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श्री जुगलकिशोर जैथलिया को गौरव सम्मानसिर्फ एक चाह–समाज की सेवासम्मान अर्पण कार्यक्रम में (बाएं से) श्री गुलाब खण्डेलवाल, आचार्य विष्णुकांत शास्त्री,आचार्य कल्याणमल लोढ़ा, श्री जुगल किशोर जैथलिया एवं डा. प्रेमशंकर त्रिपाठीगत 5 जनवरी को कोलकाता में प्रख्यात समाजसेवी श्री जुगल किशोर जैथलिया को 45वें राजश्री स्मृति न्यास साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान अर्पण समारोह में उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल आचार्य विष्णुकांत शास्त्री ने कहा, मनुष्य तो बहुत हैं लेकिन सभी में मनुष्यत्व नहीं होता। श्री जुगल किशोर जैथलिया जैसे कुछ ही लोग समाज में हैं जो किसी प्रकार की अपेक्षा से ऊपर उठकर अपने व्यक्तित्व से समाज को सींचते हैं। कार्यक्रम में कवि श्री गुलाब खण्डेलवाल, श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय के अध्यक्ष डा. प्रेमशंकर त्रिपाठी तथा जोधपुर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति आचार्य कल्याणमल लोढ़ा ने भी श्री जैथलिया के सामाजिक एवं सेवाभावी जीवन पर प्रकाश डाला। गौरव सम्मान स्वीकार करते हुए श्री जैथलिया ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्कार उनके जीवन की मजबूत नींव हैं। इन्हीं के बल पर उन्हें हर क्षेत्र में सेवाभावी सहयोगी मिले हैं। यह क्रम अटूट रहे, यही ईश्वर से प्रार्थना है।इस अवसर पर राष्ट्रीय महानगर समाचार पत्र के सम्पादक श्री प्रकाश चंडालिया, राजस्थान परिषद् के महामंत्री श्री अरुण प्रकाश मल्लावत, जालान पुस्तकालय के श्री श्रीराम तिवारी, कुमारसभा पुस्तकालय के मंत्री श्री महावीर बजाज, माहेश्वरी युवा संगठन के महामंत्री श्री बलदेव दास बाहेती सहित कोलकाता के अनेक समाजसेवी एवं साहित्यकार उपस्थित थे।विश्रान्त वशिष्ठNEWS
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