कार्यकर्ताओं के पलायन से बौखला गई है माकपा
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

कार्यकर्ताओं के पलायन से बौखला गई है माकपा

by
Dec 12, 1999, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 12 Dec 1999 00:00:00

-ओ. राजगोपाल

केन्द्रीय विधि, न्याय व कम्पनी मामले एवं संसदीय कार्यों के राज्यमंत्री

इस समय केरल ही एक ऐसा प्रदेश है जहां माकपाई सबसे मजबूत हैं। विशेषकर कण्णूर जिले में, जहां से मुख्यमंत्री नयनार विधायक हैं, सबसे अधिक हिंसा की घटनाएं होती हैं। माक्र्सवादी आन्दोलन की शुरुआत भी कण्णूर जिले से ही हुई थी। वहां पंचायत से लेकर संसदीय प्रतिनिधि तक, सभी माकपा के ही हैं। लेकिन माकपाइयों की जनविरोधी नीतियों के कारण अब अनेक लोग उनसे दूर हो रहे हैं तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा से जुड़ रहे हैं। यही माकपाइयों की बौखलाहट का प्रमुख कारण है। वैचारिक स्तर पर हार चुके माकपाई अपने कार्यकर्ताओं के पलायन को रोक पाने में असमर्थ हैं, इसलिए वे हिंसा का सहारा ले रहे हैं। हाल की ताजा घटना में भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष जयकृष्णन की हत्या की गई, जिसका राज्य भर में तीव्र विरोध हुआ है। चूंकि संविधान के अनुसार राज्य प्रशासन का मामला प्रदेश सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है इसलिए केन्द्र में भाजपा नेतृत्व की सरकार होते हुए भी हम प्रत्यक्ष रूप से कोई हस्तक्षेप नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन भाजपा अपने स्तर पर पूरी कार्रवाई कर रही है। चार सदस्यों का भाजपा संसदीय दल श्री मेजर भुवन चन्द्र खण्डूरी के नेतृत्व में जांच के लिए भेजा गया है, जो मामले की पूरी जांच करके केन्द्र को अपनी रपट देगा। जहां तक केरल प्रदेश भाजपा का सम्बंध है तो वह अपने स्तर पर राज्यव्यापी विरोध कर रही है। आगे योजना यह भी है कि प्रत्येक ग्राम और तहसील स्तर पर माकपा सरकार का विरोध किया जाएगा। आगामी दस दिसम्बर को भाजपा केन्द्रीय महासचिव श्री वेंकैया नायडू तिरुअनन्तपुरम जा रहे है, जहां माकपा सरकार के विरुद्ध एक रैली की जाएगी। भाजपा ने सभी विपक्षी दलों से सम्पर्क किया है, वे भी इस मामले में भाजपा का साथ दे रहे हैं। विपक्षी दलों के दमन के लिए जिस तरह माकपा सरकार काम कर रही है, उसकी सभी दलों ने आलोचना की है। माकपा सरकार पुलिस की मदद से राजनीतिक विरोधियों को प्रताड़ित करने का काम करती है, यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। उल्लेखनीय है कि राज्य का गृहमंत्रालय मुख्यमंत्री नयनार के अधीन है। माकपाई कार्यकर्ताओं और पुलिस की मिलीभगत से भाजपा और संघ के कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किए जाने के बारे में अनेक बार मुख्यमंत्री से कहा गया था, लेकिन उन्होंने हिंसा रोकने की कोई कार्रवाई नहीं की। मैंने स्वयं और राज्य भाजपा प्रमुख श्री पद्मनाभन ने केन्द्रीय गृहमंत्री से मुलाकात करके मामले की पूरी जानकारी दी है। गृहमंत्री ने अधिकारिक रूप से राज्य सरकार से घटना की पूरी जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है। केरल के कुछ उप पुलिस महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पक्ष में काम करते हैं। (बातचीत पर आधारित )

36

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

कन्वर्जन की जड़ें गहरी, साजिश बड़ी : ये है छांगुर जलालुद्दीन का काला सच, पाञ्चजन्य ने 2022 में ही कर दिया था खुलासा

मतदाता सूची मामला: कुछ संगठन और याचिकाकर्ता कर रहे हैं भ्रमित और लोकतंत्र की जड़ों को खोखला

लव जिहाद : राजू नहीं था, निकला वसीम, सऊदी से बलरामपुर तक की कहानी

सऊदी में छांगुर ने खेला कन्वर्जन का खेल, बनवा दिया गंदा वीडियो : खुलासा करने पर हिन्दू युवती को दी जा रहीं धमकियां

स्वामी दीपांकर

भिक्षा यात्रा 1 करोड़ हिंदुओं को कर चुकी है एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने का संकल्प

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies