‘भारत सहेगा नहीं, जवाब देगा’ - एयर चीफ मार्शल (सेनि.) राकेश कुमार सिंह भदौरिया
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

‘भारत सहेगा नहीं, जवाब देगा’ – एयर चीफ मार्शल (सेनि.) राकेश कुमार सिंह भदौरिया

भारत द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के अंतर्गत पाकिस्तान के आतंकी अड्डों को निशाना बनाना केवल पहलगाम हमले की जवाबी कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह आतंकवाद के प्रति भारत की 'जीरो टॉलरेंस' नीति का ऐलान था।

by आदित्य भारद्वाज
May 17, 2025, 03:19 pm IST
in भारत, जम्‍मू एवं कश्‍मीर, साक्षात्कार
वायु सेना के एयर चीफ मार्शल (सेनि.) राकेश कुमार सिंह भदौरिया

वायु सेना के एयर चीफ मार्शल (सेनि.) राकेश कुमार सिंह भदौरिया

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अंतर्गत पाकिस्तान के आतंकी अड्डों को निशाना बनाना केवल पहलगाम हमले की जवाबी कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह आतंकवाद के प्रति भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का ऐलान था। पूरा विश्व आज भारत की तरफ देख रहा है। इस ऐतिहासिक कार्रवाई को लेकर पाञ्चजन्य के समाचार संपादक आदित्य भारद्वाज ने वायु सेना के एयर चीफ मार्शल (सेनि.) राकेश कुमार सिंह भदौरिया से विशेष बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश:

ऑपरेशन सिंदूर के तहत पहली बार तीनों सेनाओं ने मिलकर पाकिस्तान के विरुद्ध समन्वित और सटीक कार्रवाई की। आप इसे कैसे देखते हैं?
यह एक अभूतपूर्व अभियान था। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट और निर्णायक दिशा दी। उन्होंने कहा भी कि आतंकवादियों और उनका समर्थन करने वालों को ऐसा दंड मिलेगा जो कल्पना से परे होगा, जो उन्होंने सोचा भी न होगा। इसी आधार पर तीनों सेनाओं को पूर्ण स्वतंत्रता दी गई जिसके तहत रणनीति तैयार की गई। यह केवल सेना की योजना नहीं थी बल्कि खुफिया एजेंसियों, अंतरिक्ष निगरानी, साइबर यूनिट के साथ तकनीकी विश्लेषण कर लक्ष्यों का चयन किया गया। सेना को परिणाम देने का स्पष्ट आदेश मिला था। यही कारण है कि हम अत्यधिक सीमित समय में, बिल्कुल सटीक लक्ष्यों पर प्रहार करने में सफल रहे। हमने न तो पाकिस्तान की सेना पर लक्ष्य साधा, न ही उसके आम नागरिकों पर। हमने केवल आतंकवाद के ठिकानों पर ही वार किए। बहावलपुर और मुरीदके जैसे स्थानों पर लक्ष्य निर्धारित कर कार्रवाई की। ये वही स्थान हैं, जो आतंकियों के गढ़ बने हुए हैं। यह हमारी राजनीतिक इच्छाशक्ति के चलते हो पाया।

भारतीय सेनाएं अत्याधुनिक तकनीक व स्वदेशी हथियारों से सुसज्जित हैं। इससे हमारी सैन्य क्षमता कितनी बढ़ी है?
पिछले एक दशक में हमारी सेनाएं बहुत तेज़ी से अत्याधुनिक हुई हैं। सरकार की प्राथमिकता स्पष्ट रही है कि सेनाओं को आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से सक्षम होना चाहिए। ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ योजनाओं ने हमारी रक्षा उत्पादन क्षमता को नई ऊंचाई दी है। वायु सेना की बात करें तो राफेल जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों का समावेश, एलसीए तेजस की तैनाती, लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें और उच्चस्तरीय ‘एयर डिफेंस सिस्टम’ ने हमारी ताकत को कई गुना बढ़ा दिया है। इस ऑपरेशन में हमने ड्रोनों को जैमर और एंटी-ड्रोन गन से निष्क्रिय किया, एयर मिसाइल्स से पाकिस्तानी ड्रोन और रॉकेट्स को हवा में ही मार गिराया। एस-400, आकाश और स्वदेशी मिसाइल सिस्टम का बेहद प्रभावी उपयोग हुआ। हमारे ‘इंटीग्रेटेड एयर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम’ ने यह सुनिश्चित किया कि कोई भी पाकिस्तानी विमान हमारी सीमा के पास तक न आ सके।

हार के बाद भी पाकिस्तान बार-बार झूठ बोलकर खुद को विजेता बता रहा है। इस पर आप क्या कहेंगे?
पाकिस्तान की झूठ बोलने की आदत पुरानी है। वह अपनी अवाम को मूर्ख बनाकर, सेना की विफलताओं को छिपाने का प्रयास कर रहा है। वह पहले भी ऐसा ही करता आया है। उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना के एयरबेस को क्षतिग्रस्त कर दिया गया, लेकिन कोई प्रमाण नहीं दिखा पाए। न कोई सेटेलाइट चित्र, न कोई वीडियो। वहीं हमने न केवल सटीक हमले किए बल्कि उसके प्रमाण भी प्रस्तुत किए। सेटेलाइट चित्र, आतंकियों के जनाजे के चित्र जिनमें पाकिस्तानी सेना के अधिकारी भी शामिल थे। आतंकी ठिकानों की बर्बादी का दृश्य अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी देखा। सीएनएन, बीबीसी, अल जजीरा जैसे मीडिया संस्थानों ने वहां के बारे में जानकारी दी है।

पाकिस्तान हर बार परमाणु हमले की धमकी देता है। बावजूद इसके पिछले एक दशक में हमने अनेक बार उसे घर में घुसकर सबक सिखाया है। इस बदले हुए भारत को आप कैसे देखते हैं।
डरते तो हम पाकिस्तान से कभी नहीं थे। न कल डरे, न आज। हम हर तरह से सक्षम हैं। हम किसी परमाणु ब्लैकमेलिंग से नहीं डरते। प्रधानमंत्री जी ने स्पष्ट कर दिया है कि अब कोई भी आतंकी हमला ‘युद्ध’ ही माना जाएगा। आतंकियों और उनके संरक्षकों के बीच कोई भेद नहीं किया जाएगा। इसका अर्थ यह है कि जो भी आतंकी गतिविधियों में संलिप्त होगा, वह हमारा लक्ष्य होगा। यह भारत की विदेश नीति, राष्ट्रीय सुरक्षा नीति और वैचारिक दृढ़ता का परिचायक है।

1965 और 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को हराया। तब से अब तक वायु सेना में क्या बदला है?
तब हमारे पास नेट जैसे स्वदेशी विमान थे, उसके बाद धीरे-धीरे हमने तकनीक में प्रगति की। 1971 में भी हमने पाकिस्तान को हराया। आज हम आत्मनिर्भरता के शिखर पर हैं। हमारे पास ब्रह्मोस जैसी सुपरसोनिक मिसाइल है, राफेल जैसा अत्याधुनिक फाइटर, तेजस जैसा स्वदेशी विमान और उपग्रह आधारित निगरानी क्षमता है। अब हम केवल अपनी जरूरतें ही नहीं पूरी कर रहे, निर्यात भी कर रहे हैं।

पाकिस्तान की वायु सेना की स्थिति क्या है? हमारी वायु सेना के सामने वह कहां ठहरती है?
हम उनसे बहुत आगे हैं। उनके पास कुछ चीन द्वारा उपलब्ध कराए गए हथियार और तकनीकें है, जो हमारे मुकाबले की नहीं हैं। पीएल-15 जैसी मिसाइलों की क्षमताओं को लेकर दावे कुछ भी किए जाते हों, लेकिन हमारे सामने कुछ नहीं हैं। हमारे पास राफेल युद्धक विमान हैं, जो पाकिस्तानी सेना के पास मौजूद एफ—16 से आगे के स्तर का है। राफेल न केवल सटीक है, बल्कि इसके सेंसर, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम और एयर टू ग्राउंड यानी हवा से जमीन पर मिसाइल दागने की क्षमता बेहद शानदार है।

पाकिस्तान बार-बार मुंह की खाने के बाद भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आता। आप इसका क्या कारण मानते हैं। वहां की हुकूमत या वहां की सेना?
पाकिस्तान में सेना ही असली सरकार है। वहां की चुनी हुई सरकार केवल दिखावे के लिए है। नीति निर्धारण, विदेशी संबंध, रक्षा, सब सेना नियंत्रित करती है। वहां हुकूमत नाम की कोई चीज है कहां। जो कुछ है, वह दिखावा है।

 क्या आप मानते हैं कि पहलगाम आतंकी हमला पाकिस्तान की आतंरिक समस्याओं से ध्यान भटकाने की साजिश थी ?
बिल्कुल, इसमें कोई संदेह नहीं है। पाकिस्तान इस समय खस्ताहाल है। वह दिवालिया हो चुका है। आईएमएफ से कर्ज लेने और आवाम का ध्यान भटकाने के लिए सुनियोजित तरीके से पाकिस्तान ने यह आतंकी हमला कराया। भारत का डर दिखाकर ही तो सेना वहां पर अपना शासन चला रही है। वहां की अवाम पिछले कुछ दिनों में कई बार सड़क पर उतर चुकी है। उसे अपनी अवाम का ध्यान भटकाना था इसीलिए पाकिस्तान ने ऐसी कायराना हरकत की। पाकिस्तान जानता था कि भारत जवाबी कार्रवाई करेगा, लोगों का ध्यान बंट जाएगा। हालांकि भारत ने इस बार ऐसा जवाब दिया कि उनका हर मंसूबा चकनाचूर हो गया।

हमारी सेनाएं आम नागरिकों को निशाना नहीं बनातीं, जबकि पाकिस्तान नागरिकों को निशाना बनाता रहा है। क्या यह उसकी आसुरी प्रवृत्ति नहीं दर्शाती?
इसमें कोई संदेह नहीं। हमने न केवल आतंकियों को निशाना बनाया, बल्कि पाकिस्तान की सामरिक क्षमताओं पर भी सर्जिकल वार किया। हमारी सेनाओं ने वहां के किसी भी नागरिक को क्षति नहीं पहुंचाई, न किसी गुरुद्वारे, न किसी स्कूल पर हमने बम गिराए। जबकि पाकिस्तान ने ऐसा किया। पाकिस्तानी सेना ने सीमावर्ती इलाकों में हमारे आम नागरिकों के घरों को निशाना बनाया। उन पर गोले दागे। हम संयमित, सटीक और समन्वित ऑपरेशन करते हैं। यही भारत की सैन्य शक्ति और नैतिक श्रेष्ठता की पहचान है। आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि पाकिस्तान की सेनाएं, जो खुद के पेशेवर होने का दावा करती हैं, वे कितनी पेशेवर हैं। हमारे द्वारा अंजाम दिया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल कार्रवाई ही नहीं बल्कि चेतावनी भी है कि भारत अब सहन नहीं करेगा, जवाब देगा, वह भी ऐसा कि दुश्मन दशकों तक याद रखे।

संघर्ष विराम भारत की शर्तों पर

#ऑपरेशन सिंदूर : हम भांप रहे हैं, वो कांप रहे हैं

Topics: 1965 and 1971 warsपाञ्चजन्य विशेषPakistan's terrorist basesएयर डिफेंस सिस्टममेक इन इंडिया. आत्मनिर्भर भारतजीरो टॉलरेंसZero Toleranceऑपरेशन सिंदूरOperation Sindoorपहलगाम हमले1965 और 1971 के युद्धपाकिस्तान के आतंकी अड्डेप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीPahalgam attacksPrime Minister Narendra Modi
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद

राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस: छात्र निर्माण से राष्ट्र निर्माण का ध्येय यात्री अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद

India democracy dtrong Pew research

राहुल, खरगे जैसे तमाम नेताओं को जवाब है ये ‘प्‍यू’ का शोध, भारत में मजबूत है “लोकतंत्र”

कृषि कार्य में ड्रोन का इस्तेमाल करता एक किसान

समर्थ किसान, सशक्त देश

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

फोटो साभार: लाइव हिन्दुस्तान

क्या है IMO? जिससे दिल्ली में पकड़े गए बांग्लादेशी अपने लोगों से करते थे सम्पर्क

Donald Trump

ब्राजील पर ट्रंप का 50% टैरिफ का एक्शन: क्या है बोल्सोनारो मामला?

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies