हमास समर्थक माने जाने वाले अल जजीरा चैनल के इस्राएल स्थित दफ्तर पर ताला लटका दिया गया है। जिहादी संगठन हमास की करतूतों पर पर्दा डालकर यहूदी विरोधी समाचारों को तूल देने के आरोपों से घिरा अल जजीरा के गाजा स्थित दफ्तर को इस्राएल की वायुसेना पहले ही बम से उड़ा चुकी है। अल जजीरा ने इस्राएल की ओर से बार बार दी गई चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए हमास के पक्ष में समाचार दिखाने का अपना घिसापिटा ढर्रा जारी रखा हुआ था इसलिए आखिरकार इस्राएल की कैबिनेट ने बहुमत से फैसला करके अब उसके विरुद्ध यह कड़ा कदम उठाया है।
इसमें संदेह नहीं है कि इस्राएल द्वारा हमास के विरुद्ध 7 अक्तूबर 2023 को शुरू की गई सैन्य कार्रवाई में अल जजीरा का नजरिया फिलिस्तीन और गाजा में हो रहे ‘नरसंहार’ को बढ़ा—चढ़ाकर दिखाने का ही रहा है। इस्राएल द्वारा इस्लामी आतंक के विरुद्ध उठाए जा रहे कदमों को अपने एजेंडे के अनुसार यह चैनल दुनिया में ‘अत्याचार’ की तरह पेश करता रहा है। गत माह इस्राएल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अल जजीरा को खुली चेतावनी जारी की थी और साफ कहा था कि इस्राएल की सुरक्षा के साथ कोई खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कतर में मुख्यालय वाला इस्लामवादी अल जजीरा चैनल का आखिरकार नेतन्याहू सरकार ने अपने यहां प्रसारण बंद करवा दिया। इस विषय पर इस्राएली संसद ने गत माह एक कानून भी पारित किया था। कल इस्राएली कैबिनेट ने इस चैनल को बंद करने के निर्णय पर मतदान करने के बाद बहुमत से हमास के इस ‘दुष्प्रचार तंत्र’ को बंद करने का फैसला लिया। इस संबंध में सोशल मीडिया पर विस्तार से जानकारी दी गई।
इस्राएल के संचार मंत्री श्लोमो कहते हैं कि हमास का यह चैनल इस्राएल के विरुद्ध भड़काने वाला है, यह इस्राएल तथा देश के सैनिकों की सुरक्षा को चोट पहुंचाता रहा है, अब इस चैनल का प्रसारण नहीं किया जा सकेगा। इस आदेश के बाद अल जजीरा चैनल के दफ्तर में रखी मशीनें, कैमरे, माइक, सर्वर, लैपटॉप, वायरलेस ट्रांसमिशन की मशीनें आदि जब्त कर ली गईं।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने लिखा, ‘मेरे नेतृत्व की देश की सरकार ने एक राल ये फैसला लिया है कि भड़काने वाले अल जज़ीरा चैनल पर इस्राएल में ताला लटका दिया जाए।’
इस्राएल के संचार मंत्री श्लोमो करही ने इस निर्णय के लागू होने की घोषणा करते हुए कहा है कि हमारा आदेश फौरन लागू होगा। बहुत ज्यादा वक्त गुजर गया है, अल जज़ीरा जैसे भड़काने वाले तंत्र को रोकने के लिए बेवजह की अनेक कानूनी अड़चनें आईं, जो देश की सुरक्षा को आहत करने वाली हैं।
श्लोमो आगे कहते हैं कि हम अभी फैसले को जारी कर रहे हैं। उन्होंने बल देकर कहा कि हमास का यह चैनल इस्राएल के विरुद्ध भड़काने वाला है, यह इस्राएल तथा देश के सैनिकों की सुरक्षा को चोट पहुंचाता रहा है, अब इस चैनल का प्रसारण नहीं किया जा सकेगा। इस आदेश के बाद अल जजीरा चैनल के दफ्तर में रखी मशीनें, कैमरे, माइक, सर्वर, लैपटॉप, वायरलेस ट्रांसमिशन की मशीनें आदि जब्त कर ली गईं।
एक लंबे वक्त से इस्राएल अल जजीरा चैनल को सावधान करता आ रहा था। वह उस चैनल पर एकपक्षीय समाचार दिखाकर हमास को ही मदद करने के आरोप लगाता आ रहा था। लेकिन चैनल ने ऐसे सभी आरोपों को मानने से इंकार ही किया था। अल जजीरा जिहादी संगठन हमास के कृत्यों को छुपाते हुए इस्राएली सेना की आतंक विरोधी कार्रवाई को दुनिया के सामने ‘नरसंहार’ ही बताता रहा है। वह ऐसे विशेषज्ञों से चर्चा प्रसारित करता रहा है जो 7 अक्तूबर 2023 को इस्राएल के आम नागरिकों पर किए गए हमास के हमलों को पर्दे के पीछे रखकर सिर्फ ‘गाजा पर हो रहे अत्याचार’ को ही प्रमुखता देते रहे हैं।
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