जानें नीतीश कुमार को यह सलाह क्यों मिली कि वे पाकिस्तान चले जाएं
Friday, January 27, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • My States
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • My States
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम भारत बिहार

जानें नीतीश कुमार को यह सलाह क्यों मिली कि वे पाकिस्तान चले जाएं

संजीव कुमार by संजीव कुमार
Nov 5, 2022, 06:08 pm IST
in बिहार
नीतीश कुमार(फ़ाइल चित्र)

नीतीश कुमार(फ़ाइल चित्र)

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail
https://panchjanya.com/wp-content/uploads/speaker/post-256116.mp3?cb=1667651913.mp3

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए हर हद पार कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में उर्दू शिक्षकों की बहाली की जाएगी। इसके अलावा वे सचिवालय में उर्दू अनुवादकों की बहाली कर रहे हैं। 

एक समय बिहार में कांग्रेस के दिग्ग्ज नेता और मुख्यमंत्री रहे स्व. जगन्नाथ मिश्र को ‘मौलाना मिश्रा’ कहा जाता था। उन्होंने ही मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए बिहार में उर्दू को द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिया था। इसके बाद जगन्नाथ मिश्र ने संस्कृत विद्यालयों की उपेक्षा शुरू की और जमकर उर्दू विद्यालय शुरू करवाए। इसका दुष्पारिणाम यह हुआ कि बिहार में संस्कृत के बड़े—बड़े शिक्षण संस्थान बंद हो गए और दूसरी ओर उर्दू उस शिक्षण संस्थान तक पहुंच गई, जहां उसकी आवश्यकता भी नहीं थी। इसका फायदा कांग्रेस को मिला और मुसलमान उसके साथ वर्षों तक रहे। भले ही इसके कई दुष्परिणाम भी हुए, लेकिन इससे जगन्नाथ मिश्र को कोई फर्क नहीं पड़ता था।
कुछ ऐसा ही कार्य इस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे हैं। नीतीश कुमार जब से भाजपा को छोड़कर राजद के साथ आए हैं तब से वे लोगों को सलाह दे रहे हैं कि हर किसी को उर्दू सीखनी चाहिए। इसके अलावा वे उर्दू को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा चुके हैं। अभी 3 नवंबर को नीतीश कुमार ने राज्य में उर्दू अनुवादकों को नियुक्ति पत्र बांटा। उस अवसर पर भी उन्होंने सबको सलाह दी कि उर्दू सीखनी चाहिए, उर्दू सीखना जरूरी है। उर्दू सीखने से ज्ञान बढ़ेगा। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त उर्दू अनुवादकों से आग्रह किया कि जहां भी रहिए, लोगों को उर्दू सिखाइए, ताकि हिंदी के बाद उर्दू भी ज्यादा से ज्यादा लोग जान सकें। सभी लोग अपना काम करते हुए एक खास समुदाय के लिए सरकार द्वारा किए गए कार्यों को लोगों तक पहुंचाइए।

यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री सचिवालय के जन संवाद कक्ष में आयोजित था। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान और मुख्य सचिव अमीर सुबहानी भी उपस्थित थे।
बता दें कि महागठबंधन की सरकार बनने के कुछ दिनों के अंदर अगस्त माह में ही उर्दू और बांग्ला शिक्षकों के रिक्त पदों की जानकारी सभी जिला पदाधिकारियों से मांगी गई थी और आनन—फानन में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई, जबकि बांग्ला शिक्षकों का मामला अधर में है।

इस मामले को लेकर राज्य में तीखी प्रतिक्रिया हुई है। भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने इसे मुस्लिम तुष्टीकरण की पराकाष्ठा कहा है। उन्होंने कहा, ”राजद की गोद में बैठने के बाद नीतीश कुमार मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं। नीतीश कुमार उर्दू अनुवादक, बिहार के हर स्कूल में उर्दू शिक्षक की बहाली और अब हर थाने में उर्दू से जुड़े लोगों की बहाली कर रहे हैं। नीतीश कुमार बिहार को पाकिस्तान न बनाएं। अगर उनको पाकिस्तान—परस्त होने का इतना ही शौक है तो वे पाकिस्तान चले जाएं।”

वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “नीतीश कुमार सरकार संस्कृत पर कोई निर्णय नहीं लेती है, लेकिन उर्दू शिक्षकों और अनुवादकों की बहाली कर रही है। सरकार बनने के 24 घंटे के भीतर तुष्टीकरण की राजनीति शुरू हो गई थी। अब उसकी परिणति दिख रही है।”

पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने भी ट्विटर पर कहा है, ‘तुष्टीकरण की दुकान’ खुल गई है। उन्होंने ट्वीट किया, “नई सरकार में संस्कृत पर कोई फैसला नहीं आया है, लेकिन यह उर्दू पर आया है। तुष्टीकरण की दुकान खुल गई है। जो लोग समाज में दुश्मनी फैलाकर राज्य पर शासन कर रहे हैं, उन्हें लोग सबक सिखाएंगे।”

Topics: Pakistanbiharnitish kumarbjp bihar
ShareTweetSendShareSend
Previous News

शासन की सख्ती : गोष्ठी नहीं शिक्षण पर ध्यान दें ‘गुरु जी’

Next News

‘आप’ के दाग ‘अच्छे’ हैं जी ! ये ‘कट्टर ईमानदार दाग’ हैं जी !

संबंधित समाचार

पाकिस्‍तान की कंगाली और गिलगित-बाल्टिस्तान पर्यटकों से खाली!

पाकिस्‍तान की कंगाली और गिलगित-बाल्टिस्तान पर्यटकों से खाली!

कार्यक्रम में डॉ. कृष्ण गोपाल का सम्मान करते अधिकारी

संस्कार युक्त शिक्षा से ही भारत बनेगा विश्व गुरु : डॉ कृष्ण गोपाल

खैबर पख्तूनख्वा में फिर मंदिर पर हमला, सहमे हिन्दू परिवारों का पलायन

खैबर पख्तूनख्वा में फिर मंदिर पर हमला, सहमे हिन्दू परिवारों का पलायन

स्वीडन में जलाई गई कुरान, उबल रहा मु​सलमानों के विरुद्ध आक्रोश

स्वीडन में जलाई गई कुरान, उबल रहा मु​सलमानों के विरुद्ध आक्रोश

‘भारत जब चाहे पाकिस्तान ढह जाए’, अमेरिका के मुस्लिम प्रोफेसर ने क्यों कहा ऐसा!

‘भारत जब चाहे पाकिस्तान ढह जाए’, अमेरिका के मुस्लिम प्रोफेसर ने क्यों कहा ऐसा!

जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी (फाइल चित्र)

नफरती बयानों से नीतीश कुमार को ही हो रहा है ‘नुकसान’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

प्रश्न मुफ्त की रेवड़ी नहीं, उसे दे पाने का है – निर्मला सीतारामन

प्रश्न मुफ्त की रेवड़ी नहीं, उसे दे पाने का है – निर्मला सीतारामन

स्वतंत्रता के साथ समानता का भाव लाना जरूरी- सरसंघचालक मोहन भागवत जी

स्वतंत्रता के साथ समानता का भाव लाना जरूरी- सरसंघचालक मोहन भागवत जी

जम्मू कश्मीर : सोपोर में लश्कर का आतंकी गिरफ्तार

मुठभेड़ में मुनफैद खां और मुकीम समेत तीन आरोपी गिरफ्तार, एटीएम काटकर चोरी की वारदात को दिया था अंजाम

विद्या धाम में फहराया गया देश की आन, बान और शान का प्रतीक ‘तिरंगा’

विद्या धाम में फहराया गया देश की आन, बान और शान का प्रतीक ‘तिरंगा’

रामचरितमानस बयान मामला : सठिया गए हैं स्वामी प्रसाद मौर्य, उनकी बुद्धि भ्रष्ट हो गई है – स्वामी रामभद्राचार्य

रामचरितमानस बयान मामला : सठिया गए हैं स्वामी प्रसाद मौर्य, उनकी बुद्धि भ्रष्ट हो गई है – स्वामी रामभद्राचार्य

27 अप्रैल को खोले जाएंगे भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट

27 अप्रैल को खोले जाएंगे भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट

अमेरिका में भारत के गणतंत्र दिवस पर वंदे मातरम की गूंज

अमेरिका में भारत के गणतंत्र दिवस पर वंदे मातरम की गूंज

मुस्लिम फंड के नाम से करोड़ रुपए जमा करने वाले फरार अब्दुल पर गैंगस्टर की तैयारी

मुस्लिम फंड के नाम से करोड़ रुपए जमा करने वाले फरार अब्दुल पर गैंगस्टर की तैयारी

पांचवीं पीढ़ी का युद्ध और पीएफआई

पांचवीं पीढ़ी का युद्ध और पीएफआई

मध्यप्रदेश : हवाई यात्रा से तीर्थ दर्शन कराएगी राज्य सरकार – मुख्यमंत्री

गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री चौहान का आह्वान, प्रदेश-देश की उन्नति में करें योगदान

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • लव जिहाद
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies