नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र से पहले सोमवार को सर्वदलीय बैठक में 27 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान भारत-चीन सीमा विवाद सहित अनेक मुद्दों पर विपक्ष ने संसद में चर्चा की मांग की। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्ष को आश्वासन दिया कि नियम के तहत सरकार सभी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।
बैठक के बाद प्रह्लाद जोशी संवाददाताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज की बैठक में 27 दलों के 37 नेताओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान विपक्ष ने कई मुद्दों पर चर्चा की मांग की है। केन्द्र सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।
उल्लेखनीय है कि इस बैठक में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने हिस्सा नहीं लिया। जबकि आम आदमी पार्टी (आप), बीजू जनता दल (बीजेडी), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सहित 27 दलों ने हिस्सा लिया।
बसपा की ओर से भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर संसद में चर्चा की मांग की गई। वहीं आप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट और एलआईसी के गिरते शेयर का मुद्दा का उठाया। बैठक में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बीबीसी डॉक्यूमेंट्री का मुद्दा उठाया और शिवसेना की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने महाराष्ट्र के बड़े प्रोजेक्ट्स के राज्य से बाहर जाने का मुद्दा उठाया। शिरोमणि अकाली दल सांसद हरसिमरत कौर बादल ने सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) पर चर्चा की मांग की है और बीजेडी ने महिला आरक्षण बिल पर चर्चा की मांग की है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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