Bangladesh: फिर उफान पर आक्रोश, इस बार महिलाएं उतरीं सड़क पर, यूनुस सरकार महिलाओं की सुरक्षा में नाकाम
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Bangladesh: फिर उफान पर आक्रोश, इस बार महिलाएं उतरीं सड़क पर, यूनुस सरकार महिलाओं की सुरक्षा में नाकाम

ताजा आक्रोश एक 8 वर्षीय बच्ची के साथ हुए बलात्कार के बाद उभरा है। उस घटना के विरोध में हज़ारों लोग,विशेष रूप से महिलाएं सड़कों पर उतर आई हैं

by Alok Goswami
Mar 11, 2025, 12:19 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
Representational Image

Representational Image

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बांग्लादेश एक बार फिर आक्रोश में उबल रहा है। इस बार आंदोलन की कमान संभाली है महिलाओं ने, मुद्दा है महिला सुरक्षा। इस विषय पर देश में जबरदस्त गुस्सा देखने में आ रहा है। उस इस्लामी देश में अब यह बात आम बन चुकी है कि यहां महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। रमजान के दिनों में इस्लामी मजहबियों के हाथों की कठपुतली बना सत्ता तंत्र लाचार दिखाई दे रहा है। मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार और खुद मोहम्मद यूनुस हालात हाथ से बाहर होते देखने को मजबूर बना दिए गए हैं। ताजा आक्रोश एक 8 वर्षीय बच्ची के साथ हुए बलात्कार के बाद उभरा है। उस घटना के विरोध में हज़ारों लोग,विशेष रूप से महिलाएं सड़कों पर उतर आई हैं।

प्रदर्शनकारी महिलाएं अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। बच्चियों के खिलाफ बढ़ते यौन अपराध गुस्से को और बढ़ा रहे हैं। हाल की उक्त घटना ढाका के एक उपनगर में हुई है। स्थानीय मीडिया के समाचारों के अनुसार, इस घटना के बाद कई अन्य पीड़ितों ने भी सामने आकर अपने साथ हुए यौन अत्याचारों के बारे में खुलकर बोला है।

Representational Image

महिलाओं का विरोध प्रदर्शन राजधानी ढाका से शुरू होकर अब देश के अन्य प्रमुख शहरों तक फैल गया है। छात्र संगठनों, महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने मिलकर इस आंदोलन को गति दी है। प्रदर्शनकारियों ने कई प्रमुख मार्गों और चौराहों पर धरना प्रदर्शन किया है, जिससे शहरों में यातायात की आवाजाही प्रभावित हुई है।

प्रदर्शनकारियों की मांग है कि पीड़ितों को जल्दी न्याय मिलना चाहिए। धरना प्रदर्शनों में “महिला सुरक्षा सुनिश्चित करो” और “बलात्कारियों को कठोर सज़ा दो” जैसे नारे लगा रहे हैं। हैरानी की बात नहीं कि इन विरोध प्रदर्शन में हज़ारों की संख्या में आम लोग शामिल हो रहे हैं। महिलाओं की संख्या हर स्थान पर अधिक देखने में आ रही है।

सरकार के मुख्य सलाहकार नोबुल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने इस मुद्दे पर कहा है कि महिला सुरक्षा किसी भी विकसित समाज का आधार है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी बहनें और बेटियां बिना किसी भय के अपना जीवन जी सकें। यह केवल कानून व्यवस्था का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज के मूल्यों और संस्कृति से जुड़ा हुआ विषय है। यूनुस का बयान कोरा सिद्धांतवादी प्रतीत होता है क्योंकि धरातल पर ऐसा वातावरण बनाने के कोई खास प्रयास होते नहीं दिखे हैं। दिलचस्प बात है कि यूनुस के इस बयान के बाद तो प्रदर्शनकारी और उत्तेजित दिखाई दिए हैं। यूनुस के उस बयान की वजह से अब यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।

विरोध प्रदर्शन में हज़ारों की संख्या में आम लोग शामिल हो रहे हैं। महिलाओं की संख्या हर स्थान पर अधिक देखने में आ रही है

इस विषय में बांग्लादेश सरकार ने गंभीरता दिखाने की गरज से एक कार्यबल गठित करने की बात की है। यह बल महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की जांच करेगा और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने का काम करेगा। लेकिन ऐसा कब होगा, इस बारे में संशय बना हुआ है। गृह सलाहकार का कहना है, “हम इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेंगे। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। हमने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि वे इस मामले की त्वरित जांच करें और अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें।” दूसरी तरफ, विपक्षी दलों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह महिला सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर नहीं है और केवल बयानबाजी करके गंभीर होने का दिखावा कर रही है।

बांग्लादेश में यौन अपराधों के खिलाफ कड़े कानून होने के बावजूद, उनका क्रियान्वयन अक्सर कमज़ोर रहा है। कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि न्याय प्रणाली में देरी और अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि के प्रमुख कारण हैं। बांग्लादेश में वकील और महिला अधिकार कार्यकर्ता फरीदा अख्तर का कहना है, “हमें कानूनों को और कड़ा बनाने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि मौजूदा कानूनों को प्रभावी ढंग से लागू करने की ज़रूरत है। यौन अपराधों की रिपोर्टिंग और न्याय प्रक्रिया को सरल बनाया जाना चाहिए।”

विशेषज्ञों का भी मानना है कि बांग्लादेश में महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केवल कानूनी सुधार ही पर्याप्त नहीं है। समाज में महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण में भी बदलाव लाने की आवश्यकता है। शैक्षिक संस्थानों में लैंगिक समानता के बारे में जागरूकता फैलाना, मीडिया में महिलाओं के चित्रण में बदलाव और परिवारों में लड़कों को सम्मानजनक व्यवहार सिखाना आदि समाधान के महत्वपूर्ण हिस्से हैं।

महिलाओं का विरोध प्रदर्शन राजधानी ढाका से शुरू होकर अब देश के अन्य प्रमुख शहरों तक फैल गया है (File Photo)

उधर संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने बांग्लादेश में बढ़ते यौन अपराधों पर चिंता व्यक्त की है। संस्था ‘यूएन वीमैन’ ने बांग्लादेश सरकार से आग्रह किया है कि वह महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए। बांग्लादेश में महिला सुरक्षा की मांग पर हो रहे विरोध प्रदर्शन अब एक महत्वपूर्ण सामाजिक आंदोलन बन चुके हैं। यह न केवल न्याय की मांग है, बल्कि समाज में महिलाओं के स्थान और सम्मान के बारे में एक व्यापक बहस की शुरुआत भी है। यह आंदोलन देश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने और अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

इस आंदोलन को रोकने और महिलाओं के अंदर सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए यूनुस सरकार क्या कदम उठाती है, यह तो आने वाले दिनों में ही पता चलेगा। 5 अगस्त 2024 के बाद से इस्लामी बांग्लादेश लगातार पतन की ओर जा रहा है। राजनीति, सामाजिक और आर्थिक व्यवस्थाएं चरमराई हुई हैं, इससे असंतोष को हवा मिल रही है। सत्ता पर अपना हक जमाए बैठे मजहबी उन्मादी तत्व और खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी के कार्यकर्ता बेलगाम अराजकता में रत हैं और यूनुस सरकार को कोई राह नहीं सूझ रही है।

Topics: islamistबांग्लादेशdhakayunusयौन अपराधयूनुस सरकारwomen protectionProtestRapebangladesh
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

वीडियो में कुर्ता—लुंगी और गोल टोपी पहने मुस्लिम लोग खुशी खुशी बरगद के पेड़ पर आरी चलाते दिखते हैं

Bangladesh : मजहबी उन्मादियों का दिमागी दिवालियापन हुआ साबित, फतवा देकर काटा बरगद का पुराना पेड़, हिन्दुओं में आक्रोश

तस्लीमा नसरीन

जब तक इस्लाम रहेगा तब तक आतंकवाद रहेगा, 1400 वर्षो में नहीं बदला- तस्लीमा नसरीन

Bangladesh Islsamist looted books

बांग्लादेश में इस्लामिस्टों की पुस्तक लूट: नालंदा से टँगाइल तक, एक ही कट्टरपंथी सोच

Uttar Pradesh Rape and conversion case

अफजाल ने नाबालिग भतीजी के साथ की दरिंदगी, दुष्कर्म कर जंगल में छोड़ा, पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज

Britain Rape

ब्रिटेन: अप्रवासी ने युवती से किया रेप, कोर्ट ने सुनाई 8 साल की सजा, पीड़िता घर से बाहर निकलने में डर रही

File Photo

Bangladesh : मजहबी उन्मादी तोड़ रहे हिंदू मंदिर, प्राचीन श्मशान को हटाकर बना रहे ‘एनीमल मार्केट’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

ओटीटी पर पाकिस्तानी सीरीज बैन

OTT पर पाकिस्तानी कंटेंट पर स्ट्राइक, गाने- वेब सीरीज सब बैन

सुहाना ने इस्लाम त्याग हिंदू रीति-रिवाज से की शादी

घर वापसी: मुस्लिम लड़की ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, शिवम संग लिए सात फेरे

‘ऑपरेशन सिंदूर से रचा नया इतिहास’ : राजनाथ सिंह ने कहा- भारतीय सेनाओं ने दिया अद्भुत शौर्य और पराक्रम का परिचय

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies