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लिटिल टेररिस्ट ने जगाई उम्मीदआस्कर पुरस्कार के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि फिल्म “श्वास” अब इस दौड़ से बाहर हो गई है, लेकिन भारत के लिए अभी भी उम्मीदें कायम हैं। इस बार अश्विन कुमार की 15 मिनट की “लिटिल टेररिस्ट” नामक लघु फिल्म आस्कर के लघु फिल्म खण्ड में नामांकित हुई है। फिल्म का कथानक कुछ इस प्रकार है। बात सन् 2003 की है। पाकिस्तान का 12 साल का एक बच्चा अपनी गेंद के पीछे भागता हुआ सरहद के इस पार-भारत-पहुंचा। बच्चे क्या जानें सरहद क्या होती है। लेकिन सेना तो किसी को सरहद पार करने की इजाजत नहीं दे सकती। मामला भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री तक पहुंचा और उन्होंने बच्चे को उसके परिवार के पास वापस भिजवाया। भारत-पाकिस्तान संबंधों को बेहतर बनाने की दिशा में उठा यह एक और कदम था। इसी घटना से प्रेरित होकर दिल्ली की मशहूर फैशन डिजाइनर रितु कुमार के बेटे अश्विन कुमार ने यह लघु फिल्म बनाई है। फिल्म इससे पूर्व अमरीका के मशहूर लघु फिल्म समारोह “पाम Ïस्ट्रग्स” में भी प्रदर्शित हुई थी। कई समारोहों में इस फिल्म को सराहा गया है। उम्मीद है कि आस्कर में यह फिल्म अपनी धाक जमाएगी।प्रतिनिधिNEWS
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