मुरादाबाद । उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद पुलिस ने एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है, जिसका मक़सद था भारत में सांप्रदायिक तनाव भड़काना और लोन वुल्फ अटैक (Lone Wolf Attack) जैसे आतंकी हमलों को अंजाम देना और हिन्दुत्त्वनिष्ठ संगठन बजरंग दल को बदनाम करना। साथ ही अभी सावन का पवित्र माह चाल रहा है। इस दौरान करोड़ों शिवभक्त सड़कों पर कांवड़ लेकर निकल रहे हैं। आरोपियों की मंशा लोगों को भड़काकर कांवड़ यात्रा 2025 को निशाना बनाने की थी, जिससे पूरे देश में दंगे भड़क उठें।
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इस साजिश का केंद्र बना एक वायरल वीडियो, जिसमें खून से लथपथ बच्चों की लाशें दिखाई गईं और दावा किया गया कि यह घटना मुरादाबाद के मंसूरपुर थारक नंगला गांव की है। इस वायरल वीडियो के साथ एक भड़काऊ ऑडियो क्लिप जोड़ी गई, जिसमें कहा गया- “बजरंग दल के लोगों ने मुस्लिम परिवारों के घरों में घुसकर हत्या कर दी है, और महिलाओं, बच्चों तक को नहीं बख्शा गया”।
वीडियो वायरल कर लोगों भड़काने की साजिश
मजहबी आरोपियों ने इस वीडियो को वायरल करने के लिए संगठित रूप से योजना बनाई थी। जिसके तहत व्हाट्सऐप के पांच अलग-अलग ग्रुप्स में इसे आक्रमक अपील के साथ तेजी से फैलाया गया। इन ग्रुपों के नाम इस प्रकार हैं-
- खिदमत अब्बासी ग्रुप – 450 मेंबर्स
- प्राउड इंडियन मुस्लिम – 450 मेंबर्स
- मुस्लिम समाज जिंदाबाद – 150 मेंबर्स
- ऑल इंडिया एंप्लॉयर ग्रुप – 850 मेंबर्स
- ककरोली युवा एकता – 150 मेंबर्स
आरोपियों ने इन ग्रुप्स में जबरदस्त तरीके से वीडियो को शेयर कर लोगों से अपील की गई कि वह इसे “ज्यादा से ज्यादा वायरल करें”।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
जब पुलिस की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम ने इस वीडियो को मॉनिटर किया तब जाकर इसके पीछे का खतरनाक मकसद समझ आया. इसके तुरंत बाद पुलिस की टीमें गठित की गईं और ककरौली (जिला मुरादाबाद) में छापेमारी की गई और तीन लोगों – मोहम्मद नदीम, मोहम्मद मनशेर और मोहम्मद रहीस को गिरफ्तार कर लिया गया।
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इसके बाद शुरुआती जांच में इन तीनों के खिलाफ आईटी एक्ट और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के तहत मामला दर्ज किया गया है। बाकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
ISI की भूमिका की संभावना
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, पाकिस्तान का प्रतीत होता है और इसे भारत के संदर्भ में फैलाया गया, जिससे देश के भीतर सांप्रदायिक तनाव पैदा किया जा सके।
https://twitter.com/muzafarnagarpol/status/1947278159591702853
पुलिस ने इस वीडियो को ISI और पाकिस्तान के अन्य राष्ट्रविरोधी संगठनों द्वारा प्रेरित या वितरित किए जाने की संभावना जताई है।
बजरंग दल को बदनाम करने की कोशिश
जांच में यह भी सामने आया है कि वीडियो में जानबूझकर बजरंग दल का नाम लिया गया, ताकि हिन्दुत्त्वनिष्ठ संगठनों को हिंसक और चरमपंथी के तौर पर पेश किया जा सके और मुस्लिम समुदाय के लोगों को भड़काया जा सके।
माहौल बिगड़ने बैठे हैं कई राष्ट्रविरोधी तत्व
मुरादाबाद पुलिस द्वारा किए गए खुलासे से यह बात स्पष्ट है कि किस तरह से फेक न्यूज, व्हाट्सऐप ग्रुप्स और पाकिस्तान की साजिशें मिलकर भारत की आंतरिक शांति को बिगाड़ने की कोशिश कर रही हैं। बरहाल पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने एक बड़े Lone Wolf Attack Plan और Communal Riot Conspiracy को नाकाम कर दिया है।
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