने बताया कि गुलाब साकेत पिछले काफी समय से उन लोगों को पचास-पचास हजार रुपया तथा अन्य सुविधाओं का लालच देकर ईसाई बनने का दबाव डाल रहा था और उसी सिलसिले में इन्हें लेकर आया था। इसी तरह का बयान अजय उर्फ माझे पुत्र लाले साकेत सहित अन्य कई लोगों ने दिया। अजय ने जहां रुफीना दास पति नरूम दास व गुलाब साकेत आदि के खिलाफ धाराओं 294, 298, 506, 34 एवं 3-4 म.प्र. धर्म परिवर्तन अधिनियम, 1955 के तहत मामला पंजीकृत कराया है, वहीं गुलाब साकेत ने राजेश पुत्र नर्मदा साकेत, अजय उर्फ माझे, जोगेन्दर व बलरू आदि के खिलाफ 451, 294, 323, 427, 506 व धारा 34 के तहत मामला दर्ज कराया है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस ने दोनों पक्षों के पांच लोगों को हिरासत में ले लिया है जिसमें दिल्ली से आये ईसाई मिशनरी फ्रैन्कलीन मैसी के अलावा गुलाब साकेत, रूफीना दास, सतीश कुमार, सुनील कुमार हैं। ज्ञातव्य है कि बैढ़न के आसपास कई तापीय विद्युत गृह व कोयला खदानें हैं जिसके कारण पूरा क्षेत्र, जिसे ऊर्जाञ्चल भी कहा जाता है, काफी संवेदनशील है। कुछ साल पूर्व अनपरा क्षेत्र में भी इसी तरह मत परिवर्तन के कई मामले हो चुके हैं। शरद अग्रवाल12
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