जानिए क्या है 'Operation Rising Lion', क्यों शुरू हुआ Israel-Iran संघर्ष, क्या हैं America की ईरान को धमकी के मायने?
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

जानिए क्या है ‘Operation Rising Lion’, क्यों शुरू हुआ Israel-Iran संघर्ष, क्या हैं America की ईरान को धमकी के मायने?

इस्राएली वायुसेना ने ईरान के यूरेनियम संवर्धन केंद्रों, मिसाइल निर्माण इकाइयों और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के ठिकानों को निशाना बनाया है

by Alok Goswami
Jun 14, 2025, 11:15 am IST
in विश्व, रक्षा, विश्लेषण, आजादी का अमृत महोत्सव
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और ईरान के सर्वोच्च शिया मजहबी नेता खामेनेई  (File Photo)

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और ईरान के सर्वोच्च शिया मजहबी नेता खामेनेई (File Photo)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

यूक्रेन—रूस और इ्स्राएल—हमास के बीच जारी सैन्य संघर्ष के बीच पश्चिम एशिया पर भी युद्ध के बादल मंडराने लगे हैं। इस्राएल ने ईरान के तानाशाह राजनीतिक नेतृत्व के ‘अक्खड़ रवैए’ के विरुद्ध जंग छेड़ दी है, जिसमें ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई की है। इस सबके चलते दुनिया के इस हिस्से में भी सैन्य तनाव चरम पर पहुंचता जा रहा है। 13 जून यानी कल इस्राएल द्वारा “ऑपरेशन राइजिंग लॉयन” के तहत ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर किए गए हवाई हमलों ने इस तनाव और भड़का दिया है। इस कार्रवाई के बाद इस्राएल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई वैश्विक नेताओं से फोन पर बात करके पूरी स्थिति की जानकारी दी है। यहां सवाल खड़ा होता है कि क्या यह एक पूर्ण युद्ध की शुरुआत है? दूसरे, इसमें अमेरिका की क्या भूमिका है?

इस्राएल और ईरान के बीच यह तनाव कोई नया नहीं है, यह इन दोनों देशों के बीच कई दशक से सुलगते रहे आक्रोश का ही एक परिणाम है, विशेषकर ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर इस्राएल दुनिया को लगातार आगाह करता आ रहा है। इस्राएल का दावा है कि ईरान गुप्त रूप से परमाणु हथियार तैयार कर रहा है, जबकि ईरान अपनी इस गतिविधि को ‘शांतिपूर्ण उद्देश्यों’ के लिए आवश्यक बताता आ रहा है। पिछले कुछ महीनों में ईरान ने इस्राएल के खिलाफ तीखे बयान दिए हैं और क्षेत्रीय चरमपंथी समूहों को उसे समर्थन देने की अपीलें की हैं। यह स्थिति इस्राएल को सुहा ही नहीं सकती थी और उसने अनेक अवसरों पर इसके विरुद्ध ईरान को चेताया भी है।

इस्राएल ने ईरान के यूरेनियम संवर्धन केंद्रों, मिसाइल निर्माण इकाइयों और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के ठिकानों को निशाना बनाया

इस्राएली वायुसेना ने इस ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ में ईरान के यूरेनियम संवर्धन केंद्रों, मिसाइल निर्माण इकाइयों और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के ठिकानों को निशाना बनाया है। रिपोर्ट बताती हैं कि इस हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी की मौत हो चुकी है। इस्राएल ने इसे आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताया है और कहा है कि यह ‘अस्तित्व की लड़ाई’ है।

ईरान ने इस हमले को ‘युद्ध की मुनादी’ करार देते हुए जवाबी मिसाइल हमले शुरू करके इस्राएल को सावधान किया है। तेहरान ने कहा है कि वह अपने नागरिकों और संप्रभुता की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा। इस जवाबी कार्रवाई में इस्राएल के कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में नुकसान की खबरें आई हैं, जिससे बहुत हद तक, दोनों देशों के बीच सीधा सैन्य टकराव शुरू हो गया है।

हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी की मौत हो चुकी है।

प्रधानमंत्री मोदी को नेतन्याहू ने फोन पर स्थिति की जानकारी दी, जिसके बाद मोदी ने सार्वजनिक रूप से क्षेत्र में शांति और स्थिरता की आवश्यकता पर बल दिया है। भारत ने इस संघर्ष में तटस्थ रुख अपनाते हुए कूटनीतिक समाधान की वकालत की है। भारत की यह स्थिति उसकी पारंपरिक विदेश नीति के अनुरूप है, जिसमें वह पश्चिम एशिया में संतुलन बनाए रखने की कोशिश करता आ रहा है।

उधर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस्राएल को ‘पूर्ण समर्थन’ देने की घोषणा की है। अमेरिका ने इस्राएल के आत्मरक्षा के अधिकार को उचित ठहराया है और ईरान पर ‘आक्रामक गतिविधियों’ का आरोप लगाया है। उन्होंने एक बार फिर ईरान को परमाणु समझौते को मान लेने की कड़े शब्दों में हिदायत दी है। दूसरी तरफ, रूस और चीन ने इस्राएल की इस कार्रवाई की आलोचना की है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है।

अमेरिका की यह भूमिका इस संघर्ष को और जटिल बना देती है, क्योंकि इससे पश्चिमी और पूर्वी शक्तियों के बीच कूटनीतिक ध्रुवीकरण तेज हो सकता है। अमेरिका की मध्य-पूर्व नीति पहले से ही विवादों में रही है, और यह नया घटनाक्रम उसे और अधिक सक्रिय भूमिका निभाने के लिए मजबूर कर सकता है।

बेशक, इस संघर्ष का असर केवल पश्चिम एशिया तक सीमित नहीं रहने वाला है। तेल की कीमतों में उछाल देखा जा रहा है, वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट देखी गई है, और कई एयरलाइनों ने क्षेत्र में उड़ानें स्थगित कर दी हैं। संयुक्त राष्ट्र ने तत्काल युद्धविराम की अपील की है, लेकिन उसकी तरफ से इस बयान को छोड़कर अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है।

इस्राएल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताया है और कहा है कि यह ‘अस्तित्व की लड़ाई’ है

हर दृष्टि से, इस्राएल और ईरान के बीच यह टकराव अब केवल सीमित सैन्य कार्रवाई नहीं रह गया है, बल्कि यह एक व्यापक क्षेत्रीय युद्ध में बदलने की आशंका पैदा कर रहा है। अमेरिका की खुली समर्थन नीति, रूस और चीन की आलोचना, और भारत जैसे देशों की शांति की अपील, ये सभी गतिविधियां इस संघर्ष को वैश्विक कूटनीति का केंद्र बना रही हैं।

आने वाले दिनों में यह संकट और गहराएगा या कूटनीतिक प्रयासों से थमेगा, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि वैश्विक शक्तियां कितनी सक्रियता और संतुलन के साथ दोनों देशों को बातचीत की मेज पर लाने के लिए हस्तक्षेप करती हैं। भारत जैसे देशों की भूमिका इस समय निर्णायक हो सकती है, जो दोनों पक्षों के साथ संवाद बनाए रखने की स्थिति में हैं।

Topics: IranisraelHamasइस्राएलOperation Rising Lionईरानअमेरिकाmodiamerica
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

ईरान से निकाले गए अफगान शरणा​र्थी   (फाइल चित्र)

‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ के परखच्चे उड़ा रहे Iran-Pakistan, अफगानियों को देश छोड़ने का फरमान, परेशानी में ​Taliban

एलन मस्क ने ‘अमेरिकन पार्टी’ की घोषणा करते हुए कहा कि अमेरिका अब एक “यूनिपार्टी” बन चुका है जहां डेमोक्रेट और रिपब्लिकन, दोनों ही आम जनता की आवाज़ को अनसुना कर रहे हैं।

इधर ‘बिग ब्यूटीफुल’ पास, उधर ‘अमेरिकन पार्टी’ के साथ मस्क कूदे मैदान में, राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘ये मूर्खता है’!

कहूटा रिसर्च लैबोरेटरी में यूरेनियम संवर्धन की गतिविधियां तेज हो गई हैं

कहूटा में परमाणु ईंधन क्यों जमा कर रहा जिन्ना का देश? क्या आतंकवादी सोच का भारत का पड़ोसी बना रहा परमाणु अस्त्र?

Iran hanged 21 amid Israel war

ईरान-इजरायल युद्ध: 12 दिन में 21 को फांसी, सुनवाई मात्र 10 मिनट

अमेरिका में क्वाड के मंच पर विचार रखते भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर।

QUAD: क्या है क्वाड? क्या करता है? चीन को चिढ़ क्यों?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies