देशभर में लगातार लव जिहाद के मामले सामने आ रहे हैं। आए दिन मुस्लिम युवक हिन्दू लड़कियों को अपना निशाना बना रहे है। इनमे से अधिकतर लड़कियां नाबालिग होती हैं। इसी कड़ी में दिल्ली के द्वारका में भी लव जिहाद का मामला देखने को मिला है। लड़की के मां बाप दर-दर भटकने को मजबूर हैं।
द्वारका के रहने वाले पीड़ित का जीवन अपने परिवार के साथ हंसी खुशी बीत रहा था। फिर पीड़ित के पड़ोस में समीर अख़लाक़ नाम का युवक किराए पर रहने लगा और उनकी नाबालिग पुत्री पर गलत नजर रखने लगा। समय के साथ धीरे-धीरे समीर अखलाख ने पीड़ित की नाबालिग बेटी को अपने जाल में फंसा लिया। इसके बाद समीर नाबालिग युवती से अपने खर्चे के लिए धीरे-धीरे हजारों रुपए लेता रहा।
पिता के अनुसार समीर अख़लाक़ ने 16 जुलाई को द्वारका मोड़ होटल ले जाकर नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म किया। जिसके बाद प्राथमिकी दर्ज की गई तो समीर अखलाक को जेल भेज दिया गया। पिता ने बताया कि जब तक लड़की नाबालिग रही वह धारा 164/161 के बयान परिजनों के पक्ष में देती रही। अगली तारीख के दौरान बालिग होने पर लड़की ने जिला जज की कोर्ट में अपने बयान बदल दिए। जिसके बाद उसे निर्मल छाया हरि नगर दिल्ली भेज दिया गया।
बालिका को 5 अगस्त को निर्मल छाया से छुट्टी मिली और उसने लिखित में अपने माता पिता के साथ जाने पर सहमति दर्ज कराई जिसके बाद वह अपने माता-पिता के साथ ख़ुशी-ख़ुशी घर चली गई और ठीक तरीके से रहने लगी। 20 अगस्त को स्कूल का फॉर्म भरने के लिए वह घर से निकली और फिर लड़के के चाचा माजिद के घर पहुंच गई, जो कि शालीमारबाग में रहता है। लड़की के माता-पिता को इस बात का पता काफी खोजबीन करने के बाद चला सका। आरोपी लड़के को पुलिस ने इसी स्थान से पकड़ा था।
पीड़ित माता-पिता ने माजिद से संपर्क किया जिस पर माजिद ने सिर्फ लड़की के माँ बाप को अपने घर पर मिलाने की बात कही। जब लड़की के माता-पिता मिलने पहुंचे तो माजिद बहुत सारी भीड़ साथ लेकर मेट्रो स्टेशन के बाहर पहुंचा। जहां लड़की ने अपने माता पिता के साथ जाने से इंकार कर दिया। कई बार उन्होंने अपनी बेटी से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उन्हें माजिद की तरफ से कोई सहयोग प्राप्त नहीं हुआ।
पिता को इस बात का भय है कि अगर आरोपी को जमानत मिल गई तो उसकी बेटी के साथ कुछ भी अनहोनी हो सकती है। पीड़ित अपनी बेटी की सुरक्षा और भविष्य को लेकर अत्यधिक भयभीत है।
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