अमेरिका में स्वतंत्रता दिवस परेड पर अयोध्या के राम मंदिर की झांकी पर विवाद: समूह ने कहा 'सांप्रदायिक घृणा' फैलानी वाली
July 15, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्लेषण

अमेरिका में स्वतंत्रता दिवस परेड पर अयोध्या के राम मंदिर की झांकी पर विवाद: समूह ने कहा ‘सांप्रदायिक घृणा’ फैलानी वाली

पिछले कई दशकों से इस परेड का आयोजन कराया जा रहा है, मगर इस वर्ष यह परेड विवादों में इसलिए आ गई है, क्योंकि इसमें अयोध्या के श्रीराम मंदिर की झांकी भी उपस्थित रहेगी।

by सोनाली मिश्रा
Aug 17, 2024, 02:04 pm IST
in विश्लेषण
US News Lord Ram proccesion

भगवान राम

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

अमेरिका में न्यूयॉर्क में सालाना होने वाली स्वतंत्रता दिवस की परेड में अयोध्या के श्रीराम मंदिर की झांकी को लेकर विवाद आरंभ हो गया है, क्योंकि इस झांकी को कुछ समूह सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वाला कदम बता रहे हैं। अमेरिका में The Federation of Indian Associations द्वारा भारत के स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में इस परेड का आयोजन कराया जाता है। जिसमें हर संस्कृति की झांकियां होती हैं, जो भारत की विविधतापूर्ण संस्कृति को पूरे विश्व को दिखाती हैं।

इसे भी पढ़ें: देश में इस्लामी निजाम लाएंगे, शरिया निजाम लागू करना है मकसद’, कट्टरपंथी नेता रब्बानी बोला-मूर्तियों को तोड़ देना चाहिए

इस वर्ष इस परेड का आयोजन 18 अगस्त को कराया जा रहा है। इस वर्ष इस आयोजन का विषय है ‘वसुधैव कुटुंबकम’ अर्थात यह पूरा विश्व एक परिवार है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष अविनाश गुप्ता का कहना है कि हम विविधता में अपनी एकता का उत्सव मनाते हैं, हम एकात्मकता का उत्सव मनाते हैं, जो हमारा भारत है।

आयोजकों के अनुसार, यह परेड सभी भारतीयों का सम्मान करने के लिए है। यह उस एकता को दिखाने के लिए है जो विभिन्न क्षेत्रीय, भाषाई और धार्मिक पृष्ठभूमि के बाद भी पूरे भारत में विद्यमान है। यह अंग्रेजों से आजादी के 78 वर्षों का उत्सव मनाने के लिए है।

पिछले कई दशकों से इस परेड का आयोजन कराया जा रहा है, मगर इस वर्ष यह परेड विवादों में इसलिए आ गई है, क्योंकि इसमें अयोध्या के श्रीराम मंदिर की झांकी भी उपस्थित रहेगी। इस मंदिर में इसी वर्ष 22 जनवरी को प्रभु श्रीराम की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। मगर इस मंदिर को लेकर अमेरिका में कुछ समूहों का कहना है कि इस मंदिर की झांकी से मुस्लिम विरोधी भावना का फैलाव होगा और यह झांकी भारतीय और हिन्दू मूल्यों के अनुसार नहीं है।

इन समूहों का कहना है कि न्यूयॉर्क में भारतीय स्वतंत्रता की परेड के दौरान श्रीराम मंदिर की झांकी घृणा का प्रतीक है, विरासत का नहीं। रीजनलन्यूज़सर्विस पोर्टल पर अमेरिका आधारित हिन्दू विरोधी संगठन hindus for Human Rights की कार्यकारी डायरेक्टर सुनीता विश्वनाथन ने प्रभु श्रीराम मंदिर की झांकी के बहाने पूरे हिन्दू समाज और स्पष्ट है भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है।

