बेंगलुरु में अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी में हिन्दू छात्र को धर्म का पालन करने और भारत का पक्ष लेने की मिली सजा !
May 28, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

बेंगलुरु में अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी में हिन्दू छात्र को धर्म का पालन करने और भारत का पक्ष लेने की मिली सजा !

by सोनाली मिश्रा
May 27, 2022, 06:20 pm IST
in भारत
ऋषि और वह पत्र जो वायरल हो रहा है

ऋषि और वह पत्र जो वायरल हो रहा है

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

हाल ही में कश्मीर फाइल्स फिल्म का एक संवाद बहुत ही चर्चित रहा कि सरकार कोई भी हो, सिस्टम तो हमारा है! हाल ही में ऐसा ही एक मामला बेंगलुरु से सामने आया, जिसने इस सिस्टम के गठजोड़ को कहीं न कहीं प्रमाणित किया है।

अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी में एक छात्र ने विश्वविद्यालय पर धर्म के नाम पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है। छात्र ऋषि ने यह आरोप लगाया कि कुछ छात्रों न उसे हिन्दू होने के कारण परेशान किया और फिर उसके साथ भेदभाव किया गया। इतना ही नहीं उनकी बात सुने बिना ही उन्हें निलंबित कर दिया गया। ऋषि का एक पत्र वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने लिखा कि कैसे उन्हें बार-बार निशाना बनाया गया। पिछले वर्ष एक आयोजन में एक प्रश्न पूछने से उनपर हमले का सिलसिला आरम्भ हुआ।

ऋषि के पत्र के अनुसार उन्होंने पिछले वर्ष यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम में एक ऐसे अतिथि से चुभने वाला प्रश्न पूछ लिया था जो अक्सर भारत के विरुद्ध बोलते हैं। यह कार्यक्रम ऋषि के अनुसार एकदम उसी तर्ज पर था, जिस तर्ज पर अमेरिका में डिसमेंटलिंग ग्लोबल हिंदुत्व था, इस कार्यक्रम का शीर्षक था “क्या भारत अभी भी सेक्युलर देश है?”

इस आयोजन में फ्रेंच राजनीतिक विज्ञान के प्रोफेसर क्रिस्टोफ जेफर्लेट को आमंत्रित किया गया था। हालांकि उनके अनुसार जल्दी ही वह समारोह हिन्दुओं को कोसने वाले समारोह में बदल गया। इसी मध्य ऋषि और उनके दोस्तों ने ऐसे प्रश्न पूछे जिनके आधार पर प्रबंधन ने मामले को देखने के लिए एक विशेष कमेटी बना दी। और तभी से उनके साथ यह व्यवहार आरम्भ हो गया था। उसके बाद से ही ऋषि और उनके दोस्तों को हिंदुत्ववादी, संघी आदि आदि कहा जाने लगा। ऋषि ने लिखा है कि दीपावली पर चूंकि यूनिवर्सिटी में छुट्टी नहीं होती है तो उन्होंने और उनके दोस्तों ने वह त्यौहार वहीं मना लिया, तो इस आधार पर भी उन्हें अपशब्द कहे गए। क्योंकि यह बात उन्हें बहुत बुरी लगी जो उस त्यौहार को नहीं मनाते थे।

यह सिलसिला आगे बढ़ता गया और हाल ही में ऋषि के अनुसार 1 मई 2022 को उन्हें इस्लामी और वामपंथी विचारधारा वाले कुछ छात्रों ने घेर लिया। उनके साथ अभद्रता की गयी और उसके साथ ही उनके और उनके परिवार के खिलाफ भी अपशब्द बोले गए और उनसे एक साधारण बहस के दौरान उनकी टिप्पणी के लिए माफी मांगने के लिए कहा गया। उनके पत्र के अनुसार एक साधारण सी बहस के कारण उन पर कई झूठे आरोप लगाए गए और उन्हें हिन्दू कट्टरपंथी, इस्लामोफोबिक, संघी आदि कहा गया। उसके बाद 2 मई को ही एक शिकायत स्कूल ऑफ डेवेलपमेंट के डायरेक्टर के पस दर्ज की गयी और देखते ही देखते उन्हें डायरेक्टर ऑफ द स्कूल ऑफ डेवलपमेंट द्वारा यूनिवर्सिटी से निष्कासित कर दिया गया!

आर्गनाइजर से बात करते हुए ऋषि ने कहा कि “मुझे अपनी पहचान और हिंदू होने पर गर्व है। इसलिए मैं इसे अपराध नहीं मानता। वैचारिक मतभेद होने का मतलब यह नहीं है कि मुझे अपनी डिग्री और नौकरी गंवानी पड़ेगी। विश्वविद्यालय मुझे न्याय दिलाने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा है।” ऋषि को वहां पर शत प्रतिशत स्कॉलरशिप के आधार पर प्रवेश मिला था, अब ऋषि क्या करेंगे यह भी एक समस्या है! परन्तु ऋषि का पत्र उस भेदभाव को बताता है जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के ठेकेदार और मुस्लिम खतरे में हैं कहने वाले लोग खुद करते हैं। यह भी बहुत ही ही हैरानी की बात है कि कैसे अकादमिक जगत में भारत को बदनाम किया जा रहा है और जो भी इस अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे कुप्रयास का विरोध करता है, उसे ही दोषी ठहरा दिया जाता है।

ऋषि अब क्या करेंगे या यूनिवर्सिटी उन्हें वापस लेगी या नहीं, इससे कहीं बढ़कर यह भी देखना होगा कि क्या विश्वविद्यालय इस प्रकार के आयोजन, जिनमें जमकर भारत को मात्र इस कारण बदनाम किया जा रहा है क्योंकि उनके विचार की सरकार नहीं आई है, होने बंद होंगे या नहीं? और सबसे महत्वपूर्ण कि क्या इस प्रकार मुस्लिमों द्वारा किए जा रहे भेदभाव की कहानी अभिव्यक्ति की आजादी के चैम्पियन के कानों में पड़ पाएगी?

ऋषि का वायरल पत्र : स्रोत-internet

 

Topics: Azim Premji Universitypunished for practicing religionfavoring Indiastudent rishiअजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटीहिंदू छात्रधर्म का पालनभारत का पक्षमिली सजाऋषिHindu student
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

उत्सव अपनी स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश करता रहा लेकिन न तो पुलिस वाले, न ही सेना के जवान उन्मादी भीड़ को शांत करने के प्रयास करते दिखे (वीडियो फुटेज)

कट्टरपंथियों की लिंचिंग में मारा गया उत्सव, Bangladesh अल्पसंख्यक मानवाधिकार संगठन ने की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग

दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ करतीं (बाएं से ) माता अमृतानंदमयी,सर्वश्री मोहनराव भागवत,दत्तात्रेय होसबाले,सतगुरु बोधिनाथ एवं सुशील सर्राफ

#WHC2023 हिन्दू मन का सागर मंथन

वैश्विक हिंदू पुनरुत्थान आंदोलन का शंखनाद

प्रतीकात्मक चित्र

अरमान अली ने नाम बदलकर हिंदू छात्रा से की दोस्ती, बात न करने पर मार दी गोली

इकलौते बेटे की हत्या की खबर सुनने के बाद बिलखते दिलखुश के माता—पिता

दिलखुश ने मां से कहा था कि सुबह पैसा भेज देंगे, लेकिन उससे पहले ही जिहादियों ने कर दी उनकी हत्या

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

सेना कमांडरों को मिले अनुशासनात्मक अधिकार, जानिए इससे क्या होगा लाभ..?

मणिपुर में एंटी-इंसर्जेंसी अभियान : 3 उग्रवादी गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार बरामद

आचार्य प्रेमानंद जी महाराज

मदद करने के बाद लोग क्यों बदल जाते हैं? जानिए प्रेमानंद जी महाराज से

पंजाब : चंडीगढ़ में COVID से पहली मौत, कोरोना की लहर से विभाग अलर्ट पर

Operation Sindoor BSF Pakistan infiltration

ऑपरेशन सिंदूर के बाद फिर मॉक ड्रिल : पाकिस्तान से लगे राज्यों के लिए आदेश जारी

वीर सावरकर

Veer Savarkar Jayanti : भगत सिंह से ढींगरा तक के प्रेरणा थे वीर सावरकर

Soaked cloves benefits

भीगी हुई लौंग खाने के जबरदस्त फायदे

ईरान के सर्वोच्‍च नेता अयातुल्‍ला खामेनेई के साथ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की मुलाकात थोथी रही और कश्मीर को लेकर तेहरान का कोई उलटा बयान नहीं आया

बड़े बेआबरू होकर शाहबाज Iran से निकले, खामेनेई ने दिखाया ठेंगा, Chabahar के रास्ते भारत की सफल कूटनीति का कमाल

Operation sindoor

पंजाब की चिट्ठी: ऑपरेशन सिंदूर पर विपक्ष की ‘शल्यवाद’ रणनीति: क्या राष्ट्रहित से बड़ी हो गई राजनीति?

वीर सावरकर

स्वातंत्र्यवीर सावरकर और उन पर लगने वाले झूठे आरोप

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies