हमास के हथियारबंद गुरिल्ला ही बचे हैं जो गुट को जिलाए हुए हैं और यहां वहां आतंक फैलाए रहे हैं। ये जिहादी लड़ाके गाजा की टूट चुकी बिल्डिंगों में छुपे बैठे हैं। बीच बीच में वे वहीं से हमले बोल देते हैं। लेकिन हैरानी की बात है जो हमासिए अभी जिंदा हैं उनके से शायद ही कोई यह बता सकता है कि इस्राएल के बचे हुए बंधक किस जगह कैद हैं।
इस्राएल के एक पूर्व जांच अधिकारी ने यह दावा करके कइयों के होश उड़ा दिए हैं कि हमारे बंधकों को कहां छुपाया गया है, इस बारे में किसी हमास के नेता को नहीं पता है। उसका कहना है कि इस्राएल की गुप्तचर एजेंसियों को अपने बंधकों के बारे में पता करना है तो हमास के हत्यारों के घर वालों को किसी तरह का लालच देना पड़ेगा और उनसे यह जानकारी मालूम करनी होगी। इस पूर्व जांच अधिकारी ने हमास की असलियत उजागर करते हुए यह भी कहा है कि इस्लामी हत्यारे गाजा वालों को बेतहाशा लूट रहे हैं।
इसा्रएल के इस पूर्व जांच अधिकारी का नाम है मीचा कोबी। इनकी यह बात कई लोगों को हैरान कर रही है कि हमास के अधिकतर नेता नहीं बता सकते कि इस्राएल के बंधकों को गाजा पट्टी रखा कहां गया है। मीचा वहीं हैं जिन्होंने कभी इस्राएल की जेल में हमास के हत्यारे नेता याह्या सिनवार से गहन पूछताछ करके उससे राज उगलवाने चाहे थे। इसलिए मीचा को हमास संबंधी विषयों का गहन जानकार भी बताया जाता है। एक और खुलासा उन्होंने किया है, कि अब हमास के मुख्यालय में कुछ नहीं होता, वहां सब कुछ ठप पड़ा है।
उनका कहना है कि हमास के हथियारबंद गुरिल्ला ही बचे हैं जो गुट को जिलाए हुए हैं और यहां वहां आतंक फैलाए रहे हैं। ये जिहादी लड़ाके गाजा की टूट चुकी बिल्डिंगों में छुपे बैठे हैं। बीच बीच में वे वहीं से हमले बोल देते हैं। लेकिन हैरानी की बात है जो हमासिए अभी जिंदा हैं उनके से शायद ही कोई यह बता सकता है कि इस्राएल के बचे हुए बंधक किस जगह कैद हैं।
इस्राएल के सरकार में वरिष्ठ अधिकारियों ने मीचा की बात पर हैरानी जताई है, क्योंकि उनका आगे कहना है कि हो सकता है कोई हत्यारा एक या दो जगह बता भी दे, लेकिन बाकी सब जगहों के बारे में उसे भी जानकारी नहीं होगी। ऐसे में हमास का कोई बचा हत्यारा यह भी नहीं चाहता है कि बंधकों को रिहा किया जाए।
वे कहते हैं कि हमास बंधकों को लेकर ‘मोलतोल’ नहीं, ‘ब्लैकमेल’ करने की इच्छा रखता है। इसलिए इस्राएल के खुफिया अधिकारियों को तो अब पैसे या किसी अन्य लालच के रास्ते हत्यारों के परिवारजन से बंधकों के ठिकाने बारे में बातें पता करनी होंगी। यही एकमात्र तरीका नजर आता है। इतना ही नहीं, ऐसे खुफिया अभियान चलाते हुए हमास के लोगों के परिवारों से संपर्क बनाना होगा।
इसी इस्राएली जांच अधिकारी का यह भी कहना है कि गाजा पट्टी में जो भी मानवीय सहायता भेजी जा रही है उस पर हमास के हत्यारों का कब्जा रहता है, वही तय करते हैं कि किसे क्या, कितना मिलेगा। इसलिए आम लोगों को इस्लामी आतंकी पूरी राहत न देकर अपने गुलाम जैसे बनने को मजबूर कर देते हैं। गाजा में खाने के सामान ले जाने वाले ट्रकों पर हमास के लोग कब्जा कर लेते हैं। इसी सामान को गाजा के पीड़ितों को मोटे पैसे लेकर बेचता है।
7 अक्तूबर 2023 को इस्राएल पर हमास के बर्बर हमले में 1200 लोगों की हत्या करने के बाद लगभग 251 लोग बंधक बनाए गए थे। इन्हें गाजा पट्टी में अलग अलग जगह छुपाकर रखा गया था। अभी तक उनमें से 117 बंधक जिंदा इस्राएल लौट चुके हैं। इन के अलावा 37 बंधकों की मृत देह मिली थीं। अभी भी करीब सौ बंधक हमास की कैद में हैं।
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