गत फरवरी को दिल्ली के सनातन धर्म मंदिरों के पुजारियों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। इनका कहना था कि यदि मस्जिद के इमामों को वेतन मिल सकता है, तो हिदू मंदिरों के पुजारियों को वेतन से वंचित क्यों किया जा रहा है? ये लोग दिल्ली भाजपा के ‘मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ’ के बैनर के तले और महामंडलेश्वर नवलकिशोरदास जी महाराज के नेतृत्व में वहां जमा हुए थे।
दिल्ली विश्वविद्यालय का कुलगीत
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के 100वें वर्ष में काफी कुछ नया हो रहा है। इसी कड़ी में विश्वविद्यालय का कुलगीत भी तैयार किया गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कुलगीत की सराहना करते हुए कहा कि यह कुलगीत विश्वविद्यालय के गौरव को और बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि कुल के साथ कई पक्ष जुड़े होते हैं और उनके प्रति आस्था स्वाभाविक रूप से होती है।
वास्तव में दिल्ली विश्वविद्यालय के 100 साल के स्वर्णिम इतिहास के साथ कई उपलब्धियां जुड़ी हैं। कुलपति ने कहा कि इन 100 वर्ष के इतिहास में ऐसा बहुत कुछ हुआ है जिस पर गर्व किया जा सकता है।
कुलगीत उस गौरव को और बढ़ाने का काम करेगा। इस कुलगीत को विख्यात कवि गजेंद्र सोलंकी द्वारा लिखा और स्वरबद्ध किया गया है। कुलगीत को दिल्ली विश्वविद्यालय कार्यकारी परिषद की 1264वीं बैठक में पारित कर दिया गया है।
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