मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेकर सारी अटकलों पर विराम लग गया है। मुख्यमंत्री रांची में ही हैं। वे शिबू सोरेन के आवास से अपने आवास पहुंचे हैं। उन्होंने हाथ हिलाकर पत्रकारों का अभिनंदन भई किया। आवास में अंदर जाने से पहले उनके चेहरे पर खुशी का भाव था। वे कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में सत्ताधारी सभी मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठक की।
मंत्रियों और विधायकों से संग बैठक ख़त्म करने के बाद वे रांची के मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका पहुंचे और महात्मा गांधी की 76वीं पुण्यतिथि पर नमन किया। बापू वाटिका में महात्मा गांधी को माल्यार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री ने उनके आदर्शों पर चलने की बात कही। साथ ही कहा कि कोई दिक्कत नहीं है।
बता दें कि यह बैठक करीब 30-40 मिनट तक चली। बैठक में 31 जनवरी को ईडी की पूछताछ के दौरान हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की संभावना पर गठबंधन की आगे की रणनीति पर मंथन हुआ। इस बैठक के लिए मुख्यमंत्री के आने से पूर्व ही तकरीबन सारे विधायक मुख्यमंत्री हाउस में जुट गए थे। बैठक में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के अलावा बादल पत्रलेख, हफीजुल हसन, जोबा मांझी, बेबी देवी, बन्ना गुप्ता, चंपई सोरेन सहित अन्य मौजूद रहे।
वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के सभी साथी एकजुट हैं। साथ ही कहा कि बापू हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिन्दा हैं। कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि भाजपा केवल अफवाह फैलाती है। वह इस काम में सबसे बड़ा तंत्र है। मुख्यमंत्री की तलाश में गृह मंत्रालय की भूमिका पर गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। हालांकि, झामुमो, कांग्रेस के अधिकांश मंत्रियों, विधायकों ने मुख्यमंत्री आवास से निकलते समय मीडिया से कुछ भी कहने से परहेज किया।
इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास से ईडी ने 35 लाख रुपये बरामद किये हैं। यह रकम कमरे में रखे एक लॉकर से बरामद हुई है। ईडी की एक टीम जमीन फर्जीवाड़े मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के संबंध में पूछताछ करने के लिए बीते सोमवार को मुख्यमंत्री के दिल्ली स्थित आवास पहुंची थी। लगभग 13 घंटे से अधिक समय तक वहां डेरा डाले रही। इस दौरान ईडी की टीम ने परिसर की तलाशी ली। ईडी को हेमंत सोरेन की एक बीएमडब्ल्यू कार, नकदी और कई दस्तावेज मिले हैं। बरामद गाड़ी हरियाणा नम्बर वाली बतायी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने जमीन फर्जीवाड़े के मामले में 20 जनवरी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से रांची में उनके आवास पर पूछताछ की थी। इसके बाद नया समन जारी करते हुए यह बताने को कहा था कि वह पूछताछ के लिए 29 जनवरी या 31 जनवरी में से किस दिन आएंगे। समन के जवाब में मुख्यमंत्री सचिवालय से ईडी को पत्र भेजा गया लेकिन पूछताछ के लिए दिन या तारीख नहीं बतायी थी।
सोरेन ने ईडी को भेजे ईमेल में उस पर राज्य सरकार के कामकाज में बाधा डालने के लिए ‘राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित’ होने का आरोप लगाया और दावा किया कि 31 जनवरी को या उससे पहले उनका बयान दोबारा दर्ज कराने की ईडी की जिद से दुर्भावना झलक रही है। हालांकि, बाद में 31 जनवरी को आवास पर बयान दर्ज कराने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वीकृति दी।
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