जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पड़ताल में जुटी है। खबरों के अनुसार कश्मीर घाटी में दस अलग-अलग जगहों पर टीमें दस्ते के साथ पहुंची हैं। सूत्रों के अनुसार आतंकवाद संबंधी मामले में घाटी के बारामूला, हंदवाड़ा, बडगाम में दस स्थानों पर एनआईए की टीम सुरक्षाबलों के साथ दाखिल हुई है और यहां पड़ताल की जा रही है।
15 जगहों पर की थी कार्रवाई
इससे पहले बीते मंगलवार को जांच एजेंसी आतंकी साजिश मामले में जम्मू-कश्मीर के सात जिलों में 15 स्थानों पर तलाशी ली। अधिकारियों ने अनंतनाग में चार स्थानों पर, शोपियां में तीन, बडगाम, श्रीनगर और पुंछ में दो-दो और बारामूला और राजौरी जिलों में एक-एक स्थान पर तलाशी अभियान चलाया था। गौरतलब है कि एनआईए ने आतंकी साजिश को लेकर पिछले साल 21 जून को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था।
संपत्तियों को किया कुर्क
गत बुधवार को जांच एजेंसी ने कश्मीर घाटी में कार्रवाई करते हुए विभिन्न प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से जुड़े तीन आरोपियों की संपत्तियों को कुर्क किया है। खबरों के अनुसार एजेंसी ने आतंकी संगठनों, उनके सहयोगियों, ओजीडब्ल्यू के खिलाफ कई स्थानों पर छापे मारकर निगरानी बढ़ाई है। एनआईए ने बुधवार को हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठन के सदस्यों के दो अलग-अलग मामलों में तीन आरोपियों की अचल संपत्तियों को कुर्क किया। पहले मामले में, एनआईए ने यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम) के तहत दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के हरमेन में दो आरोपियों दौलत अली मुगल और इशाक पाला की अचल संपत्तियों को जब्त कर लिया। गौरतलब है कि जांच एजेंसी पिछले कुछ समय से आतंक में लिप्त तत्वों को चिन्हित करके उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। इन तत्वों के मकान, दुकान एवं अन्य संपत्तियों को कुर्क और जब्त करने का सिलसिला जारी है। आतंक के खिलाफ होती कड़ी कार्रवाई से आतंकी आकाओं और उनके हमदर्दों में भय बैठा है। क्योंकि जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां स्पष्ट रूप से कह चुकी हैं कि जो भी घाटी में आतंक और आतंकी का समर्थन-सहानुभूति करते पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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