इसे भी पढ़ें: बांग्लादेश में 22 दिनों के संघर्ष में कम से कम 650 लोग मारे गए: UN

सुनीता ने लिखा है कि यह मंदिर घृणा का प्रतीक है। सुनीता हिन्दुत्व की राजनीति और विचारधारा के विरोध में हैं और उन्होंने लिखा कि इस विचारधारा को भारतीय समाज को खतरा है, विशेषकर मुस्लिमों और ईसाइयों को और यह खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।

उन्होंने अमेरिका में श्रीराम मंदिर की झांकी के बहाने यह लिखा कि अमेरिका में भारतीय अमेरिकी राजनीति और सार्वजनिक जीवन में अधिक मुखर होते जा रहे हैं, तो ऐसे में हमें विरासत पर काम करने की आवश्यकता है जो हम बना रहे हैं। हमारे समाज को परिपक्व होना चाहिए और भारत की आजादी की परेड जैसी घटनाओं में जो संदेश दिया जा रहा है, उसके प्रति जिम्मेदारी लेनी चाहिए। जबावदेह होना चाहिए।

सुनीता ने लिखा कि वर्ष 2022 में एडिसन, न्यूजर्सी में जब भारत की आजादी की परेड के दौरान बुलडोजर का प्रदर्शन किया गया था, तभी से यह परेशान करने वाला ट्रेंड शुरू हुआ है। दरअसल बुलडोजर न्याय को लेकर जहां उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है, तो वहीं कथित मानवाधिकारवादी इसे मुस्लिमों के विरोध में लेकर चले गए हैं। जबकि बुलडोजर से मात्र अवैध निर्माण ही तोड़े गए हैं और यह हिंदुओं पर भी लागू है। परंतु इसे लेकर यह दुष्प्रचार किया गया कि यह मुस्लिम विरोधी है।

इस लेख में सुनीता विश्वनाथन ने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की है कि जिस अयोध्या में मस्जिद को गिराकर यह मंदिर बना है, वहाँ पर हिन्दुत्व की राजनीति हार गई और समाजवादी पार्टी के नेता सांसद बने। मगर सुनीता विश्वनाथन जैसे लोग यह नहीं जानते कि अयोध्या विधानसभा, जहां पर मंदिर बना है, वहाँ पर भारतीय जनता पार्टी ही जीती है और समाजवादी पार्टी को फैजाबाद विधानसभा ने जिताया है। दरअसल उन्हें तो यह भी नहीं पता होगा कि अयोध्या नाम से लोकसभा की कोई सीट है ही नहीं। लोकसभा में सीट ही फैजाबाद है।

श्रीराम मंदिर की झांकी का विरोध इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल भी कर रही है और इसने कहा कि श्रीराम मंदिर की झांकी को सम्मिलित करने का अर्थ है हिंसा, ऐतिहासिक अन्याय और धार्मिक असहिष्णुता के प्रतीक का प्रदर्शन करना। हालांकि, यह संस्था भारत विरोधी कई विचारों के लिए कुख्यात है। गौरतलब है कि फरवरी 2022 में इसी संस्था के द्वारा आयोजित एक सेमीनार में पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद आँसारे ने यह कहते हुए सनसनी फैला दी थी कि भारत में मानवाधिकारों का हनन हो रहा है।

इसे भी पढ़ें: मोहम्मद यूनुस ने प्रधानमंत्री मोदी को किया फोन , बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा का आश्वासन दिया 

इस झांकी का विरोध काउंसिल ऑन अमेरिका-इस्लामिक रीलैशन और न्यूयॉर्क स्टेट काउंसिल ऑफ चर्चेस ने भी किया है और इन सभी ने इस झांकी को हटाए जाने को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। लगभग 20 समूहों ने मेयर एरिक एडमन्स और गवर्नर कैथी हॉकहुल को पत्र भेजा था, जिसमें कहा था कि “झांकी के प्रायोजक, हिंदू राष्ट्रवादी संगठन विश्व हिंदू परिषद ऑफ अमेरिका और हिंदू संप्रदाय बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था, इस परेड का उपयोग “अमेरिकी मुसलमानों के बीच नफरत फैलाने और डर पैदा करने” के लिए करने की योजना बना रहे हैं।“ इस परेड के आयोजकों का यह कहना है कि उन्हें तो ऐसी भी याचिकाओं का सामना करना पड़ा, जिनमें परेड को रोकने तक की मांग की गई थी।

रीजनलन्यूज़.कॉम के अनुसार फेडरेशन के अध्यक्ष अविनाश गुप्ता ने कहा कि उन्हें अभी तक इस झांकी को हटाने को लेकर अधिकारियों का कोई पत्र नहीं आया है। उन्होंने कहा कि यह झांकी इसलिए यहाँ पर है क्योंकि यह हमारे लिए गर्व का विषय है और साथ ही कई ऐसे लोग हैं, जो इस मंदिर का दर्शन करने के लिए भारत नहीं जा सकते हैं, तो यह उनके लिए अच्छा अवसर होगा कि वे 500 वर्ष के बाद बने इस मंदिर की झांकी देखें।

Topics: Tableau of Lord Shri Ramamerica newsLeftवामपंथअमेरिका न्यूजभगवान श्री राम की झांकी
Share27TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

प्रतीकात्मक तस्वीर

गुंडागर्दी पर उतारू हुआ AI, इंजीनियर को किया ब्लैकमेल

Kolkata Anti India Slogan

जादवपुर यूनिवर्सिटी में ‘आज़ाद कश्मीर’ और ‘फ्री फिलिस्तीन’ नारे: FIR दर्ज

Supreme court on Benglauru 2020 riots

2020 बेंगलुरू दंगे की NIA जांच में हस्तक्षेप करने से सुप्रीम कोर्ट ने किया इंकार

Woke Virus elon musk

‘लोगों के दिमाग को कुतर रहा वोक वायरस’: अब एलन मस्क ने जर्मनी की राष्ट्रवादी पार्टी के साथ बातचीत में कहा

Jamia millia Islamia University AISA protest

जामिया मिल्लिया में CAA-NRC विरोध प्रदर्शन की बरसी, ‘गूंजे तेरा मेरा रिश्ता क्या, ला इलाहा इल्ललल्लाह’ जैसे मजहबी नारे

Kerala congress left secret allaince

गाँधी और विजयन परिवारों में साठगांठ, केरल की राजनीति में दो परिवारों का गुप्त समझौता

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

समोसा, पकौड़े और जलेबी सेहत के लिए हानिकारक

समोसा, पकौड़े, जलेबी सेहत के लिए हानिकारक, लिखी जाएगी सिगरेट-तम्बाकू जैसी चेतावनी

निमिषा प्रिया

निमिषा प्रिया की फांसी टालने का भारत सरकार ने यमन से किया आग्रह

bullet trtain

अब मुंबई से अहमदाबाद के बीच नहीं चलेगी बुलेट ट्रेन? पीआईबी फैक्ट चेक में सामने आया सच

तिलक, कलावा और झूठी पहचान! : ‘शिव’ बनकर ‘नावेद’ ने किया यौन शोषण, ब्लैकमेल कर मुसलमान बनाना चाहता था आरोपी

श्रावस्ती में भी छांगुर नेटवर्क! झाड़-फूंक से सिराजुद्दीन ने बनाया साम्राज्य, मदरसा बना अड्डा- कहां गईं 300 छात्राएं..?

लोकतंत्र की डफली, अराजकता का राग

उत्तराखंड में पकड़े गए फर्जी साधु

Operation Kalanemi: ऑपरेशन कालनेमि सिर्फ उत्तराखंड तक ही क्‍यों, छद्म वेषधारी कहीं भी हों पकड़े जाने चाहिए

अशोक गजपति गोवा और अशीम घोष हरियाणा के नये राज्यपाल नियुक्त, कविंदर बने लद्दाख के उपराज्यपाल 

वाराणसी: सभी सार्वजनिक वाहनों पर ड्राइवर को लिखना होगा अपना नाम और मोबाइल नंबर

Sawan 2025: इस बार सावन कितने दिनों का? 30 या 31 नहीं बल्कि 29 दिनों का है , जानिए क्या है वजह

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies