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गत 26 जनवरी को नई दिल्ली स्थित उदासीन आश्रम में सेवा भारती ने 1 फरवरी से शुरु होने वाले साक्षरता अभियान का शुभारम्भ हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक श्री माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर उपाख्य श्री गुरुजी के जन्म शताब्दी वर्ष में आरंभ हुए इस महायज्ञ से दिल्ली के 20 लाख निरक्षर लोगों को साक्षर किया जाएगा। इस अभियान का उद्घाटन रा.स्व.संघ के अखिल भारतीय सेवा प्रमुख श्री प्रेमचंद गोयल ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पंजाब पुलिस के पूर्व पुलिस महानिदेशक श्री के.पी.एस. गिल ने कहा कि निरक्षरता की समस्या तभी खत्म होगी जब हम समाज के उन गरीब बच्चों, जो आर्थिक तंगी और समय के अभाव के कारण स्कूल नहीं जा पाते, के बारे में सोचेंगे। श्री प्रेमचंद गोयल ने कहा कि श्री गुरुजी जन्म शताब्दी वर्ष में सेवा भारती का संकल्प है कि “हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक पूरी दिल्ली साक्षर नहीं हो जाएगी।”
उद्घाटन समारोह में प्रमुख वाल्मीकि संत बाबा प्रकाश शाह महाराज, सेवा भारती के प्रचारक भाई सतनाम सिंह, जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के एस.आर.सी. विभाग के कार्यक्रम संयोजक श्री जेड.एच.कुरैशी, श्री गुरुजी जन्मशताब्दी समिति-दिल्ली के अध्यक्ष स्वामी राघवानंद जी महाराज, साक्षरता की विशिष्ट पद्धति के निर्माता श्री ज्ञानेन्द्र प्रसाद जैन, रा.स्व.संघ, दिल्ली के प्रांत संघचालक श्री सत्यनारायण बंसल और सेवा भारती, दिल्ली के कार्यकारी अध्यक्ष श्री ब्राजमोहन सेठी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
1 फरवरी से शुरू होने वाले इस साक्षरता अभियान को चार चरणों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक चरण में 50 हजार लोगों को साक्षर किया जाएगा। 1200 कार्यकर्ता प्रतिदिन कम से कम एक घंटा शिक्षक के रूप में कार्य कर साक्षरता अभियान में योगदान देंगे।
यही नहीं, नव साक्षरों से सेवा भारती निरंतर सम्पर्क बनाए रखेगी ताकि वे सीखा हुआ भूल ना जाएं। नव साक्षरों में जागरूकता बनाए रखने के लिए झोला पुस्तकालय भी चलाया जाएगा। साक्षर लोगों के लिए सेवा भारती रोजगार ढूंढने में भी सहयोग करेगी।
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