पर्यटन और बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने पाञ्चजन्य के सागर मंथन संवाद में बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर हमारी आस्था, देश की संस्कृति का मुद्दा है। राम को हम केवल भगवान नहीं मानते हैं, बल्कि वो सभी के आदर्श पुरुष हैं। राम मंदिर का निर्माण देश की आवश्यकता थी और आज वो साकार हो रहा है। राम जन्म भूमि देश का बड़ा स्थल होने जा रहा है और पर्यटन मंत्रालय इसके लिए बड़े काम कर रहा है। पर्यटन का विकास करना राज्य का दायित्व है और उसको सपोर्ट करना केंद्र सरकार का दायित्व होता है।
काशी कॉरिडोर के लिए केंद्र सरकार ने फंडिंग की, केदारनाथ का स्वरूप बदल दिया गया है। वहां पर सभी तरह सुविधाएं दी जा रही हैं। पर्यटन को इंडस्ट्री का दर्जा दिया जाएगा। इसकी ज्यादा से ज्यादा आवश्यकता है। हम इसके लिए मदद कर रहे हैं। श्रीपद नाइक ने पर्यटन के विकास के लिए बाकी सेक्टर की तरह ही पीपीपी मॉडल के तहत टूरिज्म के विकास पर बल दिया। टूरिज्म पीएम मोदी के तीसरी अर्थव्यवस्था को साकार करने में बड़ा रोल प्ले करेगा। आज बहुत से युवा टूरिज्म में आ रहे हैं। गोवा में आज हालात ये हैं कि यहां पर आने वाले सैलानियों के लिए कमरों की कमी होने लगी है। ये इस बात का द्योतक है कि यहां टूरिज्म बढ़ा है। युवाओं को टूरिज्म में शामिल हो कर अपना कैरियर बनाना चाहिए। आप अपना स्टार्टअप्स शुरू कर सकते हैं और कई और लोगों को रोजगार दे सकते हैं।
गोवा में बीच टूरिज्म के अलावा भी कई संभावनाएं
केंद्रीय मंत्री ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि वो जहां भी मौका है वहां आगे आकर टूरिज्म में अपना कैरियर बनाएं। गोवा में बीच टूरिज्म की परंपरा रही है, लेकिन अब यहां एग्री टूरिज्म समेत कई अन्य तरह के व्यवसाय को बढ़ा सकते हैं। जिन लोगों के पास जमीनें हैं, उन्हें पीपीपी मॉडल के तहत लोगों को टूरिज्म को बढ़ावा देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कोरोना के कारण तबाह हुई टूरिज्म इंडस्ट्री को लेकर कहा कि इस बार कोरोना से इस बार टूरिज्म प्रभावित नहीं होगा। हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं। लोगों को डरने की आवश्यकता नहीं है। टूरिज्म कोरोना के प्रभावित हुआ था, लेकिन अब हम पटरी पर आ चुके हैं। प्रसाद स्कीम के तहत हम धार्मिक टूरिज्म के लिए फंडिंग कर रहे हैं। इस तरह के टूरिज्म के लिए केंद्र सरकार मदद कर रही है।
गोवा सरकार और केंद्र सरकार का पर्यटन मंत्रालय पर्यटन के लिए काम कर रहा है। टूरिज्म सेक्टर में डायरेक्ट की जगह इनडायरेक्ट रोजगार काफी है। पर्यटन बढ़ने के साथ रोजगार बढ़ेगा। 2014 से आप देख रहे हैं देश के शासन में जो परिवर्तन है, वर्तमान सरकार को पता है कि आखिरी कतार में खड़े व्यक्ति का विकास ही सुशासन है। आज भारत की पहचान दुनियाभर में हो रही है।
टिप्पणियाँ