कोलकाता में डॉक्टर से रेप और हत्या की घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है। देश में महिला सशक्तिकरण के लिए प्रयास और तेज कर दिए गए हैं। देखा जाए तो महिलाओं और बेटियों के खिलाफ अपराध, विशेष रूप से यौन उत्पीड़न और रेप के मामले बढ़ते जा रहे हैं। महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और विद्यार्थी विकास न्यास द्वारा उठाया गया है। ABVP ने महिलाओं और बेटियों को आत्मरक्षा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से “मिशन साहसी” कार्यक्रम का आयोजन किया है।
क्या है मिशन साहसी?
मिशन साहसी एक राष्ट्रव्यापी अभियान है, जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग देकर उन्हें सशक्त बनाना है। इस कार्यक्रम के तहत महिलाओं को विभिन्न प्रकार के आत्मरक्षा तकनीक, जैसे कि कराटे, ताइक्वांडो और जूडो जैसी कला में प्रशिक्षित किया जाता है। इसके साथ ही उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार किया जाता है ताकि किसी भी संकट या आपात स्थिति में वे खुद की सुरक्षा कर सकें।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रयास
मिशन साहसी के माध्यम से ABVP ने न केवल महिलाओं को शारीरिक रूप से सशक्त बनाने का प्रयास किया है, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से भी तैयार किया है ताकि वे किसी भी तरह की हिंसा या अपराध का सामना कर सकें। इस कार्यक्रम के जरिए उन्हें यह सिखाया जाता है कि संकट के समय घबराने की बजाय धैर्यपूर्वक कैसे स्थिति का सामना किया जाए। उन्हें इस बात के लिए प्रोत्साहित किया जाता है कि वे न केवल अपनी सुरक्षा करें बल्कि अन्य महिलाओं को भी आत्मरक्षा के लिए प्रेरित करें।
महिलाओं की सुरक्षा: सामुदायिक जिम्मेदारी
मिशन साहसी जैसे कार्यक्रम यह संदेश देते हैं कि महिलाओं की सुरक्षा केवल कानून व्यवस्था या सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह समाज की भी जिम्मेदारी है। महिलाओं को सशक्त बनाकर उन्हें ऐसी स्थिति में खुद को सुरक्षित रखने के योग्य बनाना आवश्यक है। समाज में जागरूकता फैलाना, आत्मरक्षा की ट्रेनिंग देना और सुरक्षा संबंधी तकनीकों की जानकारी देना इन अपराधों से लड़ने के लिए आवश्यक कदम हैं।
महिलाओं के लिए सुरक्षा के सुझाव
आत्मरक्षा के कौशल
किसी भी आपातकालीन स्थिति में आत्मरक्षा का ज्ञान होना महत्वपूर्ण है। आत्मरक्षा के विभिन्न तकनीकों का अभ्यास करें।
सुरक्षा उपकरण
मिर्च स्प्रे, शॉकर्स, अलार्म जैसी चीजें अपने साथ रखें, ताकि अचानक उत्पन्न स्थिति में उनका इस्तेमाल कर सकें।
जागरूकता और सतर्कता
सार्वजनिक स्थानों पर सतर्क रहें और अनजान लोगों के प्रति सजगता बनाए रखें। खुद को ऐसी स्थिति में डालने से बचें जहां खतरा हो सकता है।
डिजिटल सुरक्षा
सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर अपनी निजी जानकारी साझा करने से बचें। अपने लोकेशन और अन्य निजी जानकारी को निजी रखें।
मिशन साहसी जैसी पहलें महिलाओं को अपने आत्मसम्मान और आत्मविश्वास के साथ खड़े होने का अवसर देती हैं। यह कार्यक्रम न केवल उन्हें सुरक्षा के प्रति जागरूक करता है बल्कि उन्हें यह सिखाता है कि वे किसी भी संकट की स्थिति का सामना कैसे करें। ऐसे प्रयास महिलाओं की सुरक्षा के प्रति समाज की सोच को बदलने और उन्हें सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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