'वृक्ष अम्मा' तुलसी गौड़ा का निधन : पर्यावरण संरक्षण की महान योद्धा को प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम श्रद्धांजलि

‘वृक्ष अम्मा’ तुलसी गौड़ा का निधन : पर्यावरण संरक्षण की महान योद्धा को प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि

पर्यावरण संरक्षण की प्रतीक 'वृक्ष अम्मा' तुलसी गौड़ा का निधन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी महान सेवाओं को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। जानिए उनके जीवन और योगदान की कहानी।

by SHIVAM DIXIT
Dec 17, 2024, 05:06 pm IST
in श्रद्धांजलि, जनजातीय नायक
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नई दिल्ली । कर्नाटक की प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और पद्मश्री सम्मानित तुलसी गौड़ा का सोमवार को उनके पैतृक निवास होन्नाली गांव (अंकोला तालुक, उत्तर कन्नड़ जिला) में निधन हो गया। 86 वर्षीय तुलसी गौड़ा लंबे समय से उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित थीं। उनके निधन की खबर से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।

प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुलसी गौड़ा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा-

“कर्नाटक की प्रतिष्ठित पर्यावरणविद् और पद्मश्री से सम्मानित तुलसी गौड़ा के निधन से अत्यंत दुःख हुआ। उन्होंने अपना जीवन प्रकृति के पोषण, हज़ारों पौधे लगाने और हमारे पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए समर्पित कर दिया। वे पर्यावरण संरक्षण के लिए एक मार्गदर्शक बनी रहेंगी। उनका काम हमारी धरती की रक्षा के लिए पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।”

‘वृक्ष अम्मा’ का जीवन परिचय

तुलसी गौड़ा को सम्मानपूर्वक ‘वृक्ष अम्मा’ (पेड़ों की मां) के नाम से जाना जाता था। उन्होंने अपना पूरा जीवन पर्यावरण संरक्षण और पौधारोपण के लिए समर्पित किया। तुलसी गौड़ा का जन्म कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले में एक वनवासी परिवार में हुआ था। गरीबी और कठिनाइयों के बावजूद, उन्होंने प्रकृति के प्रति अपने गहरे प्रेम को कभी कम नहीं होने दिया।

तुलसी गौड़ा ने करीब 30,000 से अधिक पौधे लगाए और उनका संरक्षण किया। उन्हें पौधों और पेड़ों की हजारों प्रजातियों का गहन ज्ञान था, जिसे उन्होंने कभी औपचारिक शिक्षा प्राप्त किए बिना ही अर्जित किया। उनकी विशेषता थी कि वे बीजों की पहचान और उनके सही प्रकार से रोपण में माहिर थीं।

सम्मान और उपलब्धियां

तुलसी गौड़ा के अथक प्रयासों को देखते हुए उन्हें वर्ष 2020 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उनके पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में दिए गए अतुलनीय योगदान का प्रतीक था। उनका योगदान स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक सराहा गया। वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनके समर्पण के कारण वे कई सामाजिक और पर्यावरण संगठनों से भी जुड़ी रहीं। तुलसी गौड़ा ने अपने ज्ञान और अनुभव को आगे की पीढ़ियों को हस्तांतरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

प्रकृति प्रेम और प्रेरणा

तुलसी गौड़ा का जीवन उन सभी के लिए प्रेरणा है जो पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं। उनकी सादगी, मेहनत और दृढ़ संकल्प ने उन्हें ‘पर्यावरण की सच्ची संरक्षक’ बना दिया। उन्होंने यह दिखाया कि संसाधनों की कमी भी एक व्यक्ति के दृढ़ निश्चय को नहीं रोक सकती।

अंतिम विदाई और श्रद्धांजलि

तुलसी गौड़ा का अंतिम संस्कार उनके गांव होन्नाली में किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में उनके परिवारजन, प्रशंसक और स्थानीय लोग उपस्थित रहे। उनके निधन से कर्नाटक समेत पूरे देश में पर्यावरण संरक्षण के प्रति काम करने वाले लोगों में शोक व्याप्त है।

तुलसी गौड़ा का निधन पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति है। उनका जीवन, उनके कार्य और उनका समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बना रहेगा। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा, और उनके द्वारा लगाए गए हजारों पेड़ उनकी स्मृति को सदैव जीवित रखेंगे।

Topics: पर्यावरण संरक्षण भारतstory of Vriksha Ammaतुलसी गौड़ा योगदानवृक्ष अम्मा की कहानीVriksha Amma Tulsi GowdaTulsi Gowda deathवृक्ष अम्मा तुलसी गौड़ाPrime Minister Modi tributeतुलसी गौड़ा निधनenvironmental warrior Tulsi Gowdaप्रधानमंत्री मोदी श्रद्धांजलिlife of Vriksha Ammaपर्यावरण योद्धा तुलसी गौड़ाtree plantation campaign Tulsi Gowdaवृक्ष अम्मा का जीवनenvironmental protection Indiaवृक्षारोपण अभियान तुलसी गौड़ाTulsi Gowda contribution
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

स्वामी दीपांकर

1 करोड़ हिंदू एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने की “भिक्षा”

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

कन्वर्जन की जड़ें गहरी, साजिश बड़ी : ये है छांगुर जलालुद्दीन का काला सच, पाञ्चजन्य ने 2022 में ही कर दिया था खुलासा

मतदाता सूची मामला: कुछ संगठन और याचिकाकर्ता कर रहे हैं भ्रमित और लोकतंत्र की जड़ों को खोखला

लव जिहाद : राजू नहीं था, निकला वसीम, सऊदी से बलरामपुर तक की कहानी

सऊदी में छांगुर ने खेला कन्वर्जन का खेल, बनवा दिया गंदा वीडियो : खुलासा करने पर हिन्दू युवती को दी जा रहीं धमकियां

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies