नई दिल्ली । हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली क्षेत्र में स्थित विवादित मस्जिद मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। स्थानीय हिंदू समुदाय द्वारा किए गए जोरदार विरोध प्रदर्शन के बाद गुरुवार को संजौली मस्जिद कमेटी के प्रतिनिधि शिमला नगर निगम के दफ्तर पहुंचे। उन्होंने निगम आयुक्त भूपेंद्र अत्री को ज्ञापन सौंपते हुए मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को निगम के कब्जे में लेने या उसे सील करने की मांग की।
मस्जिद कमेटी की मांग- अवैध निर्माण हटाने की अनुमति
संजौली मस्जिद के इमाम शहजाद ने बताया कि मस्जिद में हुआ अवैध निर्माण हटाने के लिए कमेटी पूरी तरह तैयार है और वे चाहते हैं कि इस मुद्दे को राजनीति से दूर रखा जाए। इमाम शहजाद ने कहा, “हम सभी यहां मिल-जुलकर रहते हैं, और इस मामले को किसी प्रकार की राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।” मस्जिद कमेटी के प्रधान अब्दुल लतीफ ने कहा कि उन्होंने निगम आयुक्त को मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को सील करने और उसे खुद से हटाने की अनुमति देने का आग्रह किया है।
नगर निगम की प्रतिक्रिया
शिमला नगर निगम के आयुक्त भूपेंद्र अत्री ने पुष्टि की कि मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग उनसे मिलने आए और मस्जिद के अवैध निर्माण को सील करने और उसे खुद हटाने के प्रस्ताव के संबंध में ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा, “मस्जिद से जुड़ा मामला कोर्ट में विचाराधीन है, और हम उनके इस प्रस्ताव पर जल्द ही निर्णय लेंगे।”
स्थानीय विरोध पर पुलिस का लाठीचार्ज
बुधवार को संजौली में हिंदू समुदाय द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया, जिसमें अवैध निर्माण के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस प्रदर्शन के दौरान हिमाचल पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। स्थानीय निवासियों ने यह मांग की थी कि मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को तुरंत गिराया जाए और इस मुद्दे को न्यायालय के माध्यम से सुलझाया जाए।
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