आम आदमी पार्टी की दिल्ली में करारी शिकस्त के बाद अब पंजाब की राजनीति में गर्माहट आनी शुरू हो गई है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कल 11 फरवरी को पंजाब के सभी विधायक दिल्ली बुलाए हैं। इसको लेकर प्रदेश में कई तरह की चर्चाएं फैल गई हैं। इसके चलते पंजाब सरकार की 10 को होने वाली कैबिनेट की मीटिंग स्थगित कर दी गई है। अब यह बैठक 13 फरवरी को चंडीगढ़ में दोपहर 12 बजे आयोजित की जाएगी।
भाजपा विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक्स पर ट्वीट किया कि दिल्ली चुनाव हारने के बाद अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों की मीटिंग बुलाई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक केजरीवाल भगवंत मान को अयोग्य बताकर सीएम पद से हटाने की कोशिश कर रहे हैं। वे महिलाओं को 1000 रुपये देने का वादा पूरा करने, नशाखोरी रोकने में असफल रहे और पंजाब की स्थिति को और खराब कर दिया। अब वे सारी विफलता भगवंत मान पर मढऩा चाहते हैं। वे आप पंजाब के विधायकों से कहलवा रहे हैं कि केजरीवाल एक ‘अच्छे आदमी’ हैं और उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए!
दरअसल, दिल्ली चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी की सरकार अब केवल पंजाब में ही बची है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव हारने के बाद आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल अब पंजाब का रुख कर सकते हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि केजरीवाल लुधियाना से उपचुनाव लड़ सकते हैं। आप के एक विधायक के निधन होने से यह सीट खाली पड़ी है।
दूसरी ओर आप सांसद मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि हम दिल्ली के जनादेश को स्वीकार करते हैं। जहां तक बैठकों का सवाल है, पार्टी एक सतत प्रक्रिया है। भविष्य की रणनीति बनाने के लिए पार्टी की सभी इकाइयों से फीडबैक लिया जा रहा है। कल पंजाब के सीएम भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब के विधायकों की अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक होगी। यह अगली रणनीति तैयार करने के लिए एक संगठनात्मक बैठक है।
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