ये दोगलापन नहीं तो और क्या है! जो अमेरिकी अरबपति बिजनेसमैन भारत में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को गिराने के लिए हजारों करोड़ डॉलर खर्च करने की बात करता है, उसे ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन देश के सर्वोच्च सम्मान प्रेसीडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम से नवाजने जा रहे हैं। हम बात कर रहे हैं जॉर्ज सोरोस की।
वही जॉर्ज सोरोस, जिसने कई बार भारत विरोधी बयान दिए। जो बार-बार यह कहकर भारत में हिन्दुओं और मुस्लिमों को आपस में लड़ाने की साजिशें करता है कि मोदी सरकार भारत में मुस्लिमों को प्रताड़ित कर रही है और वे भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहते हैं। उसी जॉर्ज सोरोस को जाते-जाते जो बाइडेन ने देश के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया है। सोरोस के अलावा भी हिलेरी क्लिंटन, जोस एन्ड्रेस, लियोनेल मेसी, एश्टन बाल्डविन कार्टर, इकल जे फॉक्स, टिम गिल, जेन गुडाल, फैनी लू हैमर, इर्विन “मैजिक” जॉनसन, रॉबर्ट फ्रांसिस कैनेडी, राल्फ लॉरेन, विलियम सैनफोर्ड नाइ, जॉर्ज डब्ल्यू रोमनी, डेविड एम रूबेनस्टीन, जॉर्ज स्टीवंस, जूनियर डेन्ज़ेल वाशिंगटन, अन्ना विंटोर और बोनो को भी इसी सम्मान से नवाजा गया है।
बाइडेन का कहना है कि इन लोगों ने अमेरिका की संस्कृति और उसके उद्देश्यों को और अधिक बेहतर करने का प्रयास किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति का कहना है कि वो केवल इतना चाहते हैं कि देश की सेवा के लिए इन लोगों ने जितना कुछ किया है उसके लिए धन्यवाद।
वहीं जॉर्ज सोरोस को देश के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित करने पर टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने भी मजे लिए हैं, उन्होंने एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि जॉर्ज सोरोस यहाँ काफी अच्छे लग रहे हैं। शायद लाइटिंग की वजह से। दरअसल, मस्क ने जो तस्वीर शेयर की, उसमें जॉर्ज सोरोस बहुत ही कुरूप दिख रहे हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले पिछले साल नवंबर में एलन मस्क ने जॉर्ज सोरोस को मानवता का दुश्मन करार दिया था। साथ ही कहा था कि सोरोस को मानवता से नफरत है और उनकी वजह से समाज का ताना-बाना बिगड़ रहा है। मस्क ने कहा था कि सोरोस दूसरे देशों में दखल देकर वहां पर समस्याएं खड़ी कर रहे हैं।
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