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अमृत महोत्सव पर चित्रमय अभिनन्दनश्री अशोक सिंहल के पूज्य गुरु पं. रामचन्द्र तिवारी प्रयाग स्थित निवास में वृक्षराज पर जल अर्पण करते हुए——————————————————————————–श्री सत्य साईं बाबा के साथअशोक सिंहल के पिताजी एवं माताजी श्री महावीर सिंहल व श्रीमती विद्यावती सिंहल——————————————————————————–गोभक्तश्री अशोक सिंहल अपने परिवार-भाई, भाभियों और बहन के साथ——————————————————————————–काठमाण्डू में नेपाल के महाराजा श्री 5 बीरेन्द्र बीर विक्रम शाहदेव के साथ——————————————————————————–पूज्य शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती जी से श्री राम शिला पूजनके बाद शिला ग्रहण करते हुएराष्ट्र रक्षा शिविर आगरा में ध्यज प्रणाम करते हुए——————————————————————————–प्रकृति के सान्निध्य में——————————————————————————–धर्म स्थल मुक्ति यज्ञ समिति का गठन-श्री अशोक सिंहल, श्री हरिमोहन लाल,श्री दाऊदयाल खन्ना और उनके पीछे हैं आचार्य गिरिराज किशोर अन्य सदस्यों के साथ——————————————————————————–राष्ट्रीय सद्भावना यात्रा के अवसर पर पंजाब के तत्कालीनश्री सुरजीत सिंह बरनाला और श्री अशोक सिंहल (मार्च 1987)अयोध्या आन्दोलन के समय घायल (30 अक्तूबर, 1990)——————————————————————————–काशी में अस्पृश्यता और जात पात को चुनौती देते हुए डोम राजा केघर संतों के साथ भोजन करते हुए अशोक जीन त्वहं कामये स्वर्गं, न राज्यं, न पुनऽर्भवम…दूसरी एकात्मता यात्रा के पूर्व तत्कालीन उप राष्ट्रपति श्री के.आर. नारायण को गंगा जल भेंट करते हुए। साथ में हैं आचार्य गिरिराज किशोर, श्री विष्णुहरि डालमिया तथा राजमाता विजयाराजे सिंधिया——————————————————————————–केन्या के राष्ट्रपति श्री अराप मोई को हिन्दू धर्म संबंधी पुस्तकें भेंट करते हुए। साथ में हैं भारतीय स्वयंसेवक संघ के केन्या के संघचालक श्री नरेन्द्र भाई शाहगंगा तट पर चिंतन के क्षणछाया सौजन्य-लीलाधर जे. भुराडियाछाया पाञ्चजन्य/हेमराज गुप्ता12
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