इसे कहते हैं खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे! बांग्लादेश की इस्लामिक कट्टरपंथी अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस भी पाकिस्तान की ही तरह नीति अपना रहे हैं। जब इनसे अपने देश के हालात संभाले नहीं जाते हैं तो ये भारत विरोधी बयानबाजी करके मुद्दे को ही डायवर्ट करने की कोशिश करते हैं। ताजा मामला भी कुछ ऐसा ही है, जहां लंदन में उन्होंने भारत के खिलाफ जहर उगला और कहा कि हमनें पीएम नरेंद्र मोदी से शेख हसीना की बयानबाजी पर लगाम लगाने के लिए अनुरोध किया था, लेकिन उन्होंने इससे इंकार कर दिया।
मोहम्मद यूनुस को लंदन के चैथम हाउस में एक चर्चा के लिए बुलाया गया था। वहीं उन्होंने ये बयानबाजी की। उन्होंने कहा कि बैंकाक में भारतीय प्रधानमंत्री से उनकी मुलाकात हुई थी, जिस दौरान उन्होंने पीएम मोदी से हसीना पर लगाम लगाने के लिए कहा था। इस पर उन्होंने कहा था कि सोशल मीडिया है उसे हम कैसे रोकें।
क्या है मामला
यूनुस का कहना है कि अप्रैल 2025 में बैंकॉक में बिम्सटेक समिट के दौरान पीएम मोदी से उनकी मुलाकात हुई। यूनुस ने कहा, “मैंने मोदी जी से साफ-साफ बोला- आप हसीना को भारत में शरण देना चाहते हैं, ये आपकी पॉलिसी, ठीक है। लेकिन प्लीज, उन्हें सोशल मीडिया पर बांग्लादेश को भड़काने वाले बयान देने से रोकें।” यूनुस का कहना है कि हसीना के बयान बांग्लादेश में आग लगाने का काम कर रहे हैं।
मोहम्मद यूनुस ने आरोप लगाया कि हसीना की ऑनलाइन घोषणाओं पर रोक लगाने की बात कही, तो मोदी ने जवाब दिया, “ये सोशल मीडिया का मामला है, इसे कंट्रोल करना मुमकिन नहीं।” यूनुस ने इसे “विस्फोटक स्थिति” करार दिया और कहा कि इसे सिर्फ सोशल मीडिया कहकर टाला नहीं जा सकता। हसीना के बयान, जैसे “मैं फलां दिन बोलूंगी”, बांग्लादेश में लोगों का गुस्सा भड़का रहे हैं।
खुद का घर नहीं देख रहे मोहम्मद यूनुस
गौरतलब है कि मोहम्मद यूनुस खुद के घर के हालात को नहीं देख रहे हैं कि इस्लामवादी नीतियों के कारण बांग्लादेश में अराजकता चरम पर है। हर तरफ इस्लामिक कट्टरपंथी खुलेआम अल्पसंख्यकों पर हमले कर रहे हैं। लेकिन, इन सभी मामलों को तो वे पॉलिटकली मोटिवेटेड बता रहे हैं।
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