भारत “ना भय देत काहू को ना भय जानत आप” ऐसा हिन्दू समाज खड़ा हो यह समय की आवश्यकता है : श्री मोहन भागवत
भारत मातृभाषा में शिक्षा को बढ़ावा देने वाली नीति बननी चाहिए यह अत्यंत उचित विचार है : श्री मोहन भागवत
भारत सामाजिक समता के लिए समाज से तथा स्वयं के जीवन से शोषक प्रवृत्ति को जड़ मूल से हटाना होगा : श्री मोहन भागवत