हमारी ज्ञान परंपरा और वैज्ञानिक मानस
August 2, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विज्ञान और तकनीक

हमारी ज्ञान परंपरा और वैज्ञानिक मानस

भारत में सदियों से वैज्ञानिक मानस रहा है। पश्चिम के ‘साइंटिफिक एटीट्यूड’ और ‘साइंटिफिक मैथड’ जैसे शब्दों का अर्थ काफी हद तक समान है किंतु ‘वैज्ञानिक मानस’ का अधिक गहरा और व्यापक अर्थ है

by बालेन्दु शर्मा दाधीच
Feb 3, 2023, 01:30 pm IST
in विज्ञान और तकनीक

भारत का पारंपरिक ज्ञान और वैज्ञानिक मानस वास्तव में अत्यंत जिज्ञासा का विषय है जिस पर वैश्विक स्तर पर गंभीर शोध की आवश्यकता है।

भारत की समृद्ध ज्ञान परंपरा विविध क्षेत्रों में है। इसका महत्वपूर्ण संकेत मिलता है कि इस देश में सदियों पहले से लोगों के बीच वैज्ञानिक मानस मौजूद रहा है। भारत का पारंपरिक ज्ञान और वैज्ञानिक मानस वास्तव में अत्यंत जिज्ञासा का विषय है जिस पर वैश्विक स्तर पर गंभीर शोध की आवश्यकता है।

अनेक पश्चिमी विद्वानों की इन टिप्पणियों को पढ़कर हैरानी होती है, जब वे कहते हैं कि भारत के अनेक प्राचीन वैज्ञानिकों, गणितज्ञों आदि की रचनाएं सामान्य हस्तलिखित या मुद्रित दस्तावेजों के रूप में उपलब्ध नहीं हैं और वे अधिकांशत: संस्कृत के श्लोकों के रूप में हैं। यहां तक कि गणित के सिद्धांत भी संस्कृत श्लोकों के रूप में अभिव्यक्त किए गए हैं।

वे इस बात का उल्लेख हमारी कमी के रूप में कर रहे हैं। किंतु यह बात उनकी अनभिज्ञता और पूर्वाग्रह की ओर ही इशारा करती है। उन्हें अनुमान नहीं कि यह ज्ञान उस दौर से चला आया है जब वह अधिकांशत: लिखित रूप में उपलब्ध नहीं होता था और मौखिक रूप में एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को स्थानांतरित किया जाता था। हमारे विद्वानों ने इसके लिए संस्कृत का प्रयोग किया और अपने सूत्रों को पद्य में निबद्ध किया क्योंकि पद्य को याद रखना आसान होता है- विज्ञान के प्रमेयों, गणितीय फार्मूलों और गद्य की तुलना में। ज्ञान के आदान-प्रदान तथा हस्तांतरण का वह मार्ग भी अपने दौर के लिहाज से वैज्ञानिक मानस का परिचायक है।

वैज्ञानिक मानस का अर्थ है- नया जानने की उत्कंठा, तथ्यों और तर्कों को महत्ता देने की प्रवृत्ति, सवाल पूछने का साहस, और प्रयोगों तथा प्रमाणों की कसौटी पर कसने के बाद ही किसी बात पर विश्वास करने का नजरिया। वैज्ञानिक मानस से युक्त व्यक्ति पहले से प्रचलित धारणाओं को आंख मूंदकर स्वीकार नहीं करता और न ही किसी बड़े या प्रभावशाली व्यक्ति के कहने से प्रभावित होता है।

वैज्ञानिक मानस शब्द भारत से ही आया है। विश्व में ‘साइंटिफिक एटीट्यूड’ और ‘साइंटिफिक मैथड’ जैसे शब्दों का प्रयोग होता रहा है। हालांकि इनकी परिभाषा और अर्थ काफी हद तक वैज्ञानिक मानस से मिलता-जुलता है किंतु ‘वैज्ञानिक मानस’ शब्द अधिक गहरे और व्यापक अर्थों में प्रयुक्त किया गया है। साइंटिफिक मैथड शब्द व्यकितगत स्तर पर प्रयुक्त किए जाने वाले तौर-तरीकों की ओर इशारा करता है जबकि वैज्ञानिक मानस सामूहिकता की ओर इशारा करता है जैसे एक राष्ट्र या समाज।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वैज्ञानिक मानस की महत्ता को रेखांकित किया है। कारण यह कि वैज्ञानिक मानस का प्रसार एक व्यक्ति, समाज और देश के स्तर पर हमारा कायाकल्प करने की क्षमता रखता है। देश पहले ही तेजी से प्रगति कर रहा है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी का मार्ग इस प्रगति को और गति देने में सक्षम है।

वैज्ञानिक मानस शब्द में विज्ञान का उल्लेख है किंतु वैज्ञानिक मानस से युक्त व्यक्ति विज्ञान की पृष्ठभूमि से आए, यह आवश्यक नहीं है। वह शिक्षित हो, यह भी आवश्यक नहीं है। वैज्ञानिक मानस का अर्थ है- नया जानने की उत्कंठा, तथ्यों और तर्कों को महत्ता देने की प्रवृत्ति, सवाल पूछने का साहस, और प्रयोगों तथा प्रमाणों की कसौटी पर कसने के बाद ही किसी बात पर विश्वास करने का नजरिया। वैज्ञानिक मानस से युक्त व्यक्ति पहले से प्रचलित धारणाओं को आंख मूंदकर स्वीकार नहीं करता और न ही किसी बड़े या प्रभावशाली व्यक्ति के कहने से प्रभावित होता है।

वह तार्किक सोच रखता है और हर घटना के पीछे के कारणों को खोजता है। तर्क और प्रमाण की कसौटी पर कसता है। एक कम शिक्षित व्यक्ति भी वैज्ञानिक मानस से युक्त हो सकता है, जैसे कि हमारे यहां जुगाड़ नामक वाहन का उदाहरण है। परिवहन की समस्या के समाधान के लिए कैसे छोटे-छोटे गांवों में कम शिक्षित लोगों ने प्रयोगशीलता तथा कल्पनाशीलता का प्रयोग करते हुए यह कामचलाऊ वाहन तैयार कर लिया। दूसरी तरफ, बड़े-बड़े नेता और वैज्ञानिक भी अंधविश्वासों को मानते रहे हैं। उत्तर प्रदेश के कितने ही मुख्यमंत्रियों ने नोएडा का दौरा नहीं किया क्योंकि उन्हें डर था कि इससे उनकी कुर्सी पर खतरा आ सकता है। हालांकि वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अंधमान्यता का खंडन कर दिखाया।

किसी भी बात पर आंख मूंद कर विश्वास कर लेना अंधविश्वास है और उसका विपरीत है- वैज्ञानिक मानस। इससे युक्त व्यक्ति खुद से तथा दूसरों से सवाल पूछने की प्रवृत्ति तथा साहस रखता है- ऐसा होता है तो क्यों होता है, चीजें कैसे काम करती हैं, इस तरह से क्यों काम करती हैं, इन्हें कैसे बेहतर किया जा सकता है, मैं कैसे इनके बारे में ज्यादा जानकारी हासिल कर सकता हूं, मैं कैसे इससे खुद लाभान्वित हो सकता हूं तथा दूसरों को लाभ पहुंचा सकता हूं। किसी का यह कथन क्या सच है? क्या इसे प्रमाणित करने के लिए कोई साक्ष्य उपलब्ध है?
(लेखक माइक्रोसॉफ़्ट में निदेशक- भारतीय भाषाएं
और सुगम्यता के पद पर कार्यरत हैं।)

Topics: साइंटिफिक मैथडसमृद्ध ज्ञान परंपराScientific MindScientific AttitudeScientific MethodRich Knowledge Traditionप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीPrime Minister Narendra Modiवैज्ञानिक मानससाइंटिफिक एटीट्यूड
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

PM नरेंद्र मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें, कहा- वीरों के पराक्रम को नहीं मिला कांग्रेस का समर्थन, ऑपरेशन सिंदूर जारी..

भारत-अमेरिका व्यापार समझौता : बाजार का विस्तार, हित का कारोबार

इस वर्ष 4-15 मई तक बिहार में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन किया गया

खेलो भारत नीति 2025 : खेल बनेंगे विकास के इंजन

देश में नौकरशाही की आन्तरिक निरंकुशता शासन पर भारी ‘साहब’

बिना जानकारी के विदेश नीति पर न बोलें मुख्यमंत्री भगवंत मान

न्यायपालिका : अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर किसी भी व्यक्ति की भावनाओं के साथ खिलवाड़ सहन नहीं

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मालेगांव ब्लास्ट केस में आया कोर्ट का फैसला। साध्वी प्रज्ञा समेत सभी आरोपियों को बरी किया गया।

मालेगांव ब्लास्ट केस और हम पचमढ़ी के भुक्तभोगी, पहले एटीएस और फिर एनआईए ने तनाव से भर दिया…

आयरलैंड में भारतीयों पर हो रहे नस्लवादी हमले

आयरलैंड में भारतीयों पर नस्लवादी हमले बढ़े, भारतीय दूतावास ने जारी की एडवाइजरी, सुनसान जगहों पर न जाने की चेतावनी

भाषायी विवाद खड़े करनेवालों के लिए सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत का सन्‍देश

संस्कृत: भाषा विवाद का समाधान, भारत की ‘आत्मा’ की पहचान

मालेगांव बम विस्फोट का दृश्य (फाइल चित्र)

मालेगांव बम विस्फोट : फर्श पर झूठा विमर्श

राहुल गांधी को चुनाव आयोग ने दिया जवाब

राहुल गांधी की धमकी पर चुनाव आयोग का पंच, 5 प्वाइंट्स में करारा जवाब

मालेगांव धमाके का निर्णय आते ही कथित सेक्युलरों के बदले सुर, न्याय की बदली परिभाषा

फोटो क्रेडिट- ANI

पुणे में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा से छेड़छाड़, आपत्तिजनक पोस्ट पर हिंसक झड़प

संवैधानिक संस्थाओं को धमकाकर क्यों ‘लोकतंत्र’ कमजोर कर रहे हैं राहुल गांधी?

प्रतीकात्मक तस्वीर

CM पुष्कर सिंह धामी ने दी चेतावनी: अवैध निर्माण और कब्जे पर कड़ी नजर

Vice President Election

Vice President Election: 9 सितंबर को होगा मतदान, 782 सांसद डालेंगे वोट

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies