भारत में ईरानी राजदूत अमेरिकी प्रतिबंधों को लेकर खूब बरस रहे हैं। उनका कहना है कि इस सबके बावजूद हम भारत को तेल बेचना जारी रखेंगे। ईरान के राजदूत डा. इराज इलाही ने कल नई दिल्ली में एक साक्षात्कार में कहा कि भारत और ईरान के बीच गहरे रिश्ते हैं। हम चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच कारोबार और बढ़ाया जाए।
उल्लेखनीय है कि ईरान के राजदूत गहरे संबंध हैं। उन्होंने तेल की आपूर्ति को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी प्रतिबंधों को कोई बड़ी अड़चन नहीं मानते और उनका कहना है हमें इनसे निपटने का रास्ता तलाशना होगा। अमेरिका के इन प्रतिबंधों के बाद भी तेहरान इस बात के लिए तैयार है कि भारत में हो रही तेल की आपूर्ति जारी रहे। इलाही ने आगे कहा कि हम तो भारत के साथ अपने गहरे रिश्तों और आर्थिक संबंधों को बढ़ाने की कोशिशें जारी रखेंगे।
यहां यह जानना जरूरी है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रमों को लेकर उसे कठघरे में खड़ा करते आ रहे अमेरिका ने पिछले दिनों ईरान की पेट्रोलियम कंपनियों के वैश्विक तानेबाने के संदर्भ में कड़े प्रतिबंध घोषित किए थे। अमेरिका ने ईरान पर प्रतिबंध लगाते वक्त कहा था कि प्रवर्तन की यह कार्रवाई लगातार जारी रहने वाली है। इसका उद्देश्य ईरान के तेल और पेट्रोकेमिकल निर्यात को पूरी सख्ती के साथ प्रतिबंधित करना है।
अमेरिका के इन सख्त प्रतिबंधों को लेकर भारत में ईरान के राजदूत इलाही की नाराजगी साफ देखी जा सकती थी। उन्होंने अमेरिका के इन प्रतिबंधों के बारे में कहा कि ये पाबंदियां एक अड़चन हैं। इसलिए भारत तथा ईरान, दोनों को मिलकर इस मुश्किल को दूर करने का तरीका तलाश करना होगा।
उन्होंने आगे कहा कि दोनो ही देश अपने-अपने देश के हितों के अनुसार ही समाधान तलाश करते हैं और इस विषय में भी हमें हल तलाश करना होगा। उनके अनुसार, अमेरिका के लगाए प्रतिबंध अवैध हैं। ईरान के राजदूत का कहना था कि सीधी सी बात है, ईरान भारत को तेल बेचना चाहता हैं तथा भारत से अपनी आवश्यकता की वस्तु खरीदना चाहता हैं।
ईरान के दूतावास की ओर से एक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था। इसका विषय था “द वर्ल्ड यूनाइटेड अगेंस्ट टेररिज्म”। नई दिल्ली स्थित इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर में ईरान के शाह चेराग में हुए आईएसआईएस के आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए यह एक तरह से शोक समारोह आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में ईरान में भारतीय राजदूत रहे डीपी श्रीवास्तव तथा राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष सरदार तरलोचन सिंह भी उपस्थित थे। राजदूत डॉ. इराज इलाही का कहना था भारत और ईरान, दोनों आतंकवादी गुटों के विरुद्ध एक जैसी राय रखते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आतंकवादी गुटों पर लगाम लगाने में ईरान को भारत की मदद मिलेगी।
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