नई दिल्ली। दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया सीबीआई की रिमांड पर हैं। सीबीआई ने मनीष को 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था। तब से वह 6 मार्च तक सीबीआई की हिरासत में हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने मंत्रियों को कट्टर ईमानदार का सर्टिफिकेट बांट रहे हैं। अब तो दिल्ली के स्कूलों के मासूम बच्चों को आगे करके सियासत की जा रही है। सिसोदिया के समर्थन में स्कूली बच्चों को आगे किया जा रहा है, जबकि मनीष सिसोदिया पर गंभीर आरोप लगे हैं। कोर्ट से भी उन्हें राहत नहीं मिल रही है। स्कूलों के बाहर स्टॉल लगाकर, बैनर और पोस्टर लगाकर मनीष का गुणगान किया जा रहा है। ऐसे ही एक मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है। शास्त्री नगर में कन्या सर्वोदय विद्यालय के बाहर आई लव मनीष सिसोदिया का बैनर लगाया गया था। पुलिस ने इस पर मामला दर्ज किया है।
”आई लव मनीष सिसोदिया” अभियान के खिलाफ उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क थाने में मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि शराब नीति मामले में भ्रष्टाचार के आरोपी मनीष सिसोदिया के महिमामंडन के लिए एसएमसी संयोजक व स्कूल की प्रिंसिपल ने संसाधनों का गलत इस्तेमाल किया है। स्कूल के गेट पर बड़े-बड़े पोस्टर लगाकर न सिर्फ स्कूल को गंदा किया बल्कि इन लोगों ने अपराधी को बचाने की आपराधिक साजिश रची।
यह सब भ्रष्टाचार के आरोपित की छवि को चमकाने के लिए किया गया। इसमें जबरन स्कूली छात्राओं को भी शामिल किया गया। दिवाकर पांडेय ने दिल्ली पुलिस आयुक्त से मामले की शिकायत की, जिसके बाद शनिवार को इस संबंध में शास्त्री पार्क थाने में ”दिल्ली प्रिवेंशन ऑफ डिफेसमेंट ऑफ पब्लिक प्रॉपर्टी एक्ट-2007” (पब्लिक प्रॉपर्टी को गंदा करने या नुकसान पहुंचाने) का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दिवाकर पांडेय ने अपनी शिकायत में कहा है कि पूर्व उपमख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया। वह अभी सीबीआई की कस्टडी में हैं। शुक्रवार को शास्त्री पार्क के सर्वोदय कन्या विद्यालय में मनीष सिसोदिया के समर्थन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्कूल एसएमसी की संयोजक गजाला और स्कूल की प्रिंसिपल गीता रानी ने क्लास रूम से डेस्क निकलवाकर मेन गेट पर रखवा दिए। इसके बाद गेट पर एक बड़ा पोस्टर लगाकर उस पर आई लव यू मनीष सिसोदिया लिखवा दिया गया।
चूंकि मनीष सिसोदिया का मामला अभी विचाराधीन हैं, ऐसे में उनके समर्थन में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर सीधे तौर पर संविधान का मजाक उड़ाया गया है। ऐसा कर यह लोग न सिर्फ आम लोगों को भ्रमित कर रहे हैं बल्कि स्कूल की छात्राओं को अपराध बोध से दूर रखने की साजिश रची है। पुलिस आयुक्त कार्यालय ने शिकायत मिलने के बाद इसको उत्तर-पूर्वी जिले में भेज दिया। छानबीन के बाद पुलिस ने शनिवार को इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज के अलावा फोटो और वीडियो से मामले की जांच कर रही है।
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