कभी सनातन धर्म को त्यागकर दूसरे पंथ में शामिल होने वालों की आस्था सनातन धर्म में बढ़ती जा रही है। लोगों को उनकी जड़ (सनातन धर्म) अपनी तरफ आकर्षित करती रहती है। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के बरेली की रहने वाली शबाना के साथ हुआ। इस्लाम की बुराइयों के बारे में जानने और सनातन हिन्दू धर्म में आस्था बढ़ने के बाद शबाना ने इस्लाम पंथ को त्यागकर सनातन धर्म में घर वापसी कर ली।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, घर वापसी का मामला बरेली के हाफिजगंज के अंतर्गत आने वाले अहमदाबाद का बताया जा रहा है। दरअसल, शबाना पिछले 8 सालों से एक हिन्दू लड़के कृष्ण पाल प्यार करती थी। अपने इस्लामिक परिवार से बचते हुए वो लगातार कृष्णपाल के साथ फोन पर बातचीत करती थी। कृष्णपाल के करीब होने के कारण उसे दोबारा से सनातन धर्म को करीब से जानने लगी थी। उसकी आस्था हिन्दू धर्म में बढ़ती जा रही थी। इस बीच दोनों फोन पर घंटों बात करते थे। एक-दूसरे से मुलाकातों का ये सिलसिला लगातार चलता रहा।
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8 साल तक साथ रहने के बाद शबाना ने इस्लामिक कुरातियों को पीछे छोड़कर सनातन धर्म में घर वापसी करने का फैसला किया। इसके बाद शबाना ने कृष्णपाल के साथ 8 नवंबर, 2023 को मढ़ीनाथ स्थित एक आश्रम में वैदिक परंपरा और मंत्रोच्चार के बीच हिन्दू धर्म में घर वापसी करने के बाद अपना नया नाम ‘पूजा’ रखा। इसी के साथ ही उसने कृष्णपाल से मंदिर में शादी कर ली। कृष्णपाल ने उसके साथ सात फेरे लिए, उसके गले में मंगलसूत्र पहनाया। पूजा बनी शबाना का कहना है कि वो बालिग है औऱ उसने अपनी स्वेच्छा से हिन्दू धर्म में आस्था होने के कारण घर वापसी की।
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महिलाओं को बच्चे पैदा करने की मशीन मानता है इस्लाम
इस्लामिक रूढ़िवादिता और कट्टरता को त्यागकर पूजा बनी शबाना ने इस्लामिक कुरीतियों पर बात की। उसने कहा कि इस्लाम में महिलाओं को केवल बच्चा पैदा करने की मशीन माना जाता है, जबकि हिन्दू धर्म में महिलाओं का बहुत सम्मान किया जाता है। इसीलिए लोग तेजी से हिन्दू धर्म में घर वापसी कर रहे हैं। पूजा ने कहा कि भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना है। घर वापसी के बाद शबाना बरेली के जिलाधिकारी कार्यालय में हिन्दू के तौर अपनी पहचान को स्थापित करने के लिए आवेदन किया है।
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