बैकफुट पर कनाडा, ट्रुडो बोले-भारत की दुनिया में बढ़ी धमक; अच्छे रिश्ते चाहते हैं हम

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WEB DESK

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत पर बेबुनियाद आरोप लगाने वाले कनाडा के सुर नरम पड़ने लगे हैं। बेसिर-पैर के आरोप लगाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर भारत को नीचा दिखाने की कोशिशें करने वाले कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रु़डो ने बैकफुट पर आते हुए अब भारत से अच्छे रिश्ते बनाए रखने की बात कही है। उन्होंने दुनिया में भारत की बढ़ती धमक को स्वीकार कर लिया है। ट्रु़डो ने कहा है कि वो भारत के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने को लेकर प्रतिबद्ध हैं।

मॉन्ट्रियल में एक कॉन्फ्रेंस ने जस्टिन ट्रुडो ने दावा किया कि उन्होंने भारत पर जो आरोप लगाए हैं, उनमें विश्वसनीयता है। बावजूद इसके वो भारत की बढ़ती ताकत के कारण उसके साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखना चाहते हैं। ट्रुडो ने ये भी कहा कि भारत तेजी से उभरती आर्थिक और भूराजनीतिक ताकत है और हम उसके साथ अपने घनिष्ठ संबंधों को बनाए रखना चाहते हैं। हालाँकि, इसके साथ ही अपने खालिस्तान प्रेम को जाहिर करते हुए ट्रुडो ने ये भी कहा कि भारत को सुनिश्चित करने की जरूरत है कि वो कनाडा के साथ मिलकर काम करे।

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गौरतलब है कि कनाडा के पीएम भारत से अच्छे रिश्तों की वकालत भले ही कर रहे हैं, लेकिन अभी भी उनका हाल रस्सी जल गई, ‘मगर ऐंठन नहीं गई’ वाला है। जबकि भारत पर बेतुके आरोपों के बाद दुनियाभर के देश कनाडा पर थू-थू कर रहे हैं।

क्या है पूरा विवाद

भारत में अलगाववाद को बढ़ावा देने के मामले में  भारत सरकार ने एक्शन लेते हुए हरदीप सिंह निज्जर को साल 2020 में आतंकी घोषित कर दिया था। भारत सरकार के कदम के बाद कनाडा ने इसका विरोध भी किया था। इसी क्रम में इसी साल 18 जून को कनाडा के ही ओटावा शहर में अज्ञात लोगों ने आतंकी निज्जर की हत्या कर दी।

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अब हाल ही में G-20 बैठक में आए जस्टिन ट्रु़डो ने अपने देश वापस लौटने के बाद आतंकी निज्जर की हत्या के आरोप भारत की खुफिया एजेंसी ‘रॉ’ पर मढ़ दिया। बस फिर क्या था भारत सरकार ने इसका इतना कड़ा प्रतिरोध किया कि अब ट्रुडो मुश्किल में आ गए। विदेश मंत्री एस जयशंकर कई विदेशी मंचों से लगातार कनाडा के बेतुके बयानों की कड़ी आलोचना कर रहे हैं। स्थिति ये है कि इस मामले में कनाडा के सहयोगी देशों ने भी उनका साथ छोड़ दिया है।

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