मणिपुर हिंसा मामले में जस्टिस (रिटायर्ड) गीता मित्तल कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सर्वोच्च न्यायालय को सौंप दी है। सुप्रीम कोर्ट ने बताया कि मणिपुर हिंसा को लेकर जस्टिस गीता मित्तल की अध्यक्षता वाली समिति ने तीन रिपोर्ट प्रस्तुत की हैं। अदालत ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को रिपोर्ट देखने को कहा है, साथ ही इन रिपोर्ट्स पर जवाब देने को भी कहा है।
सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि मणिपुर हिंसा मामले में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) गीता मित्तल की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा तीन रिपोर्ट प्रस्तुत की गई हैं। कोर्ट ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से रिपोर्ट देखने को कहा और मामले में उनकी सहायता मांगी। pic.twitter.com/A3onp5yvQQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 21, 2023
बता दें कि मणिपुर हिंसा मामले को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में याचिकाएं दायर की गईं थी। इन याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट की तीन पूर्व महिला जजों की एक कमेटी बनाई थी। इस कमेटी को मणिपुर में राहत और पुनर्वास कार्यक्रमों की देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कमेटी का अध्यक्ष जिसे बनाया गया था, वो जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट की पूर्व मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल थी। वहीं उच्च न्यायालय की तीन पूर्व महिला जजों की कमेटी में जिन दो और पूर्व जजों को शामिल किया गया था, वो जस्टिस (रिटायर्ड) पी. जोशी और जस्टिस (रिटायर्ड) आशा मेनन थीं।
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