यूएसएड एजेंसी ने बांग्लादेश से इस संबंध बात की है और विभिन्न परियोजनाओं को संचालित कर रहे भागीदारों को सूचित किया गया है कि उक्त सभी कामों को फौरन स्थगित किया जाता है। नए राष्ट्रपति ट्रंप ने यह सख्त कदम निश्चित रूप से बांग्लादेश से आ रहे चिंताजनक समाचारों को देखते हुए उठाया गया है। यह यूनुस के लिए बड़े आघात जैसा है।
बांग्लादेश की युनुस सरकार दुनिया भर से लानतें सुनने के बाद भी अपनी कट्टरता से बाज नहीं आ रही है और अल्पसंख्यक हिन्दुओं के विरुद्ध अपनी अघोषित शासकीय नीति पर कायम है। 5 अगस्त 2024 को हुए तख्तापलट के बाद से ही मोहम्मद यूनुस को आगे रखकर सत्ता चला रहे कट्टरपंथी तत्व इस्लामी शरिया और मजहबी कट्टरता की सीमाएं लांघते आ रहे हैं। अमेरिका की पूर्ववर्ती बाइडेन सरकार तो भी बांग्लादेश की और से नजरें फेरे रखकर उसे देश चलाने को भीख की तरह चंदा देती आ रही थी। लेकिन अब नए राष्ट्रपति ट्रंप ने उस चंदे पर रोक लगाने का आदेश जारी करके यूनुस सरकार को तगड़ा झटका दिया है।
शपथ लेने के बाद से ही राष्ट्रपति ट्रंप ने एक के बाद एक सख्त आदेश पारित किए हैं। उन्होंने इस्लामी कट्टरता के विरुद्ध खुलकर बायान दिए हैं और इस ओर अपनी नीतियां कड़ी की हैं। इसके दो उदाहरण सामने हैं। एक तो उन्होंने गाजा को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया है कि गाजा से कट्टरपंथ की ‘सफाई’ करनी है। इसके अलावा, उन्होंने बांग्लादेश में यूनुस की बेलगाम अंतरिम सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए उस देश को अमेरिका से भेजी जाने वाली ‘आर्थिक मदद’ पर पाबंदी लगा दी है। फिलहाल यह पाबंदी 3 महीने के लिए लगाई गई है।
अमेरिका की नई ट्रंप सरकार बांग्लादेश को कितनी गंभीरता से देख रही है यह इस बात से स्पष्ट हो जाता है। प्राप्त समाचारों के अनुसार, अमेरिका की ‘यूएसएड’ एजेंसी, जो विभिन्न देशों में विकास कार्यों के लिए अनुदान दिया करती है, उसे ट्रंप प्रशासन ने बांग्लादेश को ऐसी किसी भी तरह की आर्थिक मदद रोक देने को कहा है। एजेंसी को कहा गया है कि वह बांग्लादेश के साथ चल रहे करार, कार्य आदेश, अनुदान, सहयोग संबंधी समझौते अथवा दूसरी तरह की सहायता या खरीद से जुड़े सभी काम फौरन प्रभाव से रोक दे।
इस बारे में यूएसएड एजेंसी ने 25 जनवरी को बांग्लादेश से इस संबंध बात की है और विभिन्न परियोजनाओं को संचालित कर रहे भागीदारों को सूचित किया गया है कि उक्त सभी आयामों को फौरन स्थगित किया जाता है। नए राष्ट्रपति ट्रंप ने यह सख्त कदम निश्चित रूप से बांग्लादेश से आ रहे चिंताजनक समाचारों को देखते हुए उठाया गया है। यह यूनुस के लिए बड़े आघात जैसा है।
रिपब्लिकन राष्ट्रपति ट्रंप से पूर्व डेमोक्रेट्स बाइडेन के प्रशासन ने यूनुस की कार्यशैली पर उठ रहे सवालों को अनदेखा करते हुए बांग्लादेश के ‘विकास’ के लिए अपनी ओर से समर्थन देते रहने की नीति अपनाई हुई थी, जबकि संसद में इसके विरोध में आवाज उठती रही थी। तो भी पूर्ववर्ती बाइडेन सरकार बांग्लादेश की ‘आतताई’ यूनुस सरकार के पीछे खड़ी रही थी। संयुक्त राष्ट्र महासभा के पिछले सत्र के दौरान न्यूयॉर्क में बाइडेन और यूनुस के बीच हुई हुई थी, जिसमें बाइडेन ने साफ कहा था कि बांग्लादेश की अंतरिम यूनुस सरकार के ‘सुधारवादी कार्यक्रमों’ को अमेरिका का समर्थन मिलता रहेगा।
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