भारतीय मजदूर संघ के बढ़ते आकार को देख बौखलाए इंटक कानूनी जंग में उतरा, लेकिन...
Thursday, June 8, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • Podcast Series
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • Podcast Series
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम Archive

भारतीय मजदूर संघ के बढ़ते आकार को देख बौखलाए इंटक कानूनी जंग में उतरा, लेकिन…

Archive Manager by
Mar 9, 2000, 12:00 am IST
in Archive
Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

दिंनाक: 09 Mar 2000 00:00:00

आखिर जय मिली सच के पक्षधरों को– को. लक्ष्मा रेड्डीनियम वही कानून वही, कसौटी वही। किन्तु जब इस कसौटी के आधार पर जो श्रमिक संगठन पिछले पचास वर्षों से प्रथम स्थान पाता रहा, तब तक सब ठीक था, किन्तु जैसे ही उसका यह स्थान छिना और भारतीय मजदूर संघ प्रथम स्थान पर आया, तो इंटक को वे नियम कानून बेमानी लगने लगे। उन्हीं नियमों के अनुसार 1996 में जब सदस्यता सत्यापन को आधार मानकर इंटक की गद्दी छिनी तो इंटक और उसके समर्थकों ने सदस्यता सत्यापन का बावेला खड़ा कर दिया। उल्लेखनीय है कि स्वतंत्रता के बाद पांच दशक तक इंटक देश का सबसे बड़ा केन्द्रीय श्रम संगठन रहा। देश के मुख्य 12 केन्द्रीय श्रम संगठनों में से कौन-सा संगठन प्रथम स्थान पर होगा और कौन-सा किस क्रम पर होगा, इसका निर्धारण उसकी सदस्य संख्या के आधार पर किया जाता है। सदस्यता का सत्यापन मुख्य श्रम आयुक्त की अध्यक्षता में गठित स्थायी समिति द्वारा किया जाता है। यही समिति सदस्यता सत्यापन के नियम तथा उसके लिए आधार तिथि का निर्णय करती है। इन्हीं नियमों के आधार पर 27 दिसम्बर, 96 को श्रम मंत्रालय द्वारा एक अधिसूचना जारी की गई। जिसके अनुसार भारतीय मजदूर संघ के सदस्यों की संख्या 31,16,564 थी और इंटक के सदस्यों की संख्या 26,92,388 थी। इस अधिसूचना का आधार 31.12.89 को सत्यापित सदस्य संख्या को माना गया। इससे पहले इंटक का सदैव प्रथम स्थान रहा था। किन्तु भारतीय मजदूर संघ के बढ़ते आधार तथा आकार को वह पचा नहीं सकी और इंटक ने 1997 में दिल्ली उच्च न्यायालय में एक पुनर्विचार याचिका दायर की, जिसके माध्यम से उन्होंने भिन्न-भिन्न आधारों पर वर्ष 1998 के सदस्यता सत्यापन के अन्तिम परिणामों को निरस्त करने की मांग की। इस मांग के पीछे एक कारण निर्णय की घोषणा में विलम्ब भी बताया गया। इसके साथ ही श्रम आयुक्त के विवेक पर उंगली उठाते हुए स्थायी समिति के अध्यक्ष पद पर किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश की नियुक्ति की मांग की। 19 मई, 1998 को जब यह विवाद न्यायमूर्ति जसपाल सिंह के समक्ष आया तो भामंस के अधिवक्ता की अनुपस्थिति में अन्य श्रम संगठनों के अधिवक्ताओं ने एक राय बनाई कि स्थायी समिति के अध्यक्ष यद्यपि मुख्य श्रम आयुक्त ही रहेंगे किन्तु यदि कोई विवाद स्थायी समिति में समाहित न हो सके तो उसे श्रम मंत्रालय के न्यायमूर्ति एन.सी. कोचर (सेवानिवृत्त) के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। इसीलिए यह विवाद न्यायमूर्ति कोचर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। न्यायमूर्ति कोचर के समक्ष अपना पक्ष प्रस्तुत करते हुए भा.म.संघ ने दिनांक 28.6.99 को तर्क दिया कि सत्यापन 31.12.89 को हुआ था, लेकिन उसके परिणामों की घोषणा 27.12.96 को की गई, अत: पुन: सदस्यता सत्यापन 27.12.2000 के पश्चात् ही होना चाहिए। न्यायमूर्ति कोचर ने अपने निर्णय में सदस्यता सत्यापन के लिए आधार तिथि 31.12.97 ही निश्चित की। भामसं ने उच्च न्यायालय में न्यायमूर्ति के निर्णय को चुनौती दी और अपना पक्ष रखते हुए कहा कि सदस्यता सत्यापन की तिथि अभी आई नहीं हैं तथा 6.4.98 को श्रम मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में श्रम मंत्रालय द्वारा निश्चित किए गए विषयों पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ। विचारार्थ विषय हैं- 1. क्या पुन: नए सदस्यता सत्यापन की आवश्कयता है। 2. यदि है तो आधार तिथि क्या हो? दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति मदन बी.लोकुर ने कोचर के आदेश को रद्द करते हुए न केवल उक्त प्रश्न रखे, अपितु सम्बंधित विषय पुन: उनके समक्ष विचारार्थ वापस भेजा।25

ShareTweetSendShareSend
Previous News

हिसार में दुर्गावाहिनी का प्रांतीय प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न

Next News

देवेन्द्र स्वरूप राजनीति, न्यायपालिका और भीड़

संबंधित समाचार

‘आदिपुरुष’ के डायरेक्टर ने तिरुपति मंदिर में अभिनेत्री को किया Kiss, पुजारी ने कहा- यह देवी सीता का अपमान करने जैसा

‘आदिपुरुष’ के डायरेक्टर ने तिरुपति मंदिर में अभिनेत्री को किया Kiss, पुजारी ने कहा- यह देवी सीता का अपमान करने जैसा

दिल्ली-एनसीआर में 1 अक्टूबर से डीजल से चलने वाले जनरेटर पर प्रतिबंध

दिल्ली-एनसीआर में 1 अक्टूबर से डीजल से चलने वाले जनरेटर पर प्रतिबंध

कनाडा: सड़कों पर उतरे भारतीय छात्र, 700 छात्रों को भारत वापस भेजने पर अड़ी त्रूदो सरकार

कनाडा: सड़कों पर उतरे भारतीय छात्र, 700 छात्रों को भारत वापस भेजने पर अड़ी त्रूदो सरकार

केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं का सैलाब, पंजीकरण पर रोक, बद्रीनाथ मंदिर पर चांदी की परत चढ़ाना चाहते हैं दिल्ली के दानवीर

केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं का सैलाब, पंजीकरण पर रोक, बद्रीनाथ मंदिर पर चांदी की परत चढ़ाना चाहते हैं दिल्ली के दानवीर

दाखिला छात्रों का, भूमिका सबकी

दाखिला छात्रों का, भूमिका सबकी

सावरकर ने उघाड़ा था कांग्रेस का मुस्लिम प्रेम

डीयू के पाठ्यक्रम में वीर सावरकर का योगदान और दर्शन होगा शामिल, 100 से अधिक प्रमुख हस्तियों ने किया समर्थन

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘आदिपुरुष’ के डायरेक्टर ने तिरुपति मंदिर में अभिनेत्री को किया Kiss, पुजारी ने कहा- यह देवी सीता का अपमान करने जैसा

‘आदिपुरुष’ के डायरेक्टर ने तिरुपति मंदिर में अभिनेत्री को किया Kiss, पुजारी ने कहा- यह देवी सीता का अपमान करने जैसा

दिल्ली-एनसीआर में 1 अक्टूबर से डीजल से चलने वाले जनरेटर पर प्रतिबंध

दिल्ली-एनसीआर में 1 अक्टूबर से डीजल से चलने वाले जनरेटर पर प्रतिबंध

कनाडा: सड़कों पर उतरे भारतीय छात्र, 700 छात्रों को भारत वापस भेजने पर अड़ी त्रूदो सरकार

कनाडा: सड़कों पर उतरे भारतीय छात्र, 700 छात्रों को भारत वापस भेजने पर अड़ी त्रूदो सरकार

केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं का सैलाब, पंजीकरण पर रोक, बद्रीनाथ मंदिर पर चांदी की परत चढ़ाना चाहते हैं दिल्ली के दानवीर

केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं का सैलाब, पंजीकरण पर रोक, बद्रीनाथ मंदिर पर चांदी की परत चढ़ाना चाहते हैं दिल्ली के दानवीर

दाखिला छात्रों का, भूमिका सबकी

दाखिला छात्रों का, भूमिका सबकी

सावरकर ने उघाड़ा था कांग्रेस का मुस्लिम प्रेम

डीयू के पाठ्यक्रम में वीर सावरकर का योगदान और दर्शन होगा शामिल, 100 से अधिक प्रमुख हस्तियों ने किया समर्थन

मध्‍य प्रदेश के स्‍कूल में हिन्‍दू छात्राओं का ब्रेनवॉश! हिजाब में फोटो आई सामने

गंगा जमुना स्कूल : हिन्दू बच्चे कलमा सुनाकर बता रहे स्कूल के अंदर का सच !

देशभक्ति, चरित्र, अनुशासन के वर्ग

देशभक्ति, चरित्र, अनुशासन के वर्ग

कमिश्नर ने नैनीताल में शत्रु संपत्ति का किया निरीक्षण, कहा – अतिक्रमण करने वाले खुद हट जाएं नहीं तो प्रशासन हटाएगा

कमिश्नर ने नैनीताल में शत्रु संपत्ति का किया निरीक्षण, कहा – अतिक्रमण करने वाले खुद हट जाएं नहीं तो प्रशासन हटाएगा

Video: हैदराबाद में घूम रहे बच्चा चोर, ऑटो में आए और फुटपाथ पर सो रहे मासूम को उठाया, शेख इमरान और परवीन गिरफ्तार

Video: हैदराबाद में घूम रहे बच्चा चोर, ऑटो में आए और फुटपाथ पर सो रहे मासूम को उठाया, शेख इमरान और परवीन गिरफ्तार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • राज्य
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • जीवनशैली
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • संविधान
  • पर्यावरण
  • ऑटो
  • लव जिहाद
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies