बांग्लादेश में एक बार फिर से हालात बिगड़ गए हैं। वहां पर फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। शेख हसीना सरकार का तख्तापलट करने के बाद प्रदर्शनकारी अभी भी नहीं रुके। अब तो प्रदर्शनकारियों ने ढाका के सुप्रीम कोर्ट पर भी चढ़ाई कर दी है। प्रदर्शनकारियों ने चीफ जस्टिस सहित सभी जजों को एक घंटे के अंदर इस्तीफा देने को कहा है।
इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने चेताया है कि अगर जज और चीफ जस्टिस ओबैदुल हसन इस्तीफा नहीं देते हैं तो वे उनके आवासों पर हमला कर देंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट पर धावा बोलने वालों में अधिकतर प्रदर्शनकारी छात्र हैं।
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क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि पिछले माह जुलाई माह में बांग्लादेश में कथित आरक्षण विरोधी हिंसा शुरू हुई थी, जिसमें 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। पहले तो सरकार ने इसे दबा दिया, लेकिन अगस्त में दोबारा से भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन शुरू हु्आ, जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई।
इसी विरोध प्रदर्शन में पीएम शेख हसीना सरकार का तख्तापलट हुआ। इसी के बाद प्रदर्शनकारियों ने अंतरिम सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी थी। इसके लिए नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मुहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार के गठन की रूपरेखा तैयार करने के लिए सलाहकार बनाया गया था।
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इस हिंसा में अब तक 23 दिनों में मौतों की कुल संख्या 560 तक पहुंच गई है। अगस्त में हुई हिंसा में 232 लोगों के मारे जाने की खबर है। इससे पहले 16 जुलाई से 4 अगस्त तक कोटा और भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलनों के दौरान कुल 328 मौतें हुई थीं।
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