बांग्लादेश में 9 अक्तूबर से दुर्गा पूजा की शुरुआत होने जा रही है, लेकिन उससे पहले ही हिन्दुओं को न केवल धमकाया जा रहा है, बल्कि उनसे दुर्गा पूजा की सुरक्षा को लेकर लाखों टकों की रंगदारी भी मांगी जा रही है। वहां की मुहम्मद यूनुस सरकार के अधिकारी भी इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि इस बार हजारों की संख्या में दुर्गा पूजा पंडालों की सुरक्षा खतरे में है। बावजूद इसके बांग्लादेश के गृह सलाहकार मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने इस मामले को सामान्य करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने इस बात का दावा किया है कि दुर्गा पूजा की सुरक्षा को लेकर कोई खतरा नहीं है।
जहांगीर आलम चौधरी रविवार को ढाका स्थित रमना काली मंदिर में दर्शन करने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। उसी दौरान उन्होंने इस बात का दावा किया। जहांगीर आलम चौधरी का दावा है कि धार्मिक त्योहार को सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित करवाने के लिए सुरक्षा से जुड़े कई कदम उठाए हैं। उन्होंने इस बात का भी दावा किया कि यहां पर सुरक्षा का कोई भी खतरा नहीं है, इस वर्ष और भी अच्छे तरीके से पूजा उत्सव अच्छे से मनाया जाएगा।
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जहांगीर ने स्पष्ट किया कि गृह मंत्रालय ने दुर्गा पूजा को सुचारू तरीके से आयोजित करने के लिए प्रत्येक पूजा स्थल को 8 सूत्री निर्देश भेजे गए हैं। बांग्लादेशी सरकार का कहना है कि अगर दुर्गा पूजा के दरमियां अगर किसी भी प्रकार की कोई अनहोनी होती है तो इसके लिए सेना, नौसेना और वायुसेना को तैनात किया गया है। जहांगीर ने पूजा समितियों के स्वयंसेवकों से चौबीसों घंटे मंडपों की सुरक्षा करने का आग्रह किया था। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी पूजा स्थलों पर इस्लामिक कट्टरपंथियों ने कई बार दुर्गा पूजा पंडालों पर तोड़फोड़ की थी। हालांकि, अपराधियों के खिलाफ कोई भी एक्शन नहीं लिया गया था।
बांग्लादेश के 32000 से अधिक दुर्गा पूजा पंडाल खतरे में
गौरतलब है कि इससे पहले बांग्लादेश के अंसार के महानिदेशक अब्दुल मोटालेब सज्जाद महमूद ने इस बात को स्वीकार किया था कि बांग्लादेश में 32000 से अधिक दुर्गा पूजा पंडाल हाई जोखिम वाले क्षेत्र हैं। इन पंडालों पर कट्टरपंथियों के हमले का खतरा मंडरा रहा है। इसमें भी 15032 पंडालों में बहुत ही अधिक जोखिम है।
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अंसार के महानिदेशक अब्दुल मोटालेब सज्जाद महमूद ने दुर्गा पूजा मंडपों पर कट्टरपंथियों के हमले के खतरे को स्वीकार करते हुए इस बात की भी उम्मीद व्यक्त की थी कि दुर्गा पूजा शांतिपूर्ण तरीके माहौल में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 6 अक्तूबर से 13 अक्तूबर तक 8 दिनों के लिए पूरे बांग्लादेश में 32000 से अधिक मंडपों में तैनात रहेंगे।
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