गुरु साहिब ने आत्मरक्षा के लिए जिन मल्ल अखाड़ों की शुरुआत की थी, वहां से निकला ‘गतका’ आज खेलो इंडिया की शान बन गया है। पंचकूला में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021 में 16 टीमें हिस्सा ले रही हैं। इस खेल को राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
सिखों के छठे गुरु हरगोबिंद साहिब जी ने आत्मरक्षा के लिए जिन मल्ल अखाड़ों की शुरुआत की थी, वहीं से निकला ‘गतका’ आज खेलो इंडिया की शान बन गया है। पहली बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2021 में गतका को भी शामिल किया गया है। इसमें हिस्सा लेने के लिए देशभर से 16 टीमें पंचकूला पहुंची हैं। इस खेल से जुड़ी वर्ल्ड गतका फेडरेशन और हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह अब इसे राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
वर्ल्ड गतका फेडरेशन के उपप्रधान सुखचैन सिंह ने बताया कि इस खेल को खेलो इंडिया में स्थान दिलाने तक की कहानी इतनी आसान नहीं है, जितनी शब्दों में बताई जा रही है। करीब 550 साल पहले शुरू हुई आत्मरक्षा की इस विधा को यहां तक लाने के लिए बहुत प्रयास किए गए। सबसे पहले इस विधा को खेल में शामिल करने के लिए गांवों में छोटे-छोटे गतका खेलों का आयोजन शुरू किया गया। फिर ब्लॉक स्तर पर इस खेल का आयोजन किया गया। धीरे-धीरे जिला स्तर पर और फिर राष्ट्रीय स्तर पर 9 प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं से बहुत कुछ सीखने को मिला। इसके बाद इसके लिए अलग-अलग नियम बनाए गए। नियमों से जुड़ी 9 किताबों का प्रकाशन किया गया। इसके बाद नियम तय हुए, तब जाकर खेल के रूप में इसे पहचान मिली। 2020 में गुवाहटी में आयोजित खेलो इंडिया प्रतियोगिता में गतका खेलों की प्रस्तुति दी गई। इसके बाद भारत सरकार ने इसे खेलो इंडिया में शामिल करने की अनुमति दी।
एक खिलाड़ी दो इवेंट में ले सकता है हिस्सा
गत का एक स्टिक के साथ खेला जाता है। इसे हिंदी में सोटी कहा जाता है। एक इवेंट सिंगल स्टिक के साथ होता है, जिसमें दो प्रतिभागी होते हैं। दोनों के पास अपनी-अपनी स्टिक होती है। इसी तरह सिंगल स्टिक में टीम इवेंट भी होता है, जिसमें एक टीम के अंदर तीन प्रतिभागी होते हैं। तीसरा इवेंट फ्री स्टिक के साथ खेला जाता है। इसमें एक स्टिक के साथ-साथ दूसरे हाथ में एक ढाल भी होती है। एक खिलाड़ी दोनों इवेंट में हिस्सा ले सकता है। सुखचैन सिंह ने बताया कि गतका अब सिखों तक सीमित नहीं है, बल्कि सर्व समाज के लोग इसमें हिस्सा ले रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण खेलो इंडिया गेम्स में देखने को मिल रहा है। यहां गतका प्रतिस्पर्धा के लिए 16 टीमों के 256 खिलाड़ी पहुंचे हैं। इसमें पंजाब, चंडीगढ़, जम्मू और कश्मीर, हरियाणा, राजस्थान, नई दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तिलंगाना, मध्यप्रदेश, उतराखंड, कर्नाटक, उत्तर-प्रदेश, हिमाचल, आंध्रप्रदेश और छत्तीसगढ़ की टीम शामिल हैं।
हरियाणा ने जीते दो रजत पदक
सुखचैन सिंह ने कहा कि इस खेल को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। खेलो इंडिया गेम्स के बाद अब गतका फेडरेशन इसे नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन में इसे शामिल करवाने का प्रयास कर रही है। हरियाणा की टीम ने गतका में जबरदस्त शुरुआत करते हुए दो इवेंट में रजत पदक जीते हैं। महिलाओं की सिंगल स्टिक टीम प्रतियोगिता में चंडीगढ़ ने स्वर्ण, हरियाणा ने रजत और पंजाब व नई दिल्ली ने कांस्य पदक जीता है। इसी तरह, महिलाओं की सिंगल स्टिक एकल प्रतियोगिता में चंडीगढ़ ने स्वर्ण, हरियाणा ने रजत और महाराष्ट्र व नई दिल्ली ने कांस्य पदक जीता है। वहीं, महिलाओं की फ्री स्टिक टीम प्रतियोगिता में पंजाब ने स्वर्ण, नई दिल्ली ने रजत ,और महाराष्ट्र व उत्तराखंड की टीम ने कांस्य पदक जीता है।
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