मिथिला नगरिया, निहाल सखियां
May 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

मिथिला नगरिया, निहाल सखियां

पौराणिक नगर मिथिला इन दिनों उल्लासमय है। इसका मूल कारण है- पहुनवा राघो। स्थानीय लोगों के लिए यह माह वाकई अनूठा है। इसी महीने यहां राम-जानकी विवाह संस्कार संपन्न हुआ था। वास्तव में यह चार दिवसीय पुनीत अवसर वैदिक और लौकिक परंपराओं का सुंदर समागम है

by अमिय भूषण
Dec 29, 2023, 08:06 am IST
in विश्व, संस्कृति
जानकी महल विवाह स्थल

जानकी महल विवाह स्थल

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

गंगा के किनारे से कमला विमला तट की यह यात्रा भले ही धनुष यज्ञ के निमित्त थी किंतु इसका वास्तविक उद्देश्य श्रीराम-सीता का मिलन ही था। सीता स्वयंवर में विजय उपरांत इनका लग्न अगहन शुक्ल पक्ष पंचमी के शुभ मुहूर्त में हुआ था।

मिथिला इन दिनों निहाल है। वजह पहुनवा राघो है। यहां के लिए यह माह वाकई खास है। इसी महीने में यहां राम जानकी विवाह संपन्न हुआ था। श्रीराम अपने गुरु विश्वामित्र संग सिद्धाश्रम से मिथिला आये थे। गंगा के किनारे से कमला विमला तट की यह यात्रा भले ही धनुष यज्ञ के निमित्त थी किंतु इसका वास्तविक उद्देश्य श्रीराम-सीता का मिलन ही था। सीता स्वयंवर में विजय उपरांत इनका लग्न अगहन शुक्ल पक्ष पंचमी के शुभ मुहूर्त में हुआ था। वहीं इस अवसर पर भरत का मांडवी तो लक्ष्मण का उर्मिला और शत्रुघ्न का श्रुतिकीर्ति संग विवाह हुआ था।

राजा दशरथ के चारों पुत्र मिथिला नरेश के जमाई बने थे। इन स्मृतियों में गंगा के किनारों से हिमालय की उपत्यका तक प्रति वर्ष उत्सव मनाया जाता है। इस अवसर पर सम्पूर्ण मिथिला में सीताराम विवाह महोत्सवों की धूम होती है। यहां तक कि मिथिला की सीमाओं के परे अवस्थित प्रभु श्रीराम के चरित्र निर्माण एवं प्राकट्य की भूमि बक्सर में भी इसको जोर-शोर से मनाया जाता है। यहां एक परिक्रमा भी निकलती है। वहीं रामभक्ति धारा के प्रसिद्ध संत मामाजी के आश्रम में इसका दिव्य आयोजन होता है। किंतु नेपाल के जनकपुर की बात ही निराली है। दरअसल यही वह नगर है जहां पर यह विवाह संस्कार संपन्न हुआ था। यहां का मणिमंडप रामायण वर्णित सीता विवाह स्थली है।

इस अवसर पर जनकपुर के हर मंदिर में सीताराम विवाह समारोह का आयोजन होता है। वहीं नगरवासी अपने द्वार पर रंगोली एवं बंदनवार की सजावट करते हैं। जबकि पूरा नगर इन दिनों दीपक के प्रकाश से जगमगा उठता है। हर तरफ लोगों का हुजूम नजर आता है। इस विशाल समूह में हर कोई दर्शनार्थी है। इस अवसर पर यहां पूरी दुनिया से लोग जुटते हैं। चारों तरफ देखने पर विवाह सदृश्य वातावरण ही नजर आता है, मानो किसी स्वजन परिजन की शादी हो। वहीं इस अवसर पर सड़कों से मंदिरों तक मिथिला की स्त्रियों का हुजूम विवाह गीत गाता और नाचता मिलेगा। जबकि दूर दूर से आये साधुओं के जत्थे मंदिर और नदी सरोवर घाटों पर कीर्तन करते नजर आते हैं।

यह सम्पूर्ण आयोजन कमला बचाओ अभियान के तहत होता है। इसके प्रमुख विक्रम यादव के अनुसार, यह प्रकृति एवं संस्कृति के संरक्षण- जागरण का एक पावन अभियान है। इस बैनर तले वे कई कार्यक्रमों का नियमित संचालन करते हैं

