अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बन रहा था. ठीक उसी समय लखनऊ में लक्ष्मण जी के मंदिर का निर्माण हुआ. लखनऊ के गोहना कला में लगभग एक एकड़ क्षेत्रफल में लक्षमण जी के मंदिर का निर्माण आज से शुरू हो गया.
यह इतिहास के पन्नो में दर्ज रहेगा कि जिस समय अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बन रहा था. ठीक उसी समय लखनऊ में लक्ष्मण जी के मंदिर का निर्माण हुआ. लखनऊ के गोहना कला में लगभग एक एकड़ क्षेत्रफल में लक्षमण जी के मंदिर का निर्माण आज से शुरू हो गया. आज भूमि पूजन सुबह 8 बजे से शुरू हुआ. पूजन कार्यक्रम दोपहर करीब 1 बजे सम्पन्न हुआ.
वर्ष 2021 में श्रीलक्ष्मण मंदिर बनाने को लेकर भूमि खरीदी गई थी. लक्ष्मण मंदिर की ऊंचाई 81 फीट होगी. अनुमान है कि भव्य मंदिर लगभग 5 वर्ष में बन जाएगा. पूजन और अनुष्ठान के बाद आज से मंदिर निर्माण का काम शुरू हो गया है.
मंदिर का नक्शा और रुपरेखा मीनाक्षी तिवारी और सुनील श्रीवास्तव द्वारा तैयार किया है. मंदिर के मुख्य द्वार के सामने लक्ष्मण उर्मिला के साथ पूरे परिवार की मूर्ति स्थापना होगी. सेवा न्यास की ओर से माता उर्मिला के नाम से 45 कमरों का एक वृद्धाश्रम भी निर्मित होगा
पंडित धीरेंद्र वशिष्ठ के अनुसार, लक्ष्मण मंदिर में उर्मिला के साथ शिव परिवार और राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी. मंदिर परिसर के अंदर सेवा न्यास की ओर से उर्मिला के नाम पर 45 कमरों का वृद्धा आश्रम भी बनवाया जाएगा. उस वृद्धा आश्रम में वृद्ध लोगों को रहने के लिए उचित प्रबंधन किया जायेगा.
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