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हिजाब और अमेरिका विरोधी पजशकियान बने ईरान के राष्ट्रपति, कट्टरपंथी जलीली को 30 लाख वोटों से हराया

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Kuldeep singh

ईरान में राष्ट्रपति पद के चुनाव का रिजल्ट आ गया है। रईसी की मौत के बाद हुए चुनाव में पजशकियान देश के 9वें राष्ट्रपति के तौर पर चुने गए हैं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सईद जलीली 30 वोटों के भारी अंतर से मात दी। ईरानी स्टेट मीडिया के मुताबिक, चुनाव के दौरान करीब 3 करोड़ लोगों ने अपने वोटिंग राइट का इस्तेमाल किया था।

इसमें से उदारवादी माने जा रहे पजशकियान को 1-64 करोड़ वोट मिले थे, जबकि जलीली को 1.36 करोड़ वोट ही हासिल हो सके। बता दें कि राष्ट्रपति पद के लिए ईरान में 5 जुलाई को करीब 16 घंटे तक मतदान हुआ था, जिसमें देश के 50 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

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28 मई को पहले चरण का हुआ था मतदान

गौरतलब है कि ईरान में पहले चरण की वोटिंग हुई थी, जिसमें पजशकियान 42.5 फीसदी और जलीली को 38.8 फीसदी वोटों के साथ दूसरे नंबर पर थे। हालांकि, पहले चरण के दौरान किसी भी उम्मीदवार को बहुमत नहीं मिला था। ईरान का संविधान कहता है कि अगर पहले चरण के दौरान किसी भी उम्मीदवार को बहुमत नहीं मिलता है तो सबसे टॉप रहे 2 कैंडिडेट्स के बीच अगले चरण की वोटिंग होगी। इसमें जिस कैंडिडेट्स को भी अधिक वोट मिलते हैं तो वो देश का राष्ट्रपति बनता है।

तबरीज से सांसद हैं पजशकियान

गौरतलब है कि पजशकियान पूर्व सर्जन और फिलहाल देश के स्वास्थ्य मंत्री हैं। उदारवादी माने जाने वाले पजशकियान तबरीज से सांसद थे। वो पूर्व राष्ट्रपति हसन रुहानी के करीबी माने जाते हैं। हिजाब विरोधी पजशकियान अमेरिका को अपना दुश्मन मानते हैं। उल्लेखनीय है कि पजशकियान ईरान में मॉरल पुलिसिंग के नाम पर इस्लामी कट्टरपंथ के विरोधी हैं।

रईसी की मौत के बाद हुआ चुनाव

उल्लेखनीय है कि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की 19 मई को हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत हो गई थी। इसके बाद देश में राष्ट्रपति चुनाव की घोषणा की गई थी। इससे पहले ईरान में इसी साल फरवरी में चुनाव हुए थे, जिसमें रईसी दोबारा देश के राष्ट्रपति बने थे।

 

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