गीतों में भक्ति संग हंसी ठिठोली के भी बोल हैं। इस विवाहोत्सव में अनुष्ठान संस्कार के वैदिक मंत्रों संग लोकपरंपरा पर भी जोर होता है। वास्तव में यह वैदिक एवं लौकिक परंपराओं का एक सुंदर समागम है। यहां विवाह एक नहीं अपितु चार दिन का उत्सव है। राजा जनक ने विवाह के छह माह उपरांत ही बेटियों संग बारात की विदाई की थी, ऐसी मान्यता भी है। विवाह से लेकर विदाई तक के दर्जनों विधि विधान हैं।

अयोध्या से एक सांकेतिक राम बारात प्रतिवर्ष जनकपुर पहुंचती है और अगले कई दिनों तक ये विधि विधान परम्पराओं के साथ संपन्न किए जाते हैं। इस लौकिक विधान का पालन आचार्य मोदलता रचित विवाह पदावली के अनुसार किया जाता है। मिथिला के इस प्रथम श्री सीताराम विवाह आचार्य ने इसके लिए करीब चौंसठ विधान बताये हैं। इनसे संबंधित गीत मिथिला भक्त कवियों की रचनाओं से लेकर ग्रामीण महिलाओं के बोल तक चलन में हैं। यहां शादियों में महिलायें अब भी आजु धनवा कुटाऊं श्रीराम जी के और जनकपुर के कोहबर लाल गुलाब तो अयोध्या के कोहबर पान से छबाबल हे गाती हैं।

विवाहोत्सव स्थाल मणिमंडप

यहां पूरी दुनिया से लोग जुटते हैं। चारों तरफ देखने पर विवाह सदृश्य वातावरण ही नजर आता है, मानो किसी स्वजन परिजन की शादी हो। वहीं इस अवसर पर सड़कों से मंदिरों तक मिथिला की स्त्रियों का हुजूम विवाह गीत गाता और नाचता मिलेगा। जबकि दूर दूर से आये साधुओं के जत्थे मंदिर और नदी सरोवर घाटों पर कीर्तन करते नजर आते हैं।

विवाह के महत्वपूर्ण विधान मटकोर एवं कोहबर से लेकर मंडप तक में सीताराम का ही नाम है। मटकोर गीत में जनकपुर की पीली मिट्टी और कमला नदी है, जहां सीता सहित चारों बहनों के सात सहेलियों के साथ जाने की चर्चा है। मटकोर मातृका पूजन का लोक स्वरूप है। यहां विवाह पूर्व संध्या में लड़की नदी तट पर पूजन हेतु जाती है। यह ग्राम देव कुल देव, जल और भूमि की पूजा का अवसर है। भगवती सीता इस अवसर पर यहां के कमला तट पर गई थी। इसकी स्मृतियों में एक बड़ा आयोजन इस अवसर पर प्रतिवर्ष होता है। इसकी यात्रा जनकपुर नगर अवस्थित माता सीता के निज निवास सुंदर सदन अग्नि कुंड से प्रारंभ होकर कमला तट सखुआ मडान घाट पर समाप्त होती है।

यह सम्पूर्ण आयोजन कमला बचाओ अभियान के तहत होता है। इसके प्रमुख विक्रम यादव के अनुसार, यह प्रकृति एवं संस्कृति के संरक्षण-जागरण का एक पावन अभियान है। इस बैनर तले यह कई कार्यक्रमों का नियमित संचालन करते हैं। हर सप्ताहांत जागरण एवं सफाई अभियान तो वर्ष में विवाह पंचमी, जानकी नवमी, कार्तिक पूर्णिमा एवं मकर संक्रांति पर विशेष आयोजन करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा एवं माघ संक्रांति कमला माता के प्राकट्य से संबंधित तिथियां हैं। वहीं विवाह पंचमी तथा जानकी नवमी सीता माता से संबद्ध महत्वपूर्ण तिथि है।

इस वर्ष के मटकोर उत्सव पर आयोजित भव्य आयोजन की शोभा शंकराचार्य अधोक्षानंद सरस्वती जी से थी। वहीं पूर्व के आयोजनों में भी ऐसे विशिष्ट जनों का आना होता रहा है। यहां विवाह के सर्वाधिक सुंदर उत्सव मणिमंडप, सुंदर सदन एवं जानकी मंदिर के प्रांगण में होते हैं। जबकि विवाहोत्सव के अगले दिन जानकी मंदिर परिसर में आयोजित राम कलेवा उत्सव के साथ ही राम बारात अगले वर्ष आने के वादे के साथ अयोध्या लौट जाती है। इसी के साथ राम सीता के प्रेमसूत्र मे बंधा यह विवाहोत्सव संपन्न होता है।

Topics: Mandviउर्मिलाUrmilaश्रीरामShrutikirtiShri RamJanaki TempleमिथिलाKamla Vimala BeachMithilaजानकीमांडवीश्रुतिकीर्तिजानकी मंदिरकमला विमला तटJanaki
Share6TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

उत्तराखंड : नंदप्रयाग में मुरारी बापू की राम कथा में पहुंचे CM धामी, सनातन संस्कृति पर कही बड़ी बात

श्रीराम लला का सूर्यतिलक

राम लला का सूर्याभिषेक, साक्षी बना अखिल ब्रह्मांड

सुनैना

भारत हमारे पूर्वजों की भूमि, भारतीयों ने ही सूरीनाम को बसाया, सुनैना ने बताया Suriname का मतलब, श्रीराम से कनेक्शन 

भगवान राम का सूर्य तिलक

अयोध्या:  जन्मभूमि में 6 अप्रैल को मनाया जाएगा भगवान राम का जन्मोत्सव, ठीक 12 बजे रामलला का होगा ‘सूर्य तिलक’

श्रीलंकन एयरलाइन के इस पांच मिनट के वीडियो को देखकर लोग आनंदित महसूस कर रहे हैं

यह है ‘कनेक्शन’ रामायण, श्रीलंका की विमान सेवा और भारत का! गजब के विज्ञापन ने जीता सबका दिल

ए2

दीपावली पर विशेष : दीप पर्व के बारे में जानें सबकुछ, सनातन धर्म और संस्कृति को एकाकार करता दीपोत्सव

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान की गोलाबारी में क्षतिग्रस्त हुआ पुंछ का एक मकान

‘ऑपरेशन सिंदूर’ : बाज नहीं आना, नागरिक निशाना

दुश्मन कांप जाते हैं… : आदमपुर एयरबेस से दहाड़े PM मोदी, कहा- हमारी सेना न्यूक्लियर ब्लैकमेल की हवा निकाल देतीं हैं

CBSE 12वीं रिजल्ट 2025 : 88.39% विद्यार्थी पास, लड़कियों ने मारी बाजी, ऐसे चेक करें स्कोरकार्ड

कुत्ते की मौत मारे गए लश्कर के आतंकी : शोपियां में सुरक्षाबलों ने 3 दहशतगर्दों को ठोंका, ऑपरेशन जारी…

Indian Army Operation in Shopian

शोपियां में सेना की बड़ी कार्रवाई: ऑपरेशन सिंदूर के बाद लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकी ढेर, मुठभेड़ जारी

पाकिस्तानी फौजी कमांडर जनरल असीम मुनीर

Operation Sindoor: जब भारत के हवाई हमलों से घबराकर जिन्ना के देश का फौजी कमांडर जा दुबका था बंकर में

बीएलए ने बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना पर हमले तेज़ कर दिए हैं। बलूच लोगों ने पाकिस्तानी झंडे की जगह अपने झंडे फहरा दिए हैं। (सोशल मीडिया/बीएलए)

ऑपरेशन सिंदूर : खंड-खंड पाकिस्तान!

PM Modi Adampur airbase visit

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पंजाब के आदमपुर एयरबेस पहुंचे पीएम मोदी, जवानों को सराहा

Punjab Khalistan police

खालिस्तानी आतंकियों को हथियार उपलब्ध करवाने वाला आतंकवादी हैरी गिरफ्तार

Donald trump want to promote Christian nationalism

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कतर से मिल रहा 3300 करोड़ का गिफ्ट, फिर अमेरिका में क्यों मचा है हड़कंप?

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies