Indo-Nepal: पीएम प्रचंड ने भारत-नेपाल दोस्ती को बताया बेजोड़, New Delhi के साथ बढ़ती नजदीकी से Kathmandu में उत्साह!
July 16, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Indo-Nepal: पीएम प्रचंड ने भारत-नेपाल दोस्ती को बताया बेजोड़, New Delhi के साथ बढ़ती नजदीकी से Kathmandu में उत्साह!

भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन के साथ नेपाल में अपने आधिकारिक दौरे की शुरुआत करते हुए जयशंकर ने दोनों के बीच बढ़ रही निकटता को रेखांकित किया

by WEB DESK
Jan 5, 2024, 02:10 pm IST
in विश्व
काठमांडू में प्रधानमंत्री प्रचंड (दाएं) से भेंट करते विदेश मंत्री जयशंकर

काठमांडू में प्रधानमंत्री प्रचंड (दाएं) से भेंट करते विदेश मंत्री जयशंकर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

क्या भारत और नेपाल ऐतिहासिक संबंधों की नई इबारत लिखने जा रहे हैं? क्या रोटी—बेटी का प्राचीन काल से चला आ रहा नाता नई गर्मजोशी पा रहा है? क्या नेपाल को समझ आ रहा है कि भारत जैसे पड़ोसी के रहते उसे कम्युनिस्ट चीन की धमकियों से घबराने की जरूरत नहीं है? क्या प्रधानमंत्री प्रचंड और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच हुई बात में आगे की राह का सकारात्मक खाका बना है? क्या भारत एक बार फिर नेपाल को आर्थिक रूप से सबल बनाने में बड़ा मददगार साबित होगा? क्या हिमालयी देश चीन के शिकंजे से दूर रहना चाहता है? ये ऐसे सवाल हैं जो आज भारत—नेपाल संबंधों पर पैनी नजर रखने वालों के दिमाग में घूम रहे हैं।

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर की कल की नेपाल यात्रा से एक संकेत मिला है। भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन के साथ नेपाल में अपने आधिकारिक दौरे की शुरुआत करते हुए जयशंकर ने दोनों के बीच बढ़ रही निकटता को रेखांकित किया। उन्होंने सभी देशवासियों की ओर से पशुपतिनाथ भगवान की अर्चना की।

जयशंकर की मौजूदगी में भारत और नेपाल के बीच भारत द्वारा अगले 10 साल में 10,000 मेगावाट बिजली लिए जाने को लेकर एक बड़ा महत्वपूर्ण समझौता भी हुआ। भारत और नेपाल के ऊर्जा सचिवों ने इस द्विपक्षीय समझौते पर दस्तखत किए। गत नई दिल्ली आए नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल प्रचंड ने घोषणा की थी कि दोनों देशों के बीच बिजली निर्यात को लेकर सहमति बन चु​की है। कल हुए हस्ताक्षर उसी पर आगे बढ़ने की पुष्टि करते हैं।

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और नेपाल के ऊर्जा-जल संसाधन तथा सिंचाई मंत्री शक्ति बहादुर बस्नेत की उपस्थिति में बिजली निर्यात समझौते को अधिकृत रूप से अंगीकार किया गया। बिजली के क्षेत्र में नेपाल ने इधर कुछ उपलब्धियां हासिल की हैं जिन्हें लेकर प्रधानमंत्री प्रचंड खासे उत्साहित हैं और भारत के साथ यह समझौता होने पर तो वे और आशावान नजर आ रहे हैं।

पशुपतिनाथ मंदिर में जयशंकर

बात सिर्फ बिजली निर्यात तक सीमित नहीं है। ऊर्जा व्यापार, नेपाल एकेडमी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी तथा न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड के बूच लूनास उपग्रह हेतु भी नेपाल को तकनीकी मदद और नवीकरणीय ऊर्जा प्रवर्धन में सहयोग को लेकर समझौते किए गए हैं। भारत और नेपाल के विदेश मंत्रियों ने मिलकर न सिर्फ द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तृत चर्चा की है बल्कि व्यापार, कनेक्टिविटी आदि की परियोजनाओं के साथ ही रक्षा—सुरक्षा क्षेत्र में विस्तृत सहयोग पर बात हुई है।

और बात सिर्फ बिजली निर्यात तक सीमित नहीं है। ऊर्जा व्यापार, नेपाल एकेडमी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी तथा न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड के बूच लूनास उपग्रह हेतु भी नेपाल को तकनीकी मदद और नवीकरणीय ऊर्जा प्रवर्धन में सहयोग को लेकर समझौते किए गए हैं। भारत और नेपाल के विदेश मंत्रियों ने मिलकर न सिर्फ द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तृत चर्चा की है बल्कि व्यापार, कनेक्टिविटी आदि की परियोजनाओं के साथ ही रक्षा—सुरक्षा क्षेत्र में विस्तृत सहयोग पर बात हुई है।

काठमांडू में भारत के विदेश मंत्री ने साफ कहा कि भारत ‘पड़ोस पहले’ की नीति अपनाए हुए है और इस दृष्टि से नेपाल हमारा एक महत्वपूर्ण साझीदार है। उन्होंने कहा कि उनकी यह यात्रा दो निकट तथा दोस्ताना पड़ोसियों के बीच उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की प्राचीन परंपरा के मद्देनजर हो रहा है।

जयशंकर और नेपाल के विदेश मंत्री एन.पी. सऊद ने भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की सातवीं बैठक की संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग के विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की। दोनों पक्ष सामुदायिक विकास परियोजनाओं, दीर्घकालिक बिजली कारोबार, नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग जैसे पहलुओं पर बात की। इस अवसर पर 3 सीमा पार पारेषण लाइनों का भी संयुक्त तौर पर शुभारम्भ किया गया।

विदेश मंत्री जयशंकर ने नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल तथा प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड से भेंट की और भारत-नेपाल संबंधों के विभिन्न आयामों पर अपने विचार साझा किए। जयशंकर से मिलकर प्रचंड यह कहने से खुद को रोक नहीं पाए कि नेपाल और भारत की दोस्ती बेजोड़ है।

राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल से शिष्टाचार भेंट के लिए जयशंकर की उपस्थिति में नेपाल तथा भारत के बीच संपर्क, जलवायु परिवर्तन के असर को कम करने और जलविद्युत के क्षेत्र में साझेदारी तथा सहयोग की आवश्यकता की चर्चा की।

Topics: nepalprachandNew DelhiIndiakathmandudiplomacyप्रचंडJaishankarनेपालजयशंकरभारतpaudhelmodiBilateral relationspower
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अपनी सौहार्द भेंट के बाद जयशंकर ने बताया कि उन्होंने चीनी राष्ट्रपति को द्विपक्षीय संबंधों में हो रही प्रगति की जानकारी दी

चीन में जयशंकर ने कहा-संबंधों में तनाव कम, कैलास-मानसरोवर यात्रा शुरू होना सुखद, संपर्क बढ़े तो विवाद घटे

सुशांत कुमार मजूमदार  (File Photo)

अपहरणकर्ता मजहबियों से कैसे मुक्त हुए सुशांत मजूमदार? क्यों बांग्लादेश में आएदिन हिन्दुओं को किया जा रहा अगवा!

लालमोनिरहाट में बनी पाषाण कलाकृति को पहले कपड़े से ढका गया था, फिर स्थानीय प्रशासन के निर्देश पर मजदूर लगाकर ध्वस्त करा दिया गया

बांग्लादेश में मुक्ति संग्राम स्मारक तोड़कर ‘छात्र आंदोलन’ को ‘अमर’ बनाने में जुटी अंतरिम सरकार

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

न्यूयार्क के मेयर पद के इस्लामवादी उम्मीदवार जोहरान ममदानी

मजहबी ममदानी

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ए जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री

पाकिस्तान ने भारत के 3 राफेल विमान मार गिराए, जानें क्या है एस जयशंकर के वायरल वीडियो की सच्चाई

Uttarakhand court sentenced 20 years of imprisonment to Love jihad criminal

जालंधर : मिशनरी स्कूल में बच्ची का यौन शोषण, तोबियस मसीह को 20 साल की कैद

पिथौरागढ़ में सड़क हादसा : 8 की मौत 5 घायल, सीएम धामी ने जताया दुःख

अमृतसर : स्वर्ण मंदिर को लगातार दूसरे दिन RDX से उड़ाने की धमकी, SGPC ने की कार्रवाई मांगी

राहुल गांधी ने किया आत्मसमर्पण, जमानत पर हुए रिहा

लखनऊ : अंतरिक्ष से लौटा लखनऊ का लाल, सीएम योगी ने जताया हर्ष

छत्रपति शिवाजी महाराज

रायगढ़ का किला, छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदवी स्वराज्य

शुभांशु की ऐतिहासिक यात्रा और भारत की अंतरिक्ष रणनीति का नया युग : ‘स्पेस लीडर’ बनने की दिशा में अग्रसर भारत

सीएम धामी का पर्यटन से रोजगार पर फोकस, कहा- ‘मुझे पर्यटन में रोजगार की बढ़ती संख्या चाहिए’

बांग्लादेश से घुसपैठ : धुबरी रहा घुसपैठियों की पसंद, कांग्रेस ने दिया राजनीतिक संरक्षण

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies