इज़रायली सेना के हालिया हमलों के बाद लेबनान के गांवों में हिज़्बुल्लाह आतंकियों के ठिकानों की जांच में भारी मात्रा में हथियार मिले हैं। इज़रायली सेना की एटजियोनी ब्रिगेड के 8103 बटालियन के कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल एलिशामान जैकब ने बताया कि उन्होंने रिजर्व ड्यूटी के दौरान 200 दिन बिताए हैं, लेकिन इस तरह का दृश्य उन्होंने पहले कभी नहीं देखा।
हर घर में हथियारों का भंडार
इज़रायली सेना के अनुसार, लेबनान के गांवों में लगभग हर घर से हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है। इन हथियारों में हैंड ग्रेनेड, मोर्टार, एंटी-टैंक मिसाइलें, असॉल्ट राइफल्स शामिल हैं। इसके अलावा, कई घरों में नाजी झंडे और हिटलर की मूर्तियां भी पाई गई हैं, जिसकी वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं है।
हिज़्बुल्लाह की साजिश का खुलासा
कर्नल जैकब के अनुसार, यह हथियारों का जखीरा हिज़्बुल्लाह से संबंधित है, और ऐसा लगता है कि वे पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए हमले की तरह ही एक बड़े हमले की साजिश रच रहे थे। इज़रायली सेना ने इन हथियारों के मिलने के बाद हिज़्बुल्लाह के 2000 से अधिक आतंकियों को मार गिराया है।
इज़रायल का सीमित हमला
इज़रायल ने इस साल सितंबर में हमास और हिज़्बुल्लाह के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमले शुरू किए थे। इन हमलों में हमास और हिज़्बुल्लाह के कई वरिष्ठ नेताओं को बेरूत में मार गिराया गया। इज़रायल का यह हमला सीमित और सटीक था, जिसमें केवल आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया।
आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई
इज़रायल की सेना अब इस हथियारों के भंडार को नष्ट कर रही है ताकि हिज़्बुल्लाह और हमास जैसे आतंकवादी संगठनों की साजिशें धरी की धरी रह जाएं। इस कदम से आतंकवादियों में भय पैदा हो गया है और उनकी संचार प्रणाली को भी नष्ट कर दिया गया है।
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