यूनुस की साख पर आंच, सरकारी गाड़ियों के निजी प्रयोग पर जनता गुस्से में, विपक्षियों ने मांगा इस्तीफा
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

यूनुस की साख पर आंच, सरकारी गाड़ियों के निजी प्रयोग पर जनता गुस्से में, विपक्षियों ने मांगा इस्तीफा

विपक्षी दलों ने इसे भ्रष्टाचार का एक जीता-जागता उदाहरण बताते हुए यूनुस के इस्तीफे की मांग कर दी है तो उधर जनता भी इस मामले पर अपनी नाराजगी जता रही है। आम लोगों को उम्मीद थी कि यूनुस के रहते अंतरिम सरकार में पारदर्शिता और ईमानदारी बनी रहेगी

by Alok Goswami
Mar 31, 2025, 03:17 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस

अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बांग्लादेश में तथाकथित ‘छात्र आंदोलन’ और फिर योजनाबद्ध तरीके से शेख हसीना को प्रधानमंत्री की कुर्सी से हटाने के बाद, ‘छात्रों’ ने अंतरिम सरकार बनाकर उसके मुख्य सलाहकार के नाते नोबुल सम्मान प्राप्त कथित ईमानदार और प्रभावशाली छवि वाले मोहम्मद यूनुस को चुना था। लेकिन अब महज सात महीने के अंदर ही उस ‘साफ छवि वाले समाजशास्त्री’ नेता की साख को बट्टा लगने लगा है। पिछले कुछ दिनों से वे विवादों में घिर गए हैं। मुख्य सलाहकार पर सरकारी गाड़ियों के निजी उपयोग के आरोप लगे हैं जिससे उनकी ‘प्रतिष्ठा’ को गहरा आघात पहुंच रहा है। यहां यह ध्यान रहे कि यह मुद्दा केवल उनकी व्यक्तिगत छवि से जुड़ा नहीं है बल्कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े करता है।

अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस पर सबसे बड़ा आरोप लगा है कि उन्होंने सरकारी गाड़ियों का उपयोग अपने निजी कार्यों के लिए किया। यह आरोप तब सामने आया जब कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि यूनुस ने सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग किया है। इन रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि उन्होंने इन गाड़ियों का उपयोग अपने परिवार के सदस्यों और दोस्तों के लिए किया, जो सरकारी नियमों के विपरीत है।

इस मुद्दे के जोर पकड़ने पर बांग्लादेश की जनता और विपक्षी दलों में असमंजसता का माहौल बना हुआ है। विपक्षी दलों ने इसे भ्रष्टाचार का एक जीता—जागता उदाहरण बताते हुए यूनुस के इस्तीफे की मांग कर दी है तो उधर जनता भी इस मामले पर अपनी नाराजगी जता रही है। आम लोगों को उम्मीद थी कि यूनुस के रहते अंतरिम सरकार में पारदर्शिता और ईमानदारी बनी रहेगी।

हालांकि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की तरफ से अभी इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी हुआ है। लेकिन सूत्र बताते हैं कि सरकार में अंदरखाने इस मामले की जांच चल रही है और जल्दी ही इस पर कार्रवाई की जाएगी। यूनुस ने अपनी तरफ से इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि यह उनके खिलाफ एक साजिश है।

अगर इस विवाद ने और तूल पकड़ा तो उसका असर बांग्लादेश की राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था पर पड़ सकता है। अगर ये आरोप सही साबित होते हैं, तो यह न केवल यूनुस की छवि को धूमिल पहुंचाएगा बल्कि अंतरिम सरकार की विश्वसनीयता को भी डांवाडोल कर देगा। यह मामला बांग्लादेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे कथित अभियानों को भी प्रभावित कर सकता है।

मोहम्मद यूनुस के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों ने बांग्लादेश की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है। यह मामला अगर सही साबित हुआ तो इससे एक सबक मिलेगा कि नेताओं को अपनी जिम्मेदारियों और संसाधनों का उपयोग सावधानीपूर्वक करना चाहिए। जनता और सरकार को इस मामले की निष्पक्ष जांच की उम्मीद है ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सजा दी जा सके।

अगर यूनुस पर लग रहे संसाधनों के दुरुपयोग के आरोप सही साबित होते हैं तो इससे पर्दे के पीछे से उन्हें कथित तौर पर संचालित कर रहे पश्चिमी ईकोसिस्टम में भी खलबली मचेगी। अनेक रिपेार्ट और तथ्य यह दिखाते हैं कि यूनुस के तार ऐसे पश्चिमी एनजीओ से जुड़े हैं जो विकासशील देशों में लोकतंत्र को आघात पहुंचाकर वहां पश्चिम के हित साधने के दुष्चक्र रचते हैं। ऐसे ​ही डीप स्टेट ने कथित तौर पर शेख हसीना के विरुद्ध आंदोलन खड़ा करवाया था, जिसमें पाकिस्तान की आईएसआई की भूमिका का भी उल्लेख आया था। भारत के पूर्व विदेश सचिव और बांग्लादेश में उच्चायुक्त रहे हर्ष श्रृंगला ने इस ओर संकेत भी किया था।

Topics: मोहम्मद यूनुसMohammad Yunuscorruptionbangladeshबांग्लादेश
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Turkish plan against india

तुर्की का भारत विरोधी एजेंडा: बांग्लादेश और पाकिस्तान के सहारे घेरने की साजिश, निशाने पर ये राज्य

भारत का बांग्लादेश को करारा जवाब: क्रिकेट सीरीज पर लिया बड़ा एक्शन!

Sheikh Haseena sentenced to 6 month

शेख हसीना को अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने सुनाई छह महीने की जेल, जानें किस जुर्म की मिली सजा

पासपोर्ट में अफसरों को 'मेडिकल कोर का सदस्य' बताया गया है।

बांग्लादेश: ब्लिट्ज के संपादक ने खोली आईएसआई के फर्जीवाड़े की पोल, फौजी अफसर कहां ठहरे, किससे मिले, सबसे हटाया पर्दा!

Representational Image

Bangladesh : 25 साल की हिन्दू युवती का बलात्कार किया, वीडियो वायरल किया; Dhaka में जबरदस्त आक्रोश, 5 आरोपी गिरफ्तार

Bangladesh love jihad Ghar Wapsi in Sanatan dharma

बांग्लादेश में लव जिहाद और फिर सनातन धर्म में घर वापसी: रितिका प्रसाद की कहानी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies