स्वामी कार्तिक महाराज (बेलडांगा) को सम्मानित करते हुए संजय सेठ एवं डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा। साथ में हैं कुमारसभा पुस्तकालय के अधिकारी
गत 2 मार्च को कोलकाता में श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय द्वारा 39वां विवेकानंद सेवा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर सनातन संस्कृति की रक्षा हेतु समर्पित सेवाभावी संन्यासी योद्धा स्वामी कार्तिक महाराज को विवेकानंद सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान-स्वरूप उन्हें 1,00,000 रुपए की राशि एवं मानपत्र प्रदान किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि भारत का आधार है उसकी संस्कृति एवं सभ्यता। हिंदू एवं सनातन संस्कृति जब तक जीवित है तब तक भारत में लोकतंत्र सुरक्षित है। इसलिए नई पीढ़ी सनातन की प्रतिष्ठा का संकल्प ले तभी भारत विश्वगुरु के रूप में आगे बढ़ेगा।
समारोह के अध्यक्ष और रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने कहा कि भारत माता की जय का उद्घोष केवल नारा नहीं, बल्कि नए भारत के जागरण का संदेश है। स्वामी कार्तिक महाराज ने धर्म एवं कर्म को एक-दूसरे का पूरक बताते हुए कहा कि हमें वनवासी समाज की उपेक्षा नहीं, बल्कि भाईचारे के व्यवहार के साथ उनके पास जाना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार बलबीर पुंज ने कहा कि सनातन हमारे संस्कारों में है। अत: हमारे लिए शस्त्र एवं शास्त्र दोनों आवश्यक है।
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