थ्येनआनमन चौक पर कम्युनिस्ट घेराबंदी, हांगकांग में लोकतंत्र समर्थकों पर चीन का वार
July 24, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

थ्येनआनमन चौक पर कम्युनिस्ट घेराबंदी, हांगकांग में लोकतंत्र समर्थकों पर चीन का वार

चीन में आज भी लोकतंत्र शब्द को कम्युनिस्ट सत्ता एक गाली मानती है। सत्ता के विरुद्ध कोई आवाज न उठे इसके लिए इस चौक पर ऐसी किलेबंदी की गई थी कि इस ऐतिहासिक दिन की वर्षगांठ मनाने वालों की एक न चल पाई

by WEB DESK
Jun 5, 2023, 02:30 pm IST
in विश्व
4 जून 1989:  जब निहत्थों के सामने चीन के कम्युनिस्ट शासकों ने टैंक उतार दिए थे।   (फाइल फोटो)

4 जून 1989: जब निहत्थों के सामने चीन के कम्युनिस्ट शासकों ने टैंक उतार दिए थे। (फाइल फोटो)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

चीन की राजधानी बीजिंग का ऐतिहासिक थ्येनआनमन चौक लोकतंत्र के लिए हुए संघर्ष का एक अमिट प्रतीक बन गया है। 4 जून 1989 को यहां जिस प्रकार चीन की बर्बर कम्युनिस्ट सत्ता ने लोकतंत्र की मांग के लिए हुए आंदोलन को फौजी टैंकों और गोलियों की बरसात से निर्ममता से रौंदा था वह दुनिया को आज तक याद है। चीन में आज भी लोकतंत्र शब्द को कम्युनिस्ट सत्ता एक गाली मानती है। सत्ता के विरुद्ध कोई आवाज न उठे इसके लिए इस चौक पर ऐसी किलेबंदी की गई थी कि इस ऐतिहासिक दिन की वर्षगांठ मनाने वालों की एक न चल पाई। उधर चीनी दबदबे में दबे हांगकांग में भी लोकतंत्र के विरुद्ध आवाज उठाने वाले आठ नामी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

साल 1989 में जब चीन में लोकतंत्र के समर्थन में हजारों की संख्या में कॉलेज विद्यार्थी और युवा इस चौक पर उतरे थे तो उन निहत्थों के सामने चीन के कम्युनिस्ट शासकों ने टैंक उतार दिए थे। हजारों लोग मारे गए थे, कितने ही घायल हुए, गिरफ्तार हुए। पूरी बर्बरता से वह आंदोलन कुचल दिया गया।

कल उसी नरसंहार की 34वीं वर्षगांठ थीं, लेकिन आम लोगों की एकजुट शक्ति से भयातुर चीन की सत्ता ने एक दिन पहले से ही वहां कड़े इंतजाम कर दिए थे। लोगों को बेवजह चौक के आसपास फटकने नहीं दिया गया। आने-जाने वालों की पड़ताल की गई। दो से ज्यादा लोग दिखे नहीं कि पुलिस वालों ने भगा दिया।

हांगकांग में 2018 में इस तरह याद की गई थी थ्येआनमन चौक की घटना

हांगकांग में जिस पार्क में लोकतंत्र समर्थक हर साल 4 जून को इकट्ठे होकर थ्येनआनमन चौक नरसंहार की याद में आंसू बहाते आ रहे थे, उस पार्क में चीन के इशारे पर एक फूड फेस्टिवल आयोजित किया गया, जिससे पार्क में किसी और जमावड़े के लिउ जगह ही न बचे। पुलिस ने बताया है कि गिरफ्तार किए गए चार लोगों पर देशद्रोह और अराजकता फैलाने के आरोप लगाए गए हैं।

कुछ ऐसा ही भय बीजिंग की कम्युनिस्ट सरकार को हांगकांग को लेकर था। वहां एक विशेष कानून के क्रियान्वयन के बाद से चीनी सत्ता के विरुद्ध आवाज उठाना जुर्म करार दिया गया है। इसलिए उस ‘स्वशासित राज्य’ के शासकों ने ऐसी कड़ाई की थी कि जिससे वहां लोकतंत्र के नाम पर कोई आंदोलन न पनपे। फिर भी कुछ लोगों ने एक प्रदर्शन करने की कोशिश की। इसके लिए हांगकांग की पुलिस ने आठ नामी लोगों को हिरासत में लिया। हिरासत में लिए जाने के बाद भी वे लोग लोकतंत्र के समर्थन में नारे लगाते देखे गए।

हांगकांग पुलिस का लोकतंत्र समर्थकों पर कहर (फाइल चित्र)

दिलचस्प बात यह है कि हांगकांग में जिस पार्क में लोकतंत्र समर्थक हर साल 4 जून को इकट्ठे होकर थ्येनआनमन चौक नरसंहार की याद में आंसू बहाते आ रहे थे, उस पार्क में चीन के इशारे पर एक फूड फेस्टिवल आयोजित किया गया, जिससे पार्क में किसी और जमावड़े के लिए जगह ही न बचे। पुलिस ने बताया है कि गिरफ्तार किए गए चार लोगों पर देशद्रोह और अराजकता फैलाने के आरोप लगाए गए हैं।

हांगकांग में तो एक दिन पहले 3 जून की शाम से ही लोकतंत्र के समर्थकों और कुछ कलाकारों ने एक प्रदर्शन का आयोजन किया था। इस प्रदर्शन में कम्युनिस्ट सत्ता के विरुद्ध नारेबाजी की गई। उनके आह्वान पर जुटे हजारों हांगकांग वालों ने विक्टोरिया पार्क में मोमबत्तियां जलाकर जुलूस निकाला। इसी दौरान पुलिस ने दखल दी और आठ लोगों पर कार्रवाई की। इस बार हांगकांग में भी हजारों की तादाद में पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।

Topics: लोकतंत्रDemocracyChinahongkongहांगकांगcommunistबीजिंगsquareथ्येनआनमनProtesttiananmanचीनbeijingpolice
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Representational Image

ब्रह्मपुत्र को बांध रहा कम्युनिस्ट चीन, भारत के विरोध के बावजूद ‘तिब्बत की मांग’ पूरी करने पर आमादा बीजिंग

मुजफ्फराबाद (पीओजेके) में ध्वस्त किया गया एक आतंकी अड्डा   (फाइल चित्र)

जिहादी सोच का पाकिस्तान आपरेशन सिंदूर में ध्वस्त अड्डों को फिर से खड़ा करेगा, 100 करोड़ में चीनी कंपनी से बनवाएगी सरकार

Irana Shirin Ebadi

शिरीन एबादी ने मूसवी के जनमत संग्रह प्रस्ताव को बताया अव्यवहारिक, ईरान के संविधान पर उठाए सवाल

एससीओ में जयशंकर

SCO में Jaishankar ने​ की पहलगाम जिहादी हमले की चर्चा, कहा-आतंकवाद पर नरम रवैया नहीं, तीखा प्रहार जरूरी

केरल की वामपंथी सरकार ने कक्षा 10 की सामाजिक विज्ञान पुस्तक में ‘लोकतंत्र : एक भारतीय अनुभव’ 'Democracy: An Indian Experience' शीर्षक से नया अध्याय जोड़ा है, जिसका विरोध हो रहा है। (बाएं से) शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन

केरल सरकार ने स्कूली पाठ्यक्रम में किया बदलाव, लाल एजेंडे और काली सोच का सबक है 

धर्मशाला में परम पावन दलाई लामा से आशीर्वाद लेते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री किरन रिजीजू

चीन मनमाने तरीके से तय करना चाहता है तिब्बती बौद्ध गुरु दलाई लामा का उत्तराधिकारी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Punjab Khalistan police

पंजाब में अवैध हथियार तस्करी: अमृतसर पुलिस की कार्रवाई और पाकिस्तान-फ्रांस कनेक्शन

इस वर्ष 4-15 मई तक बिहार में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन किया गया

खेलो भारत नीति 2025 : खेल बनेंगे विकास के इंजन

Supreme Court

मुंबई ट्रेन ब्लास्ट केस: सुप्रीम कोर्ट ने बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले पर लगाई रोक

योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री योगी की मध्यस्थता से वाराणसी में मंदिर-गुरुद्वारा विवाद का अंत

मुस्लिमों के कारण असम की बदलती डेमोग्राफी: CM सरमा बोले-ऐसा ही रहा तो 2041 तक हिन्दू-मुस्लिम हो जाएंगे बराबर

Uttarakhand Gram Panchayat poll

देहरादून: ग्राम पंचायत चुनाव में लौटी गांवों की रौनक, पहले चरण का मतदान आज

हिमाचल में फिर बिगड़ेगा मौसम, 27 से 29 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी, भूस्खलन से सैकड़ों सड़कें बंद

Love Jihad Islamic conversion Sehore

बरेली में लव जिहाद: बख्तावर ने राजवीर बनकर हिंदू लड़की को फंसाया, इस्लामिक कन्वर्जन के बाद देह व्यापार में धकेला

Mohd Nasheed PM Modi

मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति नशीद ने की भारत की तारीफ, कहा- बिना मदद अर्थव्यवस्था हो जाती बर्बाद

प्रतीकात्मक तस्वीर

लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद की नई साजिश, पाकिस्तान से कश्मीरी युवाओं को जिहाद के लिए ऐसे बना रहे शिकार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies