खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के चारों आरोपी जमानत पर रिहा हो गए। कनाडा सुप्रीम कोर्ट में 11 फरवरी को अब इस मामले की सुनवाई होगी। दरअसल, सबूतों के अभाव में कनाडा पुलिस निचली अदालत में पेश नहीं हो रही थी, इसी के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 4 आरोपियों को स्टे आफ प्रोसीडिंग्स पर रिहा कर दिया।
जिस हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए थे, उसी हत्याकांड में कनाडा की पुलिस पेश ही नहीं हुई, जबकि बरार, अमनदीप सिंह, कमलप्रीत सिंह और करनप्रीत सिंह के खिलाफ आरोपपत्र कोर्ट के सामने दाखिल कर दिया गया था। कनाडा के सरकारी दस्तावेजों के मुताबिक, जब कोर्ट में पुलिस पेश नहीं हुई तो इसी के बाद आरोपियों ने सुप्रीम कोर्ट में इस बाबत अपील की। जहां 18 नवंबर को पहली सुनवाई हुई थी, इसके बाद पुलिस के रुख को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने चारों आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया।
कनाडा सरकार का दस्तावेज साफ तौर पर बता रहा है कि यह चारों कथित आरोपी अब कनाडा पुलिस की कस्टडी हिरासत जेल में नहीं हैं, उन्हें स्टे ऑफ प्रोसीडिंग्स पर रिहा किया गया। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून साल 2023 में कनाडा में हत्या हो गई थी। वह भारत में वांछित था। वह साल 1997 में कनाडा भाग गया था और उसके खिलाफ भारत में दर्जन भर से ज्यादा कत्ल और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने को लेकर केस दर्ज हैं। इसके बावजूद कनाडा की सरकार ने निज्जर के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया था।
निज्जर की हत्या के बाद कनाडा और भारत के बीच तनाव
साल 2023 में निज्जर की हुई हत्या के बाद भारत और कनाडा के बीच एक नया विवाद पैदा हुआ। निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा लगातार भारत पर उंगली उठाता रहा है और गंभीर आरोप लगाता रहा है। ज्ञात रहे कि कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की विदायी के बाद वहां खालिस्तानी तत्व पहले ही हतोत्साहित हैं और अब आज की घटना ने उन पर तुषारपात किया है।
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