पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बांग्लादेशी शरणार्थियों को राज्य में शरण देने के ऐलान पर बांग्लादेश ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। बांग्लादेश ने चेतावनी दी है कि इस तरह की घोषणा से आतंकी संगठन इसका फायदा उठा सकते हैं। इस मामले में बांग्लादेशी सरकार ने भारतीय उच्चायोग के समक्ष ममता बनर्जी की टिप्पणियों पर नाराजगी जताई है।
इसे भी पढ़ें: Iran में एक और महिला कार्यकर्ता को फांसी, शरीफी मोहम्मदी के बाद पखशान अजीजी को भी मौत की सजा
बांग्लादेश का कहना है कि शरणार्थियों को आश्रय देने का आश्वासन बदमाशों और आतंकियों को फायदा मिल सकती है।
इसे भी पढ़ें: अभिनव बिंद्रा को ओलंपिक ऑर्डर अवॉर्ड, 41 साल बाद किसी भारतीय को मिला यह सम्मान, प्रधानमंत्री ने दी बधाई
क्या है पूरा मामला
तृणमूल कांग्रेस की 21 जून को विशाल ‘शहीद दिवस’ रैली में ममता बनर्जी ने कहा था कि हिंसा प्रभावित लोग अगर हमारे दरवाजे पर दस्तक देने आते हैं तो प्रदेश सरकार उन्हें शरण देगी। उन्होंने ये भी कहा था कि मैं बांग्लादेश के बारे में कुछ नहीं बोल सकती। यह एक दूसरा देश है और इस मामले में केंद्र सरकार बोलेगी। लेकिन, अगर असहाय लोग बंगाल का दरवाजा खटखटाते हैं तो हम उन्हें शरण देंगे। संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के मुताबिक, पड़ोसी शरणार्थियों का सम्मान करेंगे।
इसे भी पढ़ें: इंस्टाग्राम पर लड़कियों के वीडियो को AI से अश्लील बनाकर करता था ब्लैकमेल, राज सिंह निकला रब्बानी
शरण देने का अधिकार केंद्र सरकार के पास
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा दिए गए हालिया बयान को समझने की कोशिश करें तो ये स्पष्ट होता है कि किसी भी दूसरे देश के शरणार्थियों को शरण देने का अधिकार फिलहाल केंद्र सरकार के पास है। ऐसे में ममता बनर्जी चाहकर भी बांग्लादेशी शरणार्थियों को शरण नहीं दे सकती थीं।
इसे भी पढे़ं: ममता बनर्जी के बयान पर बांग्लादेश ने जताई नाराजगी, भारत सरकार से की शिकायत, राज्यपाल ने तलब की रिपोर्ट
टिप्पणियाँ