दुनिया के कई देशों में हैं चीन की गैरकानूनी पुलिस चौकियां!
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

दुनिया के कई देशों में हैं चीन की गैरकानूनी पुलिस चौकियां!

चीन दूसरे देशों में बेवजह दखल देता आ रहा है। बहुत हद तक अपनी इसी शरारत को आगे बढ़ाते हुए चीन दुनिया के अनेक देशोंं में अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा है

by WEB DESK
Sep 30, 2022, 05:15 pm IST
in विश्व
प्रतीकात्‍मक फोटो

प्रतीकात्‍मक फोटो

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

एक बहुत हैरान करने वाली खबर मिली है कि चीन ने दुनिया के कई देशों में अपने ही पुलिस थाने खोले हुए हैं। विशेषज्ञ कयास लगा रहे हैं कि आखिर चीन की सरकार की मंशा क्या है, क्योंकि ये पुलिसथाने खोले हैं। अनेक का मानना है कि ये और कुछ नहीं चीन के लिए जासूसी करने के ठिकाने हैं।

उल्लेखनीय है कि चीन दुनिया की महाशक्ति बनने का सपना पाले हुए है। उसकी अपनी ही अति महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं। बताया यह भी जाता है राश्ट्रपति शी जिनपिंग इन महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति के लिए वे कुछ भी कर गुजरने की सोच सकते हैं। वहां की कम्युनिस्ट सत्ता अपनी सरहदों के विस्तार का एजेंडा अपनाए हुए हैं। उसके लिए उसकी अपनी गुप्त योजनाएं हैं। यहां ध्यान रखना होगा कि चीन दूसरे देशों में बेवजह दखल देता आ रहा है। बहुत हद तक अपनी इसी शरारत को आगे बढ़ाते हुए चीन दुनिया के अनेक देशों में अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा है।

चीन ने जिन देशों में अपनी पुलिस चौकियां बनाई हैं उनमें कनाडा तथा आयरलैंड जैसे विकसित देश हैं तो कई गरीब देश भी हैं। लेकिन इसकी जो भी वजह हो, दुनिया भर के मानवाधिकार कार्यकर्ता ड्रेगन की इस साजिश को लेकर चिंता में पड़े हैं। पत्रिका ‘इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म रिपोर्टिका’ में छपी रिपोर्ट पर गौर करें तो पूरे कनाडा में जनसुरक्षा ब्यूरो से जुड़े चीनी पुलिस थाने असल में चीन के विरोधियों की निगरानी रखने के लिए बनाए गए हैं। इतना ही नहीं, अंदेशा यह भी है कि चीन की सरकार इन पुलिस थानों के रास्ते उन-उन देशों की गुप्तचरी भी करता है।

‘इनवेस्टिगेटिव जर्नलिज्म रिपोर्टिका’ की रिपोर्ट बताती है कि पूरे कनाडा में चीन के ऐसे कई पुलिस थाने हैं। बेशक, चीन की सरकार अपने विरोधियों को बर्दाश्‍त न करने के लिए कुख्यात है। स्थानीय मीडिया में आए समाचार बताते हैं कि कनाडा में गुपचुप चल रहे है ऐसे संभवतः तीन पुलिस थाने सिर्फ ग्रेटर टोरंटो इलाके के अंदर ही हैं। रिपोर्ट आगे बताती है कि चीन सरकार इन गैरकानूनी पुलिस थानों के माध्यम से चीन कुछ देशों में चुनाव पर भी अपना असर डाल रहा है। पुलिस का मानना है कि उसकी जानकारी के अनुसार, चीन 21 देशों में ऐसे 30 पुलिस थाने खोल चुका है।

कनाडा और आयरलैंड ही नहीं, बल्कि यूक्रेन, फ्रांस, स्पेन, जर्मनी तथा ब्रिटेन में भी चीन के पुलिस थाने हरकत में हैं। इनमें से कई देशों के बड़े बड़े नेता अपने देशों में चीन के बढ़ते प्रभाव के बारे में खुलकर बोलते रहे हैं। वे मानवाधिकार हनन को लेकर चीन की भर्त्सना कर चुके हैं।

कई मानवाधिकार कार्यकर्ता चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के विरुद्ध अपने देश में दुर्व्यवहार किए जाने का आरोप लगा चुके हैं। सब जानते हैं कि चीन अपने यहां के नागरिकों, विषेशकर उइगर मुसलमानों को यातना शिविरों में कैद रखे हुए है, उइगर परिवारों को अलग अलग रखने तथा उनकी आबादी पर लगाम लगाने के लिए महिलाओं की जबरन नसबंदी करने जैसे अपराध हैं। चीन से इन बातों के दस्तावेजी सबूत मिलते रहे हैं।

चीन ने अपने देश में मीडिया पर कथित प्रतिबंध लगाए हुए हैं। हालांकि चीन यातना शिविरों को ‘वोकेशनल स्किल ट्रेनिंग सेंटर’ बताता है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग की पूर्व उच्चायुक्त मिशेल बेचलेट चीन में सिंक्यांग जाकर अपनी आंखों से असलियत देख चुकी हैं और अपनी रिपोर्ट में उन्होंने चीन पर खुलकर आरोप लगाए हैं।

इतना ही नहीं, चीन की सरहद चौदह देशों से सटी है। इन देशों के साथ ही चीन का अन्य बाइस देशों के साथ सीमा विवाद चल रहा है। चीन की विस्तारवादी नीति की वजह से ज्यादातर देशों से इसके संबंध कड़वे चल रहे हैं। भारत भी यह समस्या झेल रहा है। चीन ने लद्दाख तथा अरुणाचल प्रदेश में हमारी हजारों किलोमीटर की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है।

Topics: policestationsIndiacommunistpartyofchinaChinairelandtibetillegalladakhcanadaspying
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

Nepal Rasuwagadhi Flood

चीन ने नहीं दी बाढ़ की चेतावनी, तिब्बत के हिम ताल के टूटने से नेपाल में तबाही

Canada Khalistan Kapil Sharma cafe firing

खालिस्तानी आतंकी का कपिल शर्मा के कैफे पर हमला: कनाडा में कानून व्यवस्था की पोल खुली

श्रीहरि सुकेश

कनाडा विमान हादसा: भारतीय छात्र पायलट की हवाई दुर्घटना में मौत

Pema Khandu Arunachal Pradesh Tibet

पेमा खांडू का चीन को करारा जवाब: अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग, तिब्बत से सटी है सीमा

